मुखर्जी ने कहा, ‘‘हमारे देशवासियों के बीच सहिष्णुता और परस्पर सौहार्द फले फूले। ये त्योहार शांति एवं मेलजोल का प्रसार करें, हमारे नागरिकों को अपनी मातृभूति की सेवा में एकबार फिर समर्पित कर देने के लिए प्रेरित करें।’’ चैत्र शुक्लादि, उगाडी, गुडी पड़वा, चेती चांद, नववर्ष और साजिबू चेराओबा को देश के विभिन्न हिस्सों में नये साल की शुरूआत के रूप में मनाया जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि ये पावन पर्व वसंत के आगमन के प्रतीक हैं और विकास, समृद्धि और कल्याण की नई शुरूआत का संदेश देते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी नागरिकों को इन त्योहारों की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, ‘‘पूरे भारत में लोग नये साल की शुरूआत का जश्न मना रहे हैं। सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं। यह वर्ष शांति, आनंद एवं समृद्धि लेकर आए।’’