डीएम द्वारा निर्धारित सयमयावधि अनुसार एसएनसीयू नर्सिंग स्टॉफ चयनित।
जल्द होगा सक्रिय एसएनसीयू, आत्मनिर्भर सक्षम बनेगें अपने वारिटियर्स
जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में किए गए एसएनसीयू नर्सिंग स्टाफ हेतु आए आवेदकों के साक्षात्कार सम्पन्न।
देहरादून दिनांक 30 सितंबर 2024 जिलाधिकारी सविन बंसल के प्रयासों से जिला चिकित्सालय का निक्कू वार्ड जल्द ही सक्रिय हो जाएगा। एसएनसीयू के लिए नर्सिंग स्टाफ की साक्षात्कार प्रक्रिया
संपन्न कर ली गई है, जबकि डीएम के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा निक्कू वार्ड हेतु बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सक की पूर्व में तैनाती कर दी गई है। जिला चिकित्सालय में जल्द ही निक्कू वार्ड सक्रिय हो जाएगा, एसएनसीयू, कार्यरत निर्सिंग स्टाफ को प्रत्येक तीन माह में वेतन में 5 प्रतिशत् इंक्रीमेंट दिया जाएगा, जिससे नर्सिग स्टाफ/वारिटिंयर्स आत्मनिर्भर सक्षम बनेगें।
कार्मिकों को प्रत्येक 03 माह निक्कू वार्ड संचालित होने से जहां जिला चिकित्सालय में संस्थागत प्रसव बढ़ेंगे, वही जनमानस को महंगे चिकित्सालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। निक्कू वार्ड के लिए जिलाधिकारी ने एक डेडीकेटेड वाहन की भी व्यवस्था कर दी है जो केवल बच्चों को लाने ले जाने के ही काम आएगी, इसके लिए अनुमति दे दी गई है।आगे पढ़ें
जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार में सुनी आम जनता की समस्याएं,अधिकतर शिकायतों का मौके पर ही किया निस्तारण
जनता दरबार मे आज आईं कुल 131 शिकायतें, जिलाधिकारी ने अधिकारियों को समस्याओं पर त्वरित कार्यवाही करने के दिये निर्देश
देहरादून,30 सितंबर 2024(जि.सू.का.), आज जिलाधिकारी सविन बंसल ने कलेक्ट्रेट स्थित ऋषिपर्णा सभागार में जनता दरबार लगाया।जनता दरबार मे कुल 131 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमे से अधिकांश शिकायतों का डीएम ने मौके पर ही निस्तारण किया।आज अधिकतर शिकायते जमीन से संबंधित आईं।उन्होंने कहा कि जनता दरबार लगाने का उद्देश्य यही है कि हम लोगो की शिकायतों और समस्याओं को सुने और उनका त्वरित निदान करें।कहा कि अधिकांश बार देखने मे प्रतीत होता है कि जनता को अपने कार्याे के लिए विभागों के चक्कर काटने पड़ते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान भी जल्दी नही होता है।ऐसे में कलेक्ट्रेट में फरियादी अपनी फरियाद लेकर आते हैं।जहां संबंधित अधिकारियों को शिकायतों और समस्याओं के अति शीघ्र निस्तारण हेतु निर्देशित किया जाता है।
जनसुनवाई कार्यक्रम में चकराता-कांसी-बरोंधा-खबोउ-कोटा तपताड़, में रोडवेज बस सेवा शुरू किये जाने की मांग पर जिलाधिकारी ने संभागीय परिवहन अधिकारी को क्षेत्रवासियों की समस्या को देखते हुए यथाशीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए। चकराता में संचालित राजकीय प्राथमिक विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में विकसित करने की मांग पर मुख्य शिक्षा अधिकारी को कार्यवाही को लिखा। वहीं भूमि सम्बन्धी मामलों पर सम्बन्धित उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार को कार्यवाही को निर्देशित किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि आम जनता की समस्याओं को दूर करें और यदि उनकी समस्याओं का समाधान नही होता है तो ऐसे में संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय होगी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह,अपर जिलाधिकारी प्रसाशन जय भारत सिंह, अपर नगर आयुक्त बीर सिंह बुदियाल, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण लोकजीत सिंह, उप जिलाधिकारी हरिगिरि, उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय जैन, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार सहित समस्त विभागीय अधिकारी/कार्मिक उपस्थित रहे।आगे पढ़ें
जिलाधिकारी/प्रशासक एवं नगर आयुक्त, नगर निगम देहरादून के निर्देश के क्रम में आज नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत डोर टू डोर कूड़ा एकत्रिकरण व्यवस्था के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि मै० इकॉन वाटरग्रेस वेस्ट मैनेजमेन्ट सर्विस प्रा०लि० द्वारा आवंटित वार्डों में प्रतिशत ही रूट कवरेज करने की दशा में उनके मासिक बिल से रू0 24.956 (चौबीस हजार नौ सौ छप्पन रूपये) की कटौती की जायेगी। इसके अतिरिक्त में० सनलाईट वेस्ट मेनेजमेन्ट प्रा०लि० तथा मै० इकॉन वेस्ट मेनेजमेन्ट सॉल्यूशन्स प्रा०लि० पर के वाहनों की कार्य से अनुपस्थित/कार्मिकों के द्वारा वर्दी एवं आईकार्ड न पहनने पर क्रमशः रू0 1,450.00 तथा रु० 3,600.00 की अर्थदण्ड आरोपित किया गया।
उपरोक्त के अतिरिक्त क्षेत्रिय भ्रमण के दौरान मीडिया के माध्यम से संज्ञान में कि मै० इकॉन वेस्ट वाटरग्रेस मैनेजमेन्ट सर्विस प्रा०लि० के लोगो लगे एक वाहन संख्या UK07CB667 द्वारा कारगी क्षेत्र में नदी में बायोमेडिकल वेस्ट डाला जा रहा है। इस क्रम में अनुबंधित फर्म को तत्काल तलब किया गया। उक्त फर्म द्वारा अवगत कराया गया कि वाहन उनके पास कार्य नहीं कर रहा है तथा वाहन पर उनके लोगो/नाम का अनाधिकृत रूप से दुरूपयोग किया गया है. जिस कारण मै० इकॉन वेस्ट वाटग्रेस मैनेजमेन्ट सर्विस प्रा०लि० द्वारा उक्त वाहन को जब्त कर उपसर कार्यवाही किए जोने हेतु थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी जा रही है।
नगर निगम क्षेत्रान्तंगत प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक का भण्डारण/व्यापार/उपयोग करने वाले 103 लोगों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही करते हुए रू0 1,28,000/- का अर्थदण्ड वसूला गया।
नगर निगम की टीमों के माध्यम से समस्त वार्डों में डोर टू डोर कूड़ा एकत्रिकरण व्यवस्था एवं GVP स्थलो की दैनिक साफ सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया जा रहा है। डोर टू डोर कूड़ा एकत्रिकरण वाहनों द्वारा शत प्रतिशत रूट कवरेज ने करने/सभी वार्डों से कूड़ा एकत्रित ने करने की दशा में संबंधित फर्म के विरूद्ध चालानी कार्यवाही ही जा रही है। इसके अतिरिक्त किसी स्थान पर सिंगल यूज प्लाटिक का भण्डारण/व्यापार/उपयोग करने वालों के विरूद्ध भी चालानी कार्यवाही की जा रही है। सिंगल यूज प्लाटिक का भण्डारण/व्यापार/उपयोग करने वालों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही निरंतर रूप से की जायेगी तथा चालान के रूप में नियमानुसार अधिक से अधिक धनराशि का चालान काटा जायेगा।
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*सवालः- आवश्यकताएं इतनी, बजट अनयूज, इतने समय से डिसीजन मेंकिंग क्यों नहींः डीएम*
*मरीज हित से बढकर कुछ भी नहीं, सभी रिस्क, फाईनेंशियल जिम्मेदारी मेरीःडीएम*
*बोले आप सिर्फ मरीज का रखें उचित ख्याल।*
*चिकित्सालय के सभी खाते-मद खंगाल कर कराई डीएम ने एक-एक प्रभाग एवं चिकित्सक की जरूरत पूरी।*
*सभी निर्णय मौके पर ही, फंडस जारी करने के आदेश हुए निर्गत*
*निक्कू वार्ड में कार्य करने वाले आउटसोर्स कार्मिकों को भी दिया जाएगा इंसेंटिवः डीएम*
*जिला चिकित्सालय एवं एसएनसीयू को मिली अपनी अलग-2 नवीन एंबुलेंस*
*चिकित्सालय में बच्चों के लिए वार्ड में बनेगी कलरफल लाइब्रेरी, रखी जाएगी बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक पुस्तकें एवं कॉमिक्स।*
*देहरादून दिनांक 30 सितंबर 2024, (जि सू का),* जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल ने जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन) समिति की बैठक लेते हुए चिकित्सालय को मदवार प्राप्त बजट एवं चिकित्सालय में अवस्थित समस्त सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा की गई बचट प्रबन्ध में पाई खामिया। बजट होने के उपरान्त भी व्यय का निर्णय न किये जाने पर हैरानगी जताई। मौके पर ही किया बजट की समस्या का समाधान, एक-एक प्रभाग एवं चिकित्सक की जरूरत पूरी।
*डीएम के महत्वपूर्ण निर्देशः-*
*सभी चिकित्सालया में जांच हेतु लैब्स, मरीजों के लिए साफ बैड, आवश्यक दवाई, लाईट एवं चिकित्सक की उपस्थिति रहे अनिवार्य।*
*कोरोनेशन चिकित्सालय में नेत्र जांच हेतु डार्क रूम के लिए 40 लाख स्वीकृत।*
*वार्ड एवं लैब्स हेतु एसी उपकरण क्रय करने की मौके पर ही दी स्वीकृति, चिकत्सालय की दीवार पर सदेंशपरक पैन्टिंग बनाने के निर्देश।*
*मरीज हित से बढकर कुछ नहीं, सभी मरीज एवं तीमारदरों का रखें उचित ख्याल।*
*चिकित्सालय में चिकित्सक एवं स्टॉफ मरीजों एवं तीमारदारों से मानवीय पहलु को रखें सर्वोपरि, व्यवहार में रखे नरमी*
*चन्दन लैब के कार्मिक ऑनकाल होने पर जताई नाराजगी, डीएम ने पूछा जब भुगतान 24 घंटे का तो कार्मिक आनकॉल क्यों। सीएमओ एवं पीएमएस जवाब तलब।*
*मरीजों की जेब से न लगे पैंसे, अनावश्यक बाहर की दवाई लिखी पर्ची पंकड़ में आई, तो होगी सख्त कार्यवाही।*
जिलाधिकारी निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय की बचत से डीआईसी हेतु एक वाहन हायर करें, जो दूरदराज से आए बीमार बच्चों एवं उनके परिजनों को स्थानीय आवागमन की सुगमता बनाए। उन्होंने निर्देश दिए कि चिकित्सालय में अनुबंध लैब के कार्मिक 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे इसकी जिम्मेदारी संबंधित सत्यापन अधिकारी की होगी। संबंधित उप जिलाधिकारी करेंगे औचक निरीक्षण। उन्होंने निर्देशित किया कि चिकित्सालय में संचालित समस्त गतिविधियों को मीटिंग में रखा जाए ताकि उनकी समीक्षा करते हुए उनमें सुधार एवं मॉनिटरिंग की जा सके। जिलाधिकारी ने मरम्मत कार्य 2 वर्ष से लंबित रहने पर जताई नाराजगी कार्यों की लिस्ट की तलब। चिकित्सालय में किए जाने वाले मरम्मत कार्यों को तत्काल टेकअप करने निर्देश। जिला चिकित्सालय में सफाई व्यवस्थाओं की गुप्त जांच कराते हुए फोटोज के माध्यम से कमियां सभी सदस्यों के समक्ष रखी। चिकित्सालय में सफाई व्यवस्थाओं की धरातल की स्थिति उन्होंने संबंधित सफाई कंपनी पर कार्यवाही करने के लिए किया अधिकृत।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में मरीजों से व्यवहार में सौम्यता बनाए रखने तथा मानवीय दृष्टिकोण से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सालय में सुचित सुविधा हो तथा आवश्यक दवाई एवं जांच उपलब्ध हों। साथ निर्देश दिए कि बाहर से दवाई लिखने पर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
आरबीएसके टीम की फील्ड में उपस्थिति हेतु बायोमेट्रिक हाजिरी पोर्टल के माध्यम से मांगी। उन्होंने निर्देशित किया की एसएनसीयू समस्त एवं उपकरण एवं के लिए मौके पर ही दी स्वीकृति। *कोरोनेशन चिकित्सालय में नेत्र जांच हेतु डार्क रूम के लिए 40 लाख स्वीकृत। वार्ड एवं लैब्स हेतु एसी उपकरण क्रय करने की मौके पर ही दी स्वीकृति, चिकत्सालय की दीवार पर सदेंशपरक पैन्टिंग बनाने के निर्देश।*
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय जैन, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ निधि रावत, डॉ दिनेश चौहान, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय डॉ वाईएस चौहान सहित समिति के सदस्य एवं अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।
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*राजभवन देहरादून 30 सितम्बर, 2024*
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से सोमवार को राजभवन में मेजर जनरल जी डी बख्शी(से नि) ने भेंट की। इस अवसर पर उनके मध्य आंतरिक एवं बाह्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्र प्रथम से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। मुलाकात के दौरान उन्होंने अग्निवीर योजना के बारे में भी चर्चा की जिसमें राज्यपाल ने इस योजना को भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया, खासकर उत्तराखण्ड जैसे सैन्य बाहुल्य प्रदेश के लिए, जहां वीरता और बलिदान की एक लंबी परंपरा रही है और यहां के युवाओं में सेना में जाकर देश सेवा करने का जज्बा सदा ही बना रहता है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर अग्निवीर योजना के तहत आने वाले जवानों के प्रशिक्षण की गुणवत्ता और उनकी क्षमता की सराहना की। उन्होंने कहा कि अग्निवीरों का प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धा उच्चतम स्तर की हो रही है, और यह योजना सशस्त्र बलों को युवा ऊर्जा से भरने में सहायक साबित होगी। मुलाकात के दौरान उन्होंने भारतीय सेना और केंद्र व राज्य सरकार द्वारा सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए चलाई जा रहीं योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने नेशनल डिफेंस कॉलेज, आतंकवादी निरोधक अभियानों और एक साथ किए गए विदेशी दौरों की सुनहरी यादों को भी साझा किया। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और पहाड़ी क्षेत्रों में अपनी सैन्य शक्ति को और अधिक मजबूत करने पर जोर दिया और इन संवेदनशील क्षेत्रों में दुश्मनों की हर एक नापाक कोशिश को विफल करने के लिए जरूरी बताया।
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*राजभवन देहरादून 30 सितम्बर, 2024*
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को परेड ग्राउंड, देहरादून में किक बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता के समापन समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर किक बॉक्सिंग फेडरेशन के मुख्य संरक्षक मेजर जनरल जी डी बख्शी (से नि) भी मौजूद रहे। 4 दिन तक चली इस प्रतियोगिता में 18 राज्यों के 500 से अधिक खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ ने प्रतिभाग किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर प्रतियोगिता के विजेताओं को ट्रॉफी प्रदान की। चैंपियनशिप में सीनियर वर्ग में पंजाब की टीम विजेता बनी। पश्चिम बंगाल दूसरे और दिल्ली तीसरे स्थान पर रही। जूनियर ग्रुप में उत्तर प्रदेश विजेता और दिल्ली उप विजेता व महाराष्ट्र की टीम तीसरे स्थान पर रही। सब जूनियर में दिल्ली विजेता और गोवा की टीम उप विजेता व महाराष्ट्र की टीम तीसरे स्थान पर रही।
इस अवसर पर राज्यपाल ने मेडल और ट्रॉफी प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि जो प्रतियोगी इस बार जीत दर्ज नहीं कर पाए वे निराश न हों, बल्कि फिर से पूरी तैयारी के साथ प्रतियोगिता में भाग लें, जीत अवश्य होगी। उन्होंने कहा कि खेलों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है, यह युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण में सहायक होता है। इसी तरह किक बॉक्सिंग से युवाओं में अनुशासन, स्वास्थ्य व खान-पान के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होता है। यह आत्मरक्षा के साथ आपके अंदर आत्म विश्वास भी जगाता है।
राज्यपाल ने कहा कि यह खेल लड़कियों की आत्मरक्षा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण खेल है उन्होंने लड़कियों की भागीदारी पर भी प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन युवाओं में खेलों के प्रति प्रेरणा और उन्हें बुरी आदतों व नशे से दूर रखते हैं। राज्यपाल ने नवंबर 2024 में स्पेन में होने जा रही वर्ल्ड किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करने हेतु खिलाड़ियों को अग्रिम शुभकामनाएं दीं।
मेजर जनरल जी डी बख्शी (से नि) ने युवाओं से खेलों के प्रति अपना रूझान बढ़ाने और उन्हें राष्ट्रप्रेम के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं का जोश दुश्मनों को नाकों चने चबाने के लिए मजबूर करता है। इस अवसर पर किक बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेश कुमार खत्री, उत्तराखण्ड के अध्यक्ष के सी तिवारी सहित देशभर के प्रतिभागी मौजूद रहे।
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राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से सोमवार को राजभवन में सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। उन्होंने जम्मू कश्मीर में सैन्य सेवा के दौरान एक साथ बिताए गए पलों को भी याद किया।
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प्रधानमंत्री मोदी के “मन की बात” में छाया उत्तराखंड*
*जब भी अवसर आया, देश को दी देवभूमि की मिसाल*
*स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को सराहा*
*नवरात्रि के शुभारंभ पर 3 अक्टूबर को 10 साल पूरे कर रहा प्रधानमंत्री का “मन की बात” कार्यक्रम*
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव रहा है। प्रधानमंत्री के “मन की बात” कार्यक्रम में उत्तराखंड छाया रहा है। शारदीय नवरात्रि के शुभारंभ पर आगामी तीन अक्टूबर को “मन की बात कार्यक्रम” दस वर्ष पूर्ण कर लेगा। इन दस वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार उत्तराखंड का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में महिलाओं, युवाओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने अपने कार्यों से पूरे देश और समाज के सामने आदर्श मिसाल पेश की है। कई कार्यो को प्रेरणाजनक बताते हुए उन्होंने पूरे देश का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया।
*हर गांव में शुरू हो धन्यवाद प्रकृति अभियान*
मन की बात के 114वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनपद उत्तरकाशी के सीमांत गांव झाला का जिक्र किया। इस गांव के ग्रामीण हर रोज दो-तीन घंटे गांव की सफाई में लगाते हैं। गांव का सारा कूड़ा कचरा उठाकर गांव से बाहर निर्धारित स्थान पर रख दिया जाता है। ग्रामीणों ने इसे धन्यवाद प्रकृति अभियान नाम दिया है। प्रधानमंत्री ने ग्रामीणों की मुहिम की सराहना कर कहा कि देश के हर गांव में यह अभियान शुरू होना चाहिए।
*जखोली में महिलाओं ने जलस्रोत किए पुनर्जीवित*
रुद्रप्रयाग जनपद के जखोली ब्लॉक की ग्राम पंचायत लुठियाग में महिलाओं ने जल संरक्षण की दिशा में सराहनीय पहल की है। चाल-खाल (छोटी झील) बनाकर बारिश के पानी का संरक्षण किया। इस मुहिम से गांव में सूख चुके प्राकृतिक जलस्रोत पुनर्जीवित होने से पेयजल की किल्लत काफी हद तक दूर हो गई है और सिंचाई के लिए भी पानी मिलने लगा है। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के प्रयासों की सराहना कर इसे अनुकरणीय बताया। यहां ग्रामीणों को पानी के लिए तीन किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ता था।
*रोज 5-7 किमी पैदल सफर तय कर लगाए कोरोना के टीके*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कोरोना काल में बेहतर काम करने वाली बागेश्वर की एएनएम पूनम नौटियाल की खूब सराहना की। कोरोना का टीका लगाने के लिए पूनम ने रोज पांच से सात किमी का पैदल सफर तय किया। जो लोग वैक्सीन लगाने से डर रहे थे, उन्हें भी पूनम जागरूक किया। पीएम ने स्वयं भी पूनम से बात की। पीएम ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र होने से वैक्सीनेशन का सारा सामान इन्हें खुद ही अपने कंधे पर उठाकर ले जाना होता था।
*स्वच्छता अभियान में जुटे सुरेंद्र*
गुप्तकाशी के सुरेंद्र प्रसाद बगवाड़ी स्वच्छता अभियान में जुटे हैं। उन्होंने रुद्रप्रयाग के तत्कालीन जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल को गदेरे की सफाई करते देखा तो उन्होंने भी सफाई में जुटने का फैसला किया। वह केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित हैं।
*बोली-भाषा को बचाने के लिए काम कर रहा रं समाज*
प्रधानमंत्री ने अपनी मन की बात में धारचूला के रं समाज का जिक्र किया। अपनी बोली-भाषा को बचाने के लिए रं समाज द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रधानमंत्री ने जमकर तारीफ की और इसे पूरी दुनिया को राह दिखाने वाली पहल बताया। पीएम ने कहा कि उन्होंने धारचूला में रं समाज के लोगों द्वारा अपनी बोली को बचाने के प्रयास की कहानी एक किताब में पढ़ी।
*पवित्र स्थलों को प्लास्टिक कचरे से मुक्त करने में जुटे मनोज*
रुद्रप्रयाग के मनोज बैंजवाल पवित्र स्थलों को प्लास्टिक कचरे से मुक्त करने में जुटे हैं। पीएम ने उनकी सराहना की है। जो घाट गंदगी से पटे थे, उन्होंने वहां सफाई कर आरती शुरू कर दी। अन्य लोगों को भी इससे जोड़ा। अब लोगों ने वहां गंदगी फैलाना बंद कर दिया। उन्होंने तुंगनाथ, बासुकीताल आदि बुग्यालों को कचरे से मुक्त करने के लिए अभियान चलाया। अब वह स्कूलों में छात्रों को जागरूक कर रहे हैं।
*गायत्री ने रिस्पना की पीड़ा बताई*
देहरादून के दीपनगर निवासी छात्रा गायत्री ने रिस्पना नदी की पीड़ा को प्रधानमंत्री के सामने रखा था। उन्होंने बताया कि यह नदी अब लगभग सूख चुकी है। प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में उनकी बातचीत की रिकॉर्डिंग पूरे देश को सुनाई थी।
*घोड़ा लाइब्रेरी से दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच रही किताबें*
नैनीताल जिले में कुछ युवाओं ने बच्चों के लिए अनोखी घोड़ा लाइब्रेरी की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री ने इस कार्य की सराहना की है। इस लाइब्रेरी की खासियत है कि दुर्गम से दुर्गम इलाकों में भी इसके जरिए बच्चों तक पुस्तकें पहुंच रही हैं और यह सेवा बिल्कुल निशुल्क है। अब तक इसके माध्यम से नैनीताल के 12 गांवों को कवर किया गया है। बच्चों की शिक्षा से जुड़े इस नेक काम में मदद करने के लिए स्थानीय लोग भी खूब आगे आ रहे हैं।
*स्कूल परिसर में उगाई हरियाली*
राजकीय इंटर कालेज कोटद्वार में गणित के शिक्षक संतोष नेगी की ओर से जल संरक्षण के लिए किए गए प्रयोग को प्रधानमंत्री ने सराहा था। संतोष नेगी ने कॉलेज परिसर में दो सौ गड्ढे बनाकर उनमें बारिश के पानी का संचय किया, जिससे पूरा परिसर हरियाली से भर गया।
*दस साल से सूखा नाला हुआ पुनर्जीवित*
पौड़ी जिले के बीरोंखाल ब्लाक के उफ्रेखाल निवासी रिटायर्ड शिक्षक सचिदानंद भारती ने वर्ष 1989 में उफ्रेखाल में चाल खाल बनाकर बारिश के जल का संरक्षण किया। उन्होंने 30 हजार से अधिक चाल-खाल बनाकर बांज और बुरांश के पेड़ लगाए। इसका परिणाम हुआ कि 10 साल से सूखा नाला पुनर्जीवित हो उठा। उन्होंने अपने अभियान को पाणी राखो नाम दिया है।
*भोजनमाता भी कर रही स्वच्छता के प्रति जागरूक*
गुप्तकाशी के देवरगांव की चंपा देवी स्कूल में भोजन माता है और लोगों को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक कर रही हैं। उन्होंने बंजर भूमि पर पेड़ लगाकर उसे हराभरा बनाया है।
*भोजपत्र पर कलाकृतियां बना रही चमोली की महिलाएं*
उत्तराखंड के चमोली जिले के उच्च हिमालय क्षेत्र में उगने वाले दुर्लभ भोजपत्र की छाल पर महिलाएं अपनी कलम चलाकर पुरातन संस्कृति की याद दिला रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बद्रीनाथ दौरे के दौरान सीमांत नीति माणा घाटी की महिलाओं ने उन्हें भोजपत्र पर लिखा एक अभिनंदन पत्र भेंट किया था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने भोजपत्र के सोवियत बनाने को लेकर अपने मन की बात कार्यक्रम में महिलाओं की इस पहल की सराहना की।
*युवाओं ने बनाया घड़ियालों पर नजर रखने वाला ड्रोन*
रुड़की क्षेत्र में स्थित रोटर कंपनी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वन्य जीव संरक्षण और इको टूरिज्म के लिए नए-नए इनोवेशन युवा सामने ला रहे हैं । रुड़की में रोटर प्रीसिश़न ग्रुप ने वन्य जीव संस्थान की मदद से ऐसा ड्रोन तैयार किया हैं, जिससे नदी में घड़ियालों पर नजर रखने में मदद मिल रही है।
*लोक संस्कृति के संरक्षण में जुटे हैं पूरण सिंह*
जनपद बागेश्वर के रीमा गांव के निवासी पूरण सिंह उत्तराखंड की लोक संस्कृति के संरक्षण में जुटे हैं। उत्तराखंड की लोक विधा जागर, न्योली, हुड़का बोल, राजुला मालूशाही लोकगाथा के गायन में उन्होंने खास पहचान बनाई है। पूरण सिंह की बचपन मे ही दोनों आंखें खराब हो गई थी। वह पहाड़ी गीत झोड़ा, छपेली, चाचरी, न्यौली, छपेली, जागर आदि सुना करते थे। आंखें खराब होने से वह पढ़ाई नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने बाल्यावस्था से ही गायन शुरू कर दिया।
*प्रधानमंत्री के दिल में बसता है उत्तराखंड : धामी*
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तराखंड से अगाध प्रेम है। उत्तराखंड उनके दिल में बसता है। यह उनके देवभूमि से असीम लगाव को ही प्रदर्शित करता है कि प्रधानमंत्री ने “मन की बात” कार्यक्रम में देवतुल्य जनता, प्राकृतिक संपदा, रीति-नीति और लोक परंपराओं का अक्सर जिक्र किया है। इस कार्यक्रम ने छोटे से छोटे स्तर पर काम करने वालों को भी देश-दुनिया मे पहचान दी है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि नवरात्रि के शुभारंभ पर आगामी तीन अक्टूबर को “मन की बात” कार्यक्रम के 10 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। दस वर्षों में इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री ने सामाजिक संगठनों और लोगों द्वारा जनहित में किए गए अनेक कार्यों का जिक्र कर लोगों को अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया है कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए हम सबको अपना योगदान देना है।
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*स्वास्थ्य विभाग का चिकित्सा अधिकारियों को बड़ा तोहफा, अपर निदेशक व संयुक्त निदेशक पदों पर हुए प्रमोशन, एसडीएसीपी का भी शीघ्र मिलेगा लाभ*
*स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा चिकित्सकों की मांगों को लेकर गंभीर शासन*
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा अधिकारियों को बड़ा तोहफा दिया है। प्रमोशन की राह देख रहे हैं चिकित्सा अधिकारियों की वर्षों पुरानी मुराद शासन ने आज पूरी कर दी है। राज्य सचिवालय में स्वास्थ्य सचिव डॉ0 आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में डीपीसी की अहम बैठक आहूत की गई। जिसमें महानिदेशक स्वास्थ्य सहित शासन-प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे। डीपीसी की इस महत्वपूर्ण बैठक में 25 अपर निदेशक व 30 संयुक्त निदेशक के पदों पर डीपीसी की प्रक्रिया पूरी गई है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा चिकित्सकों की मांगों पर शासन हमेशा संवेदनशील रहा है। उन्होंने कहा महानिदेशालय से आए प्रस्ताव में अनेक खामियां थी, जिस वजह से पूरी प्रक्रिया में कुछ वक्त लग गया। आज डीपीसी की बैठक में 25 अपर निदेशक व 30 संयुक्त निदेशक के पदों पर समिति के द्वारा निर्णय लिया गया है। जिसका जल्द ही विधिवत आदेश भी जारी कर दिया जाएगा। एसडीएसीपी पर भी जल्द निर्णय हो जायेगा। चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर समय-समय पर ठोस कदम उठाये गए हैं। शासन के द्वारा कर्मचारियों के मुद्दे पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
आगे प ढ़े
हरिद्वारवासियों को धामी सरकार की सौगात*
*हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए 100 सीटों की मंजूरी*
*स्थानीय जनता को इलाज के लिए अब दूसरे शहरों का नहीं करना होगा रुख*
*सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा का आभार व्यक्त किया*
हरिद्वार जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार की दिशा में राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष प्रयासों से जल्द हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरू होने जा रहा है। बताया गया कि मेडिकल कॉलेज के लिए 100 मेडिकल सीट आवंटित की गई हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा का आभार व्यक्त किया है।
उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित करने के किये राज्य सरकार संकल्पित है। देहरादून, श्रीनगर, हल्द्वानी में राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद अब हरिद्वार में भी मेडिकल कॉलेज का संचालन होने जा रहा है। दरअसल, मैदानी जनपद होने के बावजूद हरिद्वार में चिकित्सकों की कमी थी। ऐसे में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के विशेष प्रयासों से हरिद्वार में मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ। स्वास्थय सचिव डॉ आर राजेश कुमार के विशेष प्रयासों से अल्प समय में इसका भवन बनकर तैयार हो गया। विगत माह एनएमसी की टीम ने हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया जिसमें कुछ कमियां इंगित की गई, जिन्हें बाद में दूर कर लिया गया। अब बताया जा रहा है हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के लिए शुरुआती चरण में 100 एमबीबीएस सीटों को मंजूरी मिली है।
*हरिद्वार की लाखों की आबादी को मिलेगा लाभ*
इस कॉलेज के निर्माण से हरिद्वार जनपद की लाखों की आबादी को लाभ होगा। दरअसल, इस जनपद की आबादी को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ऋषिकेश एम्स व देहरादून के विभिन्न अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता था लेकिन मेडिकल कॉलेज बनने से यहां के लोगों को आने वाले दिनों में काफी राहत मिलेगी।
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*राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए हमारी सरकार सतत रूप से कार्य कर रही है। हम पर्वतीय जनपदों के साथ ही मैदानी जनपदों में चिकित्सा सेवाओं को सुलभ बनाना चाहते हैं। हरिद्वार मेडिकल कॉलेज के निर्माण को तेजी से पूरा किया गया है। निश्चित ही भविष्य में लोगों को इस अस्पताल के खुलने से बड़ा लाभ होगा। उन्हें वहीं रहकर चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी।*
*पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री*।