उत्तरकाशी। शनिवार को हुई बर्फबारी के बाद रविवार को खिली धूप लोगों को ठंड से राहत दी। लेकिन, मौसम बदलने के बाद बर्फीले रास्ते और राहगीरों के लिए और भी खतरनाक हो गए है। इन रास्तों पर पाले के कारण फिसलन का खतरा बढ़ गया है। वाहन चालक सड़क पर अपनी पकड़ नहीं बना पा रहे हैं। ऐसे में सड़क में जमा पाला हादसों को न्योता दे रहा है। वहीं, संबंधित विभाग इस समस्या से निपटने के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं कर पा रहा है। बता दें कि बर्फबारी के दौरान बर्फीले रास्तों पर चूने की व्यवस्था की जाती है। रविवार को बड़कोट से उत्तरकाशी आ रही डेली सर्विस में बैठी सवारियों की उस समय सांसे अटक गई. जब राड़ी टॉप में पाले से ढकी सड़क पर अचानक बस का टायर फिसलने लगा। वहीं, इस बस में करीब 25 लोग सवार थे। जिन्हें दो घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद गाड़ी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। .बस सवार अरविंद थपलियाल ने बताया कि बड़कोट से उत्तरकाशी आ रही डेली सर्विस बस में करीब 25 सवारियां थी। तभी राड़ी टॉप के पास चालक ने फिसलन के कारण वाहन पर अपनी नियंत्रण खो दिया। जिसके बाद बस में सवार यात्रियों की सांसे अटक गई। जिसके बाद दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बस में सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं, इस घटना के बाद भी संबंधित विभाग और प्रशासन की तरफ से सड़क पर फिसलन से निपटने के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं किये गए हैं।