अपनी धार्मिक समस्या परमधर्मसंसद् तक पहुँचाएं सनातनी
-परमाराध्य शङ्कराचार्य जी महाराज
सं. २०८१ माघ शुक्ल द्वादशी तदनुसार दिनाङ्क 9 फरवरी 2025 ई.
हमारे श्रीगुरु, अपने समय के सर्ववरिष्ठ धर्माचार्य ब्रह्मलीन ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज ने इस आवश्यकता का अनुभव किया कि समस्त विश्व के परमधार्मिक सनातनधर्मी हिन्दुओं को संरक्षण-संवर्धन देने और उनके धार्मिक हितों की संरक्षा करने के लिए एक सार्वभौम धर्म संस्था की आवश्यकता है।
उक्त बातें परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती १००८ ने आज अवशिष्ट बिन्दु विचार विषय पर व्यक्त करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि इसी सन्दर्भ में परमधर्मसंसद् १००८ की स्थापना हुई और वाराणसी तथा प्रयाग में इसका आयोजन हुआ। वर्तमान में कुम्भ पर्व पर २७ दिनों के लिए इसका कुम्भ क्षेत्र में आयोजन हुआ। धर्मांसदों ने सोत्साह इसमें भाग लिया और अनेक विषयों पर विचार के बाद अवर सदन, प्रवर सदन और परम सदन ने प्रस्ताव पारित किए, जिसे परमधर्मादेश के रूप में जारी किया गया।
इनमें गोहत्या से किसी भी रूप में जुड़े व्यक्ति का हिन्दू धर्म से बहिष्कार, गोमतदाता बनने की प्रेरणा, सनातन संरक्षण परिषद् का गठन, हिन्दू की परिभाषा, हिन्दुओं के उपास्य देवता का निर्णय, आयुर्वेद को हिन्दू चिकित्सा पद्धति घोषित करना, भारत के संविधान की हिन्दूपरक व्याख्या, धार्मिक विरासतों की पुनः प्राप्ति, धर्मजगत् के प्रदूषण मिटाना, गङ्गादि नदियों की अविरल-निर्मल धारा का सङ्कल्प, धार्मिक प्रतीकों की रक्षा की जरूरत, अन्न-जल की शुद्धि पर विचार, हर हिन्दू को भारत की नागरिकता की माँग, धर्म-न्यायालय का गठन, परिवार के संरक्षण पर जोर, हर घर हिन्दू संस्कार-शिक्षा, अखण्ड और समरूप भारत का निर्माण, सामाजिक समरसता, धर्मान्तरण और स्वधर्मानयन पर विचार, पर्व तिथियों की सर्वमान्य समरूपता के प्रयास, भाषा-भूषा के साङ्कर्य का निवारण, हर हिन्दू बच्चे का अधिकार है अपने धर्म की शिक्षा, हिन्दू प्रमाणीकरण परिषद् की स्थापना और हिन्दू धार्मिक नेतृत्व संरचना जैसे परमधर्मादेश घोषित किये गए।
बहुत से और विषय हैं, जो अभी भी विचार के लिए अवशिष्ट रह गये हैं। उन्हें और अब के बाद आने वाले अन्य विषयों को भी परमधर्मसंसद् १००८ के अग्रिम सत्र में विचारार्थ लिया जाएगा और परमधर्मादेश पारित किया जाएगा।
आगे कहा कि समस्त विश्व में निवास करने वाले हर सनातन, वैदिक, हिन्दू, आर्य, परमधार्मिक से अनुरोध है कि वे धर्मपालन में आ रही उनकी समस्याओं को परमधर्मसंसद् १००८ तक पहुँचाएं। परमधर्मसंसद् १००८ अपनी शक्ति भर उनकी समस्याओं के निराकरण का बौद्धिक/व्यावहारिक प्रयास करेगी। साथ ही इसे शक्तिमती बनाने के लिए आप अपना योगदान भी दें।
आज सदन में दो प्रासङ्गिक प्रस्ताव भी पारित हुए। भारत की संसद् में मनुस्मृति पर ग़लत टिप्पणी के लिए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को हिन्दू धर्म से बहिष्कृत करने का प्रस्ताव पारित हुआ तथा अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा अभिरक्षा के समय हिन्दुओं को गौमांस परोसे जाने पर निन्दा प्रस्ताव पारित किया गया।
आज विषय स्थापना साध्वी पूर्णांम्बा जी ने किया। इसी क्रम में लद्दाख से गीताञ्जलि जी, विकास पाटनी जी, डा. निशीथा जी, अनसूइया प्रसाद उनियाल जी, डेजी रैना जी, कुमारी प्रीति बेन जी, रमेश जी,डा. सुजाता पाण्डेय जी, गोविन्द सिंह जी, राहुल सिंह जी, प्रमोद कृष्ण शास्त्री जी, विकास रेंगे जी, गोपाल पटीदार जी, जनार्दन सिंह जी, सन्त त्यागी जी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
प्रकर धर्माधीश के रूप में श्री देवेन्द्र पाण्डेय जी ने संसद् का सञ्चालन किया। सदन का शुभारम्भ जयोद्घोष से हुआ। अन्त में परमाराध्य ने धर्मादेश जारी किया जिसे सभी ने हर-हर महादेव का उद्घोष कर पारित किया।
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26 February को 10 बजे जीत मणि पैन्यूली अध्यक्ष अखिल अखिल भारतीय वेब पोर्टल एसोसिएशन, IFSMN ने प्रेस संवैधानिक अधिकार देने के लिए देश के पत्रकार साथियों को सम्मेलन में सपरिवार प्रयाग राज महाकुंभ में परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती १००८ महाराजजी के शिविर sector 19 मे सादर आमंत्रित है इसके बाद आपकों सम्मान से रोजगार मिलेगा भटकना चला चल नही करना पड़ेगा! गुरु की कृपा से हमारे-आपके लिए किए कार्य सफल होते है ज्यादा से ज्यादा लाईक और शेयर कीजिए
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केजरीवाल की सुनो
कुछ भी दे लें दलील, जनसुरक्षा की कीमत पर नही कटेगी रोडः डीएम
यदि दिखा मलबा, गड्डे, या क्षतिग्रस्त जल संयोजन, तो कानूनी प्रर्वतन हेतु विभाग रहें तैयार
नेशनल खेलों के चलते भी 14 फरवरी के बाद ही किये जाएं प्रस्तावःडीएम
सीवर, पेयजल, विद्युत विभाग को सख्त हिदायत मानके किए जाएं पूरे, वरना अंजाम किसी से अछूता नहीं।
शनैः शनैः रोड सेफ्टी समन्वय समिति का महत्व एवं शक्तियां अब समझ रहे हैं इंजीनियरिंग विभाग।
देहरादून दिनांक 09 फरवरी 2025, ,जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जनपद में नेशनल खेलों के चलते 14 फरवरी तक सडक कटिंग की अनुमति नहीं है। हालांकि जिलाधिकारी ने निर्माणदायी संस्थानों को सडक कटिंग के बगैर साइड में परियोजनाओं के कार्य की अनुमति देते हुए शीघ्र कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। डीएम ने स्पष्ट किया जनसुरक्षा की कीमत रोड कटिंग नही की जा सकती ऐसा करने वाले अंजाम को तैयार रहे। उन्होंने कड़े निर्देश दिए कि यदि सड़क पर मलबा, गड्डे, या क्षतिग्रस्त जल संयोजन, दिखा तो विभाग कानूनी प्रर्वतन हेतु तैयार रहें।
जिलाधिकारी ने कहा कि सडक क्रासिंग वाले स्थानों पर विद्युत, पेयजल, सीवर लाइन विछाने के लिए 15 फरवरी के बाद केवल रात्रि में 10 से सुबह 5 बजे तक ही अनुमति रहेगी। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि रात्रि में ही काम पूरा होने के बाद ड्रेन को बंद किया जाए। ताकि कोई दुर्घटना या आम लोगों को कोई परेशानी न हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन कार्याे की पूर्व में अनुमति दी जा चुकी है, वहां पर परियोजना का काम पूरा होने के बाद डामरीकरण सहित अन्य विभागीय कार्याे को भी पूरा किया जाय। जहां पर परिसंपत्तियों को क्षति हुई है उसे ठीक कराया जाए। निर्माणदायी संस्था संबधित विभागों को क्षतिपूर्ति की धनराशि समय से उपलब्ध करें। इस दौरान उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, अधिक्षण अभियंता मुकेश परमार सहित जल संस्थान, जल निगम, विद्युत एवं दूर संचार आदि विभागों के अधिकारी मोजूद थे।
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अध्यक्ष उत्तराखंड जजेज एसोसिएशन श्री राकेश कुमार सिंह ने अवगत कराया है कि उत्तराखण्ड जजेज एसोसियेशन का वार्षिक समारोह / अधिदेशन रविवार दिनांक 09.02.2025 को प्रस्तावित था, किन्तु अपरिहार्य कारणों से उत्तराखण्ड जजेज एसोसियेशन का वार्षिक समारोह / अधिवेशन रविवार दिनांक 23.02 2025 को पुनर्निधारित किया गया है. जो स्थान “दून विश्वविद्यालय, देहरादून’ में आयोजित किया जाना है, जिसमें मा० सर्वोच्च न्यायालय के गा० न्यायाधीश श्री सुधांशु धूलिया, मा० उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड, नैनीताल के मा० मुख्य न्यायाधीश के अलावा अन्य मा० न्यायाधीशगण एवं राज्यभर के सभी न्यायिक अधिकारीगण उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ना० मुख्यमंत्री जी उत्तराखण्ड सरकार, देहरादून रहेंगे।
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*LIVE: प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में आयोजित भजन संध्या में प्रतिभाग*