देहरादून। बेटे की पैरवी में प्रेमनगर थाने पहुंची महिला ने जमकर बवाल काटा। खुद को उत्तर प्रदेश की न्यायिक सेवा का अधिकारी बता महिला ने थाने में सिपाही के थप्पड़ जड़ दिए। महिला पर दो सिपाहियों की वर्दी फाड़ने के साथ ही पुलिस अधिकारियों से बदसलूकी के आरोप भी हैं। देर रात तक महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को लेकर पुलिस असमंजस में है।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने कहा कि न्यायिक अधिकारी होने का महिला के दावे की तस्दीक की जा रही है। यदि वह न्यायिक अधिकारी हैं तो उनके विरुद्ध सीधे मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट की गाइड-लाइन के अनुसार इसके लिए हाईकोर्ट से मंजूरी लेनी जरूरी है।
पुलिस अधीक्षक (नगर) प्रदीप राय ने बताया कि रोहन पाठक पुत्र देवेश पाठक निवासी गोमतीनगर लखनऊ दून स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एनर्जी स्टडीज में बीए एलएलबी का तृतीय वर्ष का छात्र है। वह नंदा की चौकी के समीप एक हॉस्टल में रहता है। पुलिस के मुताबिक तीन दिन से उसका संस्थान के ही कुछ छात्रों के साथ विवाद चल रहा है। सोमवार रात भी कार की साइड से रगड़ लगने पर उसकी कुछ छात्रों से नोंकझोंक हुई थी।
मंगलवार को जब वह यूनिवर्सिटी पहुंचा तो दूसरे पक्ष के छात्रों से उसकी मारपीट हुई। इस पर पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। थाने में भी दोनों पक्ष भिड़ गए। आरोप है कि रोहन ने खुद को न्यायिक अधिकारी का बेटा बताते हुए पुलिस पर रौब भी गालिब किया। इसी दौरान रोहन के माता-पिता भी थाने पहुंच गए।
एसपी सिटी ने बताया कि रोहन की मां ने खुद को उत्तर प्रदेश के उन्नाव में न्यायिक सेवा की अधिकारी बताते हुए पुलिस कर्मियों को धमकाना शुरू कर दिया व रोहन को तुरंत छोडऩे को कहा। इस बीच एक सिपाही मुकेश पुरी ने मोबाइल से रिकार्डिंग शुरू कर दी। यह देख महिला मारपीट पर उतारु हो गई। आरोप है कि महिला ने सिपाही को थप्पड़ जड़ दिए। जब पुलिसकर्मी रिंकू और चमन ने महिला को रोकना चाहा तो उसने दोनों की वर्दी फाड़ डाली। इतना ही नहीं, आरोप है कि बीच-बचाव में आई महिला पुलिसकर्मियों से अभद्रता भी की। थानाध्यक्ष नरेश राठौर ने महिला को समझाने की कोशिश की मगर वह शांत नहीं हुई।
इस मामले में पहले थानाध्यक्ष द्वारा महिला के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की बात की कही जा रही थी, लेकिन उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद पुलिस बैकफुट पर आ गई। खबर लिखे जाने तक पुलिस ने मुकदमा कायम नहीं किया था।
झगड़े में क्रास मुकदमा दर्ज
महिला पर भले पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया हो, लेकिन उनके बेटे के विरुद्ध जरूर मुकदमा दर्ज हो गया। यूनिसर्विटी में हुई मारपीट में एक पक्ष की ओर से रोहन ने अभिजीत, आदित्य, मोहित, पुनीत राय व अन्य के खिलाफ, जबकि दूसरे पक्ष की ओर से प्रभात आर्य की ओर से रोहन व उसके साथियों आयुष शर्मा, अंतरिक्ष शर्मा और अन्य पर मारपीट, जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। महिला बेटे रोहन को लेकर चली गईं।
वॉयरल हुआ वीडियो
थाने में महिला की दबंगई व सिपाही को तमाचे मारने का वीडियो न केवल सोशल मीडिया में वॉयरल हुआ, बल्कि देर शाम टीवी चैनलों पर भी चलने लगा।
पुलिस महानिदेशक (उत्तराखंड) अनिल रतूड़ी का कहना है कि महिला खुद को न्यायिक सेवा अधिकारी बता रही है। इस बात को क्रॉस चेक किया जा रहा है। अगर वह वास्तव में न्यायिक अधिकारी हैं तो हाईकोर्ट से अनुमति लेना जरूरी है। इसके लिए पुलिस हाईकोर्ट के सामने तमाम साक्ष्य एवं सबूतों को प्रस्तुत कर सुप्रीम कोर्ट की गाइड-लाइन के अनुसार कार्रवाई करने का अनुरोध करेगी।