*विजय दिवस पर वीर भारतीय सैनिकों को श्रद्दांजलि उपरांत गैरसैंण आर-पार आंदोलन हेतु आए ठोस सुझाव|*
देहरादून 16 दिसम्बर 2018| गैरसैंण को पूर्णकालिक व स्थाई राजधानी बनाने को लेकर *गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान* का धरना 91वाँ दिवस में प्रवेश कर गया| गैरसैंण राजधानी आंदोलन को गति प्रदान करने के लिए 25 दिसम्बर 2018 से शुरु किए जाने वाले आंदोलन की रणनीति विकसित करने हेतु आज संघर्ष स्थल पर दोपहर 2:00 बजे से बैठक बुलाई गई बैठक संपन्न हुई| बैठक में सर्वप्रथम 16 दिसम्बर को सेना के विजय दिवस पर गैरसैंण अभियान के पदाधिकारियों द्वारा संघर्ष स्थल पर सन् 1971 में विजित हुई भारतीय सेना की शौर्य गाथा को पढ़ा गया| और 1971 की जीत के भारतीय सेना की जीत के आजाद भारत का स्वर्णिम पड़ाव बताया गया| सभी गैरसैंण अभियानकर्मियों ने राष्ट्र के लिए शहीद होने वाले सेना सेनाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई|
इसके उपरांत *गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान* ने प्रदेश की स्थाई व पूर्णकालिक राजधानी गैरसैंण बनाने को लेकर आगामी 25 दिसम्बर को *आर पार आंदोलन* की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा बैठक प्रारम्भ हुई| बैठक में विभिन्न वक्ताओं ने भिन्न भिन्न विचार व सुझाव बैठक में रखे| बैठक 2 बजे दिन में शुरू हुई और सांय 4:30 बजे तक चली|
*गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान* की बैठक में तय किया गया कि 25 दिसम्बर 2018 के आर-पार आंदोलन के लिए अभियानकर्मी सभी नागरिक संगठनों को अमांत्रित करेंगे| बैठक में तय किया गया कि जनसंगठनों की महापंचायत* में भागीदारी करने वाले व नेतृत्व देने वाले सभी संगठनों से संपर्क कर उनसे रणनीतिक सहयोग मांगा जाएगा| बैठक में रुद्रप्रयाग में घटित घटना जिसमें ग्राम प्रधान द्वारा अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति के घर का पानी काटा गया है की कड़ी भर्त्सना की गई है| श्रीमती ज्योत्सना असवाल ने मुद्दे पर प्रस्ताव दिया कि ऐसी घटनाओं से पहाड़ का गौरवमयी इतिहास कलंकित होता है, अथवा भूलकर भी आपसी भाईचारा न टूटे, को सर्वसम्मति से पारित किया गया| और मांग की गई कि किसी भी वंचित का किसी भी प्रकार से उत्पीड़न न किया जाए|
आज की सभा में एक और प्रस्ताव अभियान के सदस्य अमर सिंह कश्यप और मनोज ध्यानी द्वारा लाया गया कि उत्तराखंड की पर्वतीय जनता से अनुरोध और आह्वान किया जाए कि उत्तराखंड हिमालय के लोग किसी भी अवस्था में किसी भी बाहरी व्यक्ति को अपनी भूमि व संपत्ति न बेचें| इस प्रस्ताव द्वारा प्रवासी उत्तराखंड के लोगों से भी आह्वान किया गया है कि अपने गांव की ओर लौटें और अपने भाई-बन्धुओं की खैर खबर लेना प्रारम्भ करें| और स्वयं को उत्तराखंड में स्थापित करना शुरू करें| इस प्रस्ताव को भी सर्वसम्मति से पारित किया गया|
बैठक में निर्णय लिया गया कि *गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान*, *मा0 विधानसभा अध्यक्ष उत्तराखंड* द्वारा 19 दिसम्बर 2018 को गैरसैंण के विकास हेतु बुलाई गई बैठक पर पैनी नजर रखेगी, और देखेगी रि सरकार गैरसैंण को राजधानी बनाने की दिशा में किस प्रकार से आगे बढ रही है| बैठक में तय किया गया कि गैरसैंण को पूर्णकालिक व स्थाई राजधानी बनाने को लेकर आर-पार का आंदोलन जस का तो जारी रहेगा|
आज की *बैठक की अध्यक्षता गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान* के *श्री लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल* ने किया और रणनीतिक बैठक का *संचालन मनोज ध्यानी* द्वारा किया गया|
*गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान* की आज की बैठक व धरना में गैरसैंण अभियानकर्मियों में *रामभारत भारद्वाज, राकेश बडोनी, मनोज ध्यानी, अमर सिंह कश्यप, रघुवीर बिष्ट, मदन सिंह भंडारी, सुभाष रतूडी, वीरेन्द्र सिंह रावत, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, डा0 हरीश मैखुरी, पुरुषोत्तम डंगवाल, अशोक वर्मा, संजय थपलियाल, श्रीमती ज्योत्सना असवाल, भुवन जोशी, सौरभ रावल, राजेश कुमार* आदि बडी संख्या में आंदोलनकारी उपस्थित रहे।