पिथौरागढ़:प्रदेश के वित्त मंत्री श्री प्रकाश पंत शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गये। स्व. प्रकाश पंत का अन्तिम संस्कार पिथौरागढ़ में उनके पैतृक घाट रामेश्वर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनकी शव यात्रा में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, भाजपा अध्यक्ष व सांसद अजय भट्ट के साथ ही विभिन्न राजनैतिक दलों, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। देव सिंह मैदान पिथौरागढ़ तथा उनके आवास पंत निवास खडकोट पिथौरागढ़ में भी महामहिम राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के साथ ही अन्य गणमान्य लोगों ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पमाला अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। पंत निवास खडकोट से रामेश्वर घाट तक शव यात्रा आयोजित हुई। रामेश्वर घाट पर उनके पुत्र सौरभ पंत ने उन्हें मुखाग्नि दी।
रामेश्वर घाट पर मख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सांसद अजय टम्टा, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा अजय भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, सहकारिता मंत्री डा. धनसिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, विधायक विशन सिंह चुफाल, पुष्कर सिंह धामी, कैलाश गहतोड़ी, महेश नेगी, गोविंद कुंजवाल, चन्दनरा दास, पूरन फर्त्याल, दायित्वधारी शमशेर सत्याल, गहराज बिष्ट सहित हजारों की संख्या में नगरवासी शामिल रहे।
प्रदेश की महामहिम राज्यपाल ने स्वर्गीय प्रकाश पंत के निवास खड़कोट पंहुच कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके परिजनों से मिलकर दुःख एवं सांत्वना व्यक्त की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्व. प्रकाश पंत को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये कहा कि स्व. प्रकाश पंत जी का अचानक असमय इस प्रकार दुनिया से विदा होना हमारे लिए बहुत ही दुःखदायी है। उनके जाने से राजनीति में आयी रिक्तता को भरना भी बड़ा कठिन है। सदन में सबको साथ लेकर चलने की उनकी कुशलता, वित्तीय मामलों का ज्ञान और विपक्ष के हर सवालों का मधुर मुस्कान के साथ जवाब देना, ये सब अब उनकी यादों में रहेगा। शांत, सौम्य और सरल स्वभाव के धनी स्व. प्रकाश पंत जी ने अपने लम्बे राजनैतिक जीवन में प्रदेश के गठन और बाद में प्रदेश को एक नई दिशा देने में बड़ी भूमिका निभायी। उनके निधन से प्रदेश ने एक महान व्यक्तित्व को खो दिया।
रामेश्वर घाट पर मख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सांसद अजय टम्टा, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा अजय भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, सहकारिता मंत्री डा. धनसिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, विधायक विशन सिंह चुफाल, पुष्कर सिंह धामी, कैलाश गहतोड़ी, महेश नेगी, गोविंद कुंजवाल, चन्दनरा दास, पूरन फर्त्याल, दायित्वधारी शमशेर सत्याल, गहराज बिष्ट सहित हजारों की संख्या में नगरवासी शामिल रहे।
प्रदेश की महामहिम राज्यपाल ने स्वर्गीय प्रकाश पंत के निवास खड़कोट पंहुच कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके परिजनों से मिलकर दुःख एवं सांत्वना व्यक्त की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्व. प्रकाश पंत को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये कहा कि स्व. प्रकाश पंत जी का अचानक असमय इस प्रकार दुनिया से विदा होना हमारे लिए बहुत ही दुःखदायी है। उनके जाने से राजनीति में आयी रिक्तता को भरना भी बड़ा कठिन है। सदन में सबको साथ लेकर चलने की उनकी कुशलता, वित्तीय मामलों का ज्ञान और विपक्ष के हर सवालों का मधुर मुस्कान के साथ जवाब देना, ये सब अब उनकी यादों में रहेगा। शांत, सौम्य और सरल स्वभाव के धनी स्व. प्रकाश पंत जी ने अपने लम्बे राजनैतिक जीवन में प्रदेश के गठन और बाद में प्रदेश को एक नई दिशा देने में बड़ी भूमिका निभायी। उनके निधन से प्रदेश ने एक महान व्यक्तित्व को खो दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकाश पंत जी से पिछले तीन दशकों से एक कर्मठ एवं प्रमुख नेता के रूप में हमारा साथ रहा है। वार्ड सभाषद से विधानसभा व विधान परिषद के सदस्य, विधानसभा अध्यक्ष, संसदीय कार्य सहित तमाम मंत्रालयों की जिम्मेदारी उन्होंने संभाली। उत्तराखण्ड विधानसभा के युवा अध्यक्ष के रूप में उन्होंने विधायी एवं संसदीय प्रणाली के कुशल रणनीतिकार के साथ ही इस पद के गौरव को महानता प्रदान की। प्रदेश की किसी भी समस्या के समाधान में वे सदैव उनके सहयोगी रहे है। उन्होंने स्व. प्रकाश पंत जी के निधन को अपनी व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा कि ईश्वर उन्हें सदगति दे तथा उनके परिवार को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
श्रद्धांजलि में महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड श्रीमती बेबी रानी मौर्य, रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह, केन्द्रीय मानव एवं संसाधन मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, मुख्यमंत्री उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत, केन्द्रीय मंत्री अस्विनी चैबे, अध्यक्ष विधानसभा उत्तराखंड प्रेम चंद्र अग्रवाल, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत, सांसद अल्मोड़ा अजय टमटा, सांसद नैनीताल अजय भट्ट, सांसद पौड़ी तीरथ सिंह रावत, प्रदेश भाजपा प्रभारी स्याम जाजू, राज्य सभा सांसद प्रदीप टमटा,पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड भगत सिंह कोश्यारी, हरीश रावत,विधायक डीडीहाट विशन सिंह चूफाल, गंगोलीहाट मीना गंगोला, धारचूला हरीश धामी, विधायक द्वाराहाट महेश नेगी, लोहाघाट पूरन फर्त्याल, विधायक खटीमा पुष्कर धामी, विधायक जागेश्वर गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक किच्छा, राजेश शुक्ला, ऋतु खंडूरी, पूर्व सांसद बलराज पासी,पूर्व विधायक गोपाल ओझा, महेन्द्र सिंह माहरा, अध्यक्ष के एमवीएन केदार जोशी,उपाध्यक्ष विधान सभा रघुनाथ सिंह चैहान,दर्जा राज्य मंत्री शमशेर सत्याल,अध्यक्ष जिला पंचायत प्रकाश जोशी,पूर्व विधायक नारायण राम आर्य,मुख्य सचिव उत्तराखंड उत्पल कुमार सिंह,पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी,सचिव वित्त अमित नेगी,आयुक्त कुमाऊं राजीव रौतेला,अपर सचिव एच सी सेमवाल,अपर सचिव मुख्यमंत्री सुरेश जोशी,डीआईजी अजय जोशी, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ विजय कुमार जोगदण्डे,जिलाधिकारी चंपावत रणवीर सिंह चैहान,पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ आर सी राजगुरु, धीरेंद्र गुंज्याल, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती वन्दना,अपर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आर डी पालीवाल, टी एस मर्तोलिया,भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र वल्दिया समेत प्रदेश के अन्य जनपदों से विभिन्न जनप्रतिनिधि ,व अपार जनसैलाब उपस्थित रहा।अंतिम शव यात्रा पंत निवास खड़कोट से निकली तथा अंत्येष्टि रामेश्वर घाट सरयू तथा रामगंगा नदी के संगम में हुई। पार्थिव शरीर को मुखाग्नि स्व.पंत जी के सुपुत्र सौरव पंत द्वारा सायं 6ः19 पर दी गई।
श्रद्धांजलि में महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड श्रीमती बेबी रानी मौर्य, रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह, केन्द्रीय मानव एवं संसाधन मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, मुख्यमंत्री उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत, केन्द्रीय मंत्री अस्विनी चैबे, अध्यक्ष विधानसभा उत्तराखंड प्रेम चंद्र अग्रवाल, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत, सांसद अल्मोड़ा अजय टमटा, सांसद नैनीताल अजय भट्ट, सांसद पौड़ी तीरथ सिंह रावत, प्रदेश भाजपा प्रभारी स्याम जाजू, राज्य सभा सांसद प्रदीप टमटा,पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड भगत सिंह कोश्यारी, हरीश रावत,विधायक डीडीहाट विशन सिंह चूफाल, गंगोलीहाट मीना गंगोला, धारचूला हरीश धामी, विधायक द्वाराहाट महेश नेगी, लोहाघाट पूरन फर्त्याल, विधायक खटीमा पुष्कर धामी, विधायक जागेश्वर गोविंद सिंह कुंजवाल, विधायक किच्छा, राजेश शुक्ला, ऋतु खंडूरी, पूर्व सांसद बलराज पासी,पूर्व विधायक गोपाल ओझा, महेन्द्र सिंह माहरा, अध्यक्ष के एमवीएन केदार जोशी,उपाध्यक्ष विधान सभा रघुनाथ सिंह चैहान,दर्जा राज्य मंत्री शमशेर सत्याल,अध्यक्ष जिला पंचायत प्रकाश जोशी,पूर्व विधायक नारायण राम आर्य,मुख्य सचिव उत्तराखंड उत्पल कुमार सिंह,पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी,सचिव वित्त अमित नेगी,आयुक्त कुमाऊं राजीव रौतेला,अपर सचिव एच सी सेमवाल,अपर सचिव मुख्यमंत्री सुरेश जोशी,डीआईजी अजय जोशी, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ विजय कुमार जोगदण्डे,जिलाधिकारी चंपावत रणवीर सिंह चैहान,पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ आर सी राजगुरु, धीरेंद्र गुंज्याल, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती वन्दना,अपर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आर डी पालीवाल, टी एस मर्तोलिया,भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र वल्दिया समेत प्रदेश के अन्य जनपदों से विभिन्न जनप्रतिनिधि ,व अपार जनसैलाब उपस्थित रहा।अंतिम शव यात्रा पंत निवास खड़कोट से निकली तथा अंत्येष्टि रामेश्वर घाट सरयू तथा रामगंगा नदी के संगम में हुई। पार्थिव शरीर को मुखाग्नि स्व.पंत जी के सुपुत्र सौरव पंत द्वारा सायं 6ः19 पर दी गई।