देहरादून। राजधानी में जहरीली शराब पीन से हुई 7 मौतों के बाद पूरे राज्य में हड़कंप मचा है। नेशविला रोड स्थित पथरिया पीर इलाके में जहरीली शराब मौत प्रकरण में मुख्य शराब माफियाओं की अभी तक गिरफ्तारी न होने स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. दूसरी तरफ जहरीली शराब पीने से मृत लोगों को परिजनों की मांग है कि इस घटना के शिकार हुए परिवार वालों को सरकार मुआवजा दे, क्योंकि कई परिवारों में रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है। मरने वाले लोगों के परिजनों की मांग है कि सरकार इस मामले की गंभीरता को देखते हुए 10 -10 लाख का मुआवजा देने की घोषणा करें। क्योंकि कई परिवारों के रोजी रोटी चलाने वाले लोग जहरीली शराब से खत्म हो चुके हैं।
पथरिया पीर इलाके के लोगों का आरोप है कि लंबे समय से इलाके में सक्रिय मौत के सौदागरों की शिकायत पुलिस प्रशासन को दी गई थी, लेकिन किसी भी तरह से कोई कार्रवाई न होने से आज नतीजा सबके सामने है। लोगों का कहना है कि चुनाव के समय घर-घर वोट मांगने वाले राजनीतिक लोग आज के घटनाक्रम में पूरी तरह से नदारद हैं. इतनी बड़ी घटना होने के बाद सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के लोग किसी परिवार की सुध लेने नहीं पहुंचे हैं। लोगों ने साफ तौर पर कहा कि जबतक मुख्यमंत्री घटनास्थल पर आकर मुआवजा और सख्त कार्रवाई के आश्वासन नहीं देते तब तक इलाके में शवों का दाह संस्कार नहीं होगा और विरोध जारी रहेगा.पथरिया पीर इलाके में छाया मातमशराब की वजह से मरने वाले लोगों के परिवारों में मातम छाया हुआ है। अलग-अलग घरों से शवों को दाह संस्कार किए जा रहे हैं। मरने वाले लोगों में ज्यादातर शादीशुदा 25 से 35 साल उम्र के नौजवान हैं। मौत के साए में परिवारों में रोते बिलखते लोग सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
आग का गोला बनी चलती कार, बमुश्किल बचाई गई ड्राइवर की जान
Sat Sep 21 , 2019