रुड़की: बुग्गावाला के बादीपुर गांव में युवती की ऑनर किलिंग कर परिजनों ने रात में ही शव को जला दिया। युवती का कसूर इतना था कि वह अपने प्रेमी से रात को फोन पर बात कर रही थी। पुलिस ने इस मामले में युवती की मां, भाई और चाचा समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या में अहम भूमिका निभाने वाला मामा फरार है। पुलिस ने हत्या के साक्ष्य मिटाने में सहयोग करने वाले 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक बुग्गावाला थानाक्षेत्र के बादीपुर गांव निवासी शिवानी उम्र 20 वर्ष पुत्री राजेंद्र का गांव के ही अजय से करीब ढाई साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ही शादी करना चाह रहे थे, हालांकि एक ही बिरादरी के होने के बावजूद युवती की मां मिथलेश इसके खिलाफ थी। मिथलेश बेटी पर अजय से संबंध समाप्त करने के लिए दबाव डाल रही थी।
पुलिस के मुताबिक 21 अक्टूबर की रात को शिवानी का मामा अशोक निवासी कुड़कावाला घर पर आया। रात को मिथलेश ने शिवानी को फोन पर बात करते हुए पकड़ लिया। इसके बाद अशोक ने बहन और भांजे के साथ मिलकर शिवानी की गला दबाकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद रात को ही भाई सौरभ अपने दोस्त सुनील उर्फ बाली के साथ मिलकर बाइक पर शिवानी का शव श्मशान में छोड़ आया। अल सुबह गांव के करीब 15 लोगों ने गुपचुप तरीके से शव का अंतिम संस्कार कर दिया। सुबह शिवानी के प्रेमी अजय को जब इस बात का पता चला तो वह डर गया। दो दिन तक वह चुप रहा।
गुरुवार को बुग्गावाला थाना पहुंचकर उसने पुलिस को तहरीर दी। एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने ऑनर किलिंग के मामले में मां मिथलेश, भाई सौरभ, मामा अशोक निवासी कुड़कावाला थाना बुग्गावाला तथा हत्या के साक्ष्य मिटाने में सुनील उर्फ बाली, चाचा सरमौर समेत गांव के करीब 15 आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया है।
थानाध्यक्ष गोविंद कुमार ने मुकदमा दर्ज करने के कुछ ही देर बाद हत्या की आरोपी मिथलेश, सौरभ, सरमौर तथा सुनील उर्फ बाली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी शिवानी के जहर खाकर मरने की बात कहते रहे, लेकिन पूछताछ में उन्होंने सच उगल दिया। घटना के वक्त युवती के पिता राजेंद्र खेत पर गए हुए थे। उन्हें भी परिजनों ने शिवानी के जहर खाने की बात बताई थी।