लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजनाथ ने कहा, “प्रधानमंत्री का कहने का आशय यह था कि कांग्रेस के शासनकाल में जिस तरह से भ्रष्टाचार हुआ, उसमें मनमोहन जी बेदाग रहे. यह उनका अनादर नहीं है.”
उप्र विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उप्र में हारी हुई लड़ाई लड़ रही है. बसपा ने अपना स्तर इतना गिरा लिया है कि वह अब धर्म के आधार पर वोट मांग रही है. यह सही नहीं है.
उन्होंने कहा, “स्वस्थ लोकतंत्र में इस तरह की अपेक्षा नहीं की जाती कि लोग धर्म, पंथ और संप्रदाय के नाम पर वोट की अपील करेंगे, लेकिन दुर्भाग्य से बसपा ऐसा कर रही है. वह एक हारी हुई लड़ाई लड़ रही है.”
राजनाथ ने कहा कि उप्र की कानून व्यवस्था काफी खराब हो चुकी है. राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकडे इस बात की गवाही दे रहे हैं. उप्र में सुशासन और विकास नाम की चीज नहीं रह गई है. मुख्यमंत्री इसके लिए स्वयं जिम्मेदार हैं.