हरिद्वार। जब यह पूछा है कि यह दावा किस आधार पर किया गया और बिना अनुमति के दवा का प्रचार प्रसार कैसे किया जा रहा है। हालांकि केंद्रीय आयुष मंत्री की तरफ से फिलहाल फैसला नहीं होने की बात कहने के बावजूद पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने विवाद खत्म हो जाने की बात कही है।
पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, यह सरकार (केंद्र सरकार) आयुर्वेद को प्रोत्साहन व गौरव देने वाली है। जो कम्युनिकेशन गैप था, वह दूर हो गया है। क्लीनिकल ट्रायल के जितने भी स्टैंडर्ड पैरामीटर्स हैं, उन सभी को 100 फीसदी पूरा किया गया है। इसकी सारी जानकारी हमने आयुष मंत्रालय को दे दी है।