HTML tutorial

कोरोना के खौफ से बाजारों में पसरा सन्नाटा

Pahado Ki Goonj

देहरादून। देश और दुनिया में कोरोना का प्रकोप इस कदर महामारी का रूप ले चुका है कि, इसका सबसे बड़ा असर रिटेल बाजार पड़ रहा हैं। भीड़- भाड़ में इस वायरस के फैलने की आशंका के चलते लोग मार्केट में खरीदारी करने से बच रहे हैं। जिसके चलते व्यापार काफी हद तक चैपट होता नजर आ रहा है। जिससे व्यवसायियों के चेहरे से रौनक गायब है।गौर हो कि राजधानी देहरादून में कोरोना वायरस के रोकथाम को लेकर पहले ही सिनेमा हॉल, मॉल, कॉम्पलेक्स, जिम और तमाम व्यवसायिक प्रतिष्ठान एहतियात के तौर पर 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं। उधर देहरादून का पलटन बाजार, धमावाला, हनुमान चैक, झंडा बाजार, मोती बाजार जैसे सबसे व्यस्ततम बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि इसी तरह चलता रहा तो उनको खाने के भी लाले पड़ जाएंगे। कोरोना के खौफ से बाजार से दिनों-दिन रौनक गायब हो रही है। उत्तराखंड सर्राफा व्यापार के उपाध्यक्ष गुरमीत सिंह के मुताबिक कोरोना के दहशत का आलम यह है कि सभी तरह का व्यापार चैपट हो गया है। फैक्ट्रियां भी फिलहाल बंद हो रही हैं। आने वाले दिन में कोरोना वायरस को लेकर और अधिक खतरा बताया जा रहा है। ऐसे में महीने, डेढ़ महीने के बाद सभी तरह के बाजारों में एक बड़ा आर्थिक घाटा सामने आएगा, जिसके कारण व्यापारिक स्थिति खराब हो जाएगी। गुरमीत सिंह के अनुसार शेयर मार्केट में सोने और चांदी का भाव लगातार नीचे गिरने के बाद भी खरीदार बाजार से दूरी बनाए हुए हैं। वहीं व्यापारी जसवीर सिंह के मुताबिक काफी वर्ष पहले जिस तरह चेचक की बीमारी पूरे विश्व भर में फैली थी, उसी तरह से कोरोना वायरस का खतरा सामने दिख रहा है। इस वायरस के दहशत के चलते कारोबार प्रभावित हो रहा है। ऐसे में सरकार को युद्ध स्तर पर बाजार के सार्वजनिक स्थानों पर सेनिटाइजर का छिड़काव करवाना चाहिए।

Next Post

त्रिवेन्द्र सरकार के तीन साल, राजधानी गैरसैंण बड़ी उपलब्धिः सीएम

देहरादून। सूबे की भाजपा सरकार ने आज अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे कर लिये है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह ने आज एक पत्रकार वार्ता के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों पर बोलते हुए कहा कि इन तीन सालों में सरकार ने जनहित कार्यो को सर्वोच्च प्राथमिकता पर […]

You May Like