स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पुलिस के साथ संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन ।
उत्तरकाशी :- उत्तराखण्ड स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति, उत्तरकाशी से राष्ट्रीय तम्बाकू नियंन्त्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जिला तम्बाकू नियंत्रण न प्रकोष्ट एवं बालाजी सेवा संस्थान देहरादून की टीम के द्वारा ‘‘सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद (कोटपा) अधिनियम-2003‘‘ के अनुपालन में पुलिस एवं प्रवर्तन दल के साथ पुलिस लाईन ज्ञानसू में संवेदीकरण कार्यशाला की गई।
जिसकी अध्यक्षता कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं क्षय रोग अधिकारी डाॅ0 सुजाता सिंह एवं सी0ओ0 पुलिस हीरा लाल बिजल्वाण के द्वारा संयुक्त रूप में की गई।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में आर0आई0 जनक पंवार के द्वारा सभी उपस्थित प्रतिभागियों को संक्षिप्त जानकारी दी गयी । जिला सलाहकार ज्ञानेन्द्र पंवार के द्वारा मंच का संचालन किया गया साथ ही कोटपा अधिनियम के सम्बन्ध में जानकारियां दी गयी । बालाजी सेवा संस्थान के क्षेत्रीय संमन्वयक एवं एडवोकेट श्री अश्वनी शर्मा के द्वारा कोटपा अधिनियम-2003 की समस्त धाराओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी जिसमें धारा 4 के सार्वजनिक स्थानों पर धुम्रपान करना निषेध के बारे में बताया साथ ही साथ धारा 6क एवं 6ख के बारे में जानकारी दी गयी कि जिसमें 6क के अन्तर्गत 18 वर्ष तक के आयु वर्ग के लोगों के लिए तम्बाकू उत्पाद खरीदना एवं बेचना कानूनन अपराध है l एवं 6ख के अन्तर्गत किसी भी शैक्षणिक संस्थान/अस्पताल के 100 गज की परिधि में तम्बाकू उत्पाद बेचना/रखना एवं धुम्रपान प्रयोग करना पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित है l जानकारी प्रदान की गयी l धारा 5 के अन्तर्गत तम्बाकू उत्त्पादों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रचार-प्रसार पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित है। धारा 7 के अन्तर्गत प्रत्येक वर्ष के लिए उत्पादों पर होने वाले प्रदर्शित चित्र के बारे में जानकारी दी तथा प्रतिभागियों की अधिनियम से सम्बन्धित भ्रांन्तियां दूर की।
कार्यक्रम में नोडल अधिकारी डाॅ0 सुजाता सिंह के द्वारा प्रतिभागियों को तम्बाकू उत्पादों से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया जिसमें मुख्य रूप से तम्बाकू उत्पाद से शरीर में होने वाली गंभीर बिमारियां जैसे- अनेक प्रकार के कैंसर, अल्सर, टी0बी0, लकवा, नपुंसकता, गर्भवतियों से मृत बचे का जन्म होना, अस्थमा, असामान्य रक्त-चाप आदि गंभीर बिमारियों के बारे में जानकारी दी गयी । साथ ही कोटपा-2003 के अनुपालन में आने वाली कठिनाईयों एवं उनके उपाय के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ पुलिस एवं प्रवर्तन दल के सहयोग व सहभागिता के बारे में विचार साझा किये।
कार्यक्रम में सोशल वर्कर सोनिका बिष्ट, काउंन्सलर मिनाक्षी बुटोला एवं बालाजी सेवा संस्थान के जिला समन्वयक अजीत सिंह जस्सर आदि शामिल थे।