राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जबर्दस्त जीत दर्ज की है, साथ ही गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने में सफल रही है। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में शुरू हो गई। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
पिछले महीने उड़ीसा के स्थानीय निकाय चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा ने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने का फैसला किया है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को लगता है कि 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए अभी से तैयारी शुरू की जानी चाहिये। ओडिशा में साल 2000 से बीजद प्रमुख और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में सरकार है और भाजपा को लगता है कि ओडिशा में सरकार विरोधी रूख का उसे लाभ मिल सकता है क्योंकि कांग्रेस वहां कमजोर हुई है। भाजपा को राज्य में पैर पसारने का मौका सत्ताधारी बीजू जनता दल में खींचतान से मिलता दिख रहा है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों में बीजद की अंदरूनी कलह सतह पर आ गई है। भाजपा इसी का फायदा उठाने की फिराक में है।