सुमन सागर टिहरी बांध उत्तराखंड प्रकृति के कई ऐसे अहसास हैं जो हमें शहरों में रहते हुए नहीं मिलते। कांक्रीट के जंगलों में रहते हुए हमारी नई पीढ़ी इस धरती की खूबसूरती को सिर्फ कागजों या चित्रों में ही देखती है।
कितना अच्छा हो जो उसे प्रकृति के उस अनछुए अहसास को नजदीक से महसूस करने का मौका मिल सके। इसके लिए इन गर्मियों से बेहतर समय भला कौनसा हो सकता है।
(मदन पैन्यूली)?
खुले आकाश में पंछियों की तरह उड़ना, ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों की चोटियों को छूना या बर्फीली वादियों में अठखेलियां करने का मजा और रोमांच लोगों को साहसिक पर्यटन की ओर आकर्षित करते हैं। यही वजह है कि देश के पर्यटन मानचित्र पर कुछ ऐसे स्थान बहुत तेजी से उभरे हैं, जो देश-विदेश से युवाओं को साहसिक पर्यटन के लिए लुभा रहे हैं।
इन्हीं सभी जगहों में से एक है टिहरी जो कि देहरादून से केवल 110 किमी की दूरी पर स्थित है। इस जगह खूबसूरती का कोई जवाब नहीं है, इसी को देखते हुए उत्तराखंड टूरिज्म ने यहां पर्यटकों के लिए महोत्सव का भी आयोजन करना शुरू कर दिया है।
टिहरी जिले में खूबसूरत नजारों की कोई कमी नहीं है. यहां मानव निर्मित करीब 53 वर्ग किमी की झील है तो बूढा केदार, देवप्रयाग, चंद्रबदनी और सुरकंडा देवी जैसे तीर्थ स्थान भी हैं. यहां से हिमालय की बर्फ से ढकी ऊंची-ऊंची चोटियों के दर्शन भी होते हैं. दूसरी तरफ इसी सीमाएं भाबर क्षेत्र के मैदानी इलाके के ऋषिकेश तक जाती हैं. चम्बा और धनोल्टी में सालभर पर्यटकों का जमावड़ा रहता है.
टिहरी गढ़वाल में दर्शनीय स्थान खूब हैं और यह सैर-सपाटे के शौकीनों के लिए बहुत कुछ पेश करता है. यहां भागीरथी नदी पर बना देश का सबसे ऊंचा टिहरी बांध भी है, जो धीरे-धीरे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है
सुमन सागर टिहरी बांध उत्तराखंड प्रकृति के कई ऐसे अहसास हैं