देहरादून। जो बोले सो निहाल… के जयकारों के साथ आज सुबह दस बजे हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कोरोना की वजह से इस वर्ष तीन माह बाद हेमकुंड साहिब के कपाट खुले हैं। इस बार सिर्फ एक माह छह दिन के लिए ही हेमकुंड साहिब के दर्शन किए जा सकेंगे।
मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने हेमकुंड यात्रा के लिए पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड के नियमों का पालन करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की गाइडलाइन के तहत शुरुआत में कम ही श्रद्धालु हेमकुंड जा सकेंगे। धीरे-धीरे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाई जाएगी। 200 से अधिक यात्रियों को हेमकुंड जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बृहस्पतिवार को गोविंदघाट गुरुद्वारे में सुखमणी पाठ, अरदास, शबद कीर्तन के बाद पंच प्यारों की अगुवाई में सुबह साढ़े नौ बजे जो बोले सो निहाल… के जयकारों के साथ 105 श्रद्धालुओं का पहला जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ। शाम को श्रद्धालुओं का जत्था घांघरिया में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचा। कोरोना संक्रमण के कारण हेमकुंड साहिब के प्रवेश द्वार गोविंदघाट में तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित रही।