सेममुखेम श्रीकृष्ण भगवान जी ने आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में जीतमणि पैन्यूली को आशीर्वाद देदिया है
भगत के बस में भगवान है।
30 मिनट तक सुनियेगा आपकी मनोकामना पूर्ण करने के लिए कह रहे हैं भगवान श्रीकृष्ण वंशी बजाकर अपने साक्षात्कार कर दर्शन दे रहे हैं। इस महान पुण्य प्राप्त करने का काम करते रहे।
जय सेमनागराजा
https://youtu.be/FBqEt3hgucc
मनुष्य का जैसे अन्न खाने के बाद उसके मन में उसी प्रकार के बिचार आकर समाज का समय का सदुपयोग, दुरुपयोग करने का काम करते हैं।
मन से मनन कर जनहित में बोलने का काम मनुष्य करते हैं
उसके लिए सिर्फ और सिर्फ जीतमणि पैन्यूली वर्ष 2005 से टिहरी बांध प्रभावित की समस्याओं को उठा रहे हैं।
परन्तु प्रतापनगर की जनता का रिमोट कंट्रोल करने वाले लोगों ने
अन्न खाने वाले बुद्धिजीवी लोगों को उलू बना कर रखा हुआ है
अन्न खाने वाले लोगों को अपने कहे शब्दों को पूर्ण करने के लिए काम करते रहना चाहिए
हमने26 जनवरी2006 से सुरु किये अंदोलन करके अपनी औकात का परिचय देते हुए ढपोल शंख बने।जनता की मान मर्यादा को समाप्त करने का काम ढोल बजा कर ,माइक पर गाँव गाँव की सड़कों पर जनता को भड़काने का काम कर इलाके का मनोबल बढ़ाने की जगह नष्ट करने के लिए आंदोलन किया इस आंदोलन ने गुडू भाई विधायक, फिर नेगी भाई बना कर 15 वर्ष के नेतृत्व विहीन प्रतापनगर से 69 स्कूल बंद 4000 आबादी पलायन कर गई रिश्तों का अकाल पड़ गया बेटी देने के लिए कोई तैयार नहीं है।
जबकि आजादी से पहले से लेकर बांध के T-1,T-2 गेट बंद होने से पहले पौड़ी चमोली जिले के लोग अपनी बेटियों को हंसी खुशी से देते रहे।
इस आंदोलन ने हमारी मर्यादा को तार तार किया है।
उसका कारण जो प्रतापनगर में रहता नहीं है वह प्रतिनिधि बनाने के लिए साधन ढूंढता है।
हम तो मनुष्य कहने के लायक इस लिए नहीं रहगये कि
हमारे इलाके में इतना बड़ा आन्दोलन कभी नहीं हुआ
सोचा था कि कुछ लोग समाज के लिए अच्छा करेंगे पर उन्होंने अपने लिए किया।
समाज को इस आंदोलन ने लम्बगांव के लाला लोगो का सडा गला माल बिक्री कर छेत्र में बीमारी पैदा की है जिसका दुष्प्रभाव इतना बड़ा फैल गया है कि हम अपने कहे जाने वाले शब्दों के नारों को भूल गये।
जरा ठंडे दिमाग से सोचते रहें।कि 109 वर्ष टिहरी बांध की उम्र में 16 वर्ष निकल गए
हमने आन्दोल न किया 10 लाख की मांग की चलो हमने अपनी 4 बीघा जमीन बेचकर आन्दोकारी बनकर 10 लाख की जगह5 लाख का समझौता कराकर 5 जनवरी2010 को केन्द्र सरकार को राज्य सरकार से प्रतिपूर्ति देने के लिए पत्र भिजवाया है उसके बाद 2015 में भिजवाया है।
सोचो मनुष्यों के गुणों का आबलोकन करते हुए कि नद प्रयाग घाट की जनता ने डेढ़ लेन सड़क को बनाने के लिए मांग पर 3,4 मार्च 2021 को गैरसैंण में पुलिस की मार से घायल होने पर जेल गये कुछ लोगों पर मुकदमे दर्ज हुए
उसके बाद 9 दिवसीय पद यात्रा घाट से देहरादून करते हुए अपनी मांग को मनवाने का काम किया।
हमने अपने विचार लंबित मामलों को पूर्ण करने के लिए आपके साथ पोस्ट दाल कर सियर किया था।तभी किसी सज्जन ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करने से ऐसा लगा कि हमारे शरीर में अब मनुष्य का गुण नष्ट होना सुरु होगया है हम पशुओँ की श्रेणी में जाने को तैयार दिखाई देने लगे हैं।कि हमने
अपनी मांगों के समझौते के बाद कोई पहाडोंकीगूँज पत्र के अलावा कोई पहल करने की हिम्मत नहीं रह गई है सब का मनोबल इतना गिर गया है कि वह अपनी जान से अपनी पहचान खोने में लगा है।
तभी हमारे जनता को उकसा कर सड़क पर लाने वाले तथा कथित मनुष्य के शरीर धारण करने वाले लोगों के जेहन में अपनी मांगों को पूर्ण कराने की याद नहीं आरही है। इन सभी बातों को देखते हुए असल मे प्रतापनगर में आंदोलन अपनी उदर पूर्ति के लिए किये जाते हैं।
यह सत्य 2005 के आंदोलनों से दिखाई देता है।
आने वाली पीढ़ियों को हम यह शिक्षा दे रहे हैं कि गांव में अल्पं मानदेय पाने वाले लोगों ने चुनाव लड़ कर पद के नाम से आर्ट आफ अर्निंग से नरेन्द्र नगर से निचे जमीन लेकर पलायन करने के लिए साधन बनाने का काम करने जारहे हैं।
मनुष्य से पशुओं के जीवन जीने का रास्ता हमने अपना लिया है। जूं के डर झगुली छोड़ ने की कहावत चरितार्थ करने का काम प्रतापनगर के प्रतिनिधि अपने परिचय देकर सम्मानित हो रहे हैं।
परन्तु अब सेमनागराजा ने उक्त vdo में अपनी बानसुरी की धुन में जनता से साफ साफ कह रहे हैं कि जीतमणि पैन्यूली को विधानसभा चुनाव में आपको वोट देने के लिए काम करना है ।ध्यान से 30 मिनट तक सुनियेगा यह संदेश दिया है।
अब आप सेमनागराजा को मनाते हैं तो आप अपने द्वारा 26 जनवरी2006 से सड़कों पर गूंजने वाले नारो को पूर्ण करने के लिए मनन करते हुए सेमनागराजा की बांसुरी की उक्त धुन सुनते हुए जीतमणि पैन्यूली को वोट देकर विजय बनाने का काम किजयेगा।प्रतापनगर को नरक होने से बचाने के लिए सेमनागराजा ने आश्रीवाद का सन्देश दिया है इस vdo को इलाके की खुसहाली के लिए शेयर करते रहे
अपने इष्ट देव की भगतों की मनोकामना पूर्ण करने के लिए साक्षात्कार करने की दृष्टि से घर घर पहुंचा कर देश दुनिया को बताने के लिए भेजें कि सेमनागराजा अपने भगतों से सीधे संपर्क करने वाले भगवान हैं।
इस प्रचार से देश विदेश से पर्यटक ,श्रद्धालुओं की जहां बढ़ोतरी होगी वहीं हमारे इलाके की सुंदरता से रूबरू होने से हमारे इलाके में रोजगार के साधन बढ़ेंगे
आपको ध्यान होगा कि शन्तोषी माता के प्रचार प्रसार के लिए वहाँ के भगतों ने शुक्रवार का व्रत रखना शुरू किया था आज लाखो लोगो को रोजगार मिल रहा है
वैसे ही भगवान सेमनागराजा ने अपनी उपस्थिति जीतमणि पैन्यूली को ध्यान करते हुए देदिगई है अपनी खुसहाली के लिए इस वीडियो को इतना प्रचार प्रसार किजयेगा कि
हमारे इलाके में रोजगार के लिए भटकना नही पड़ेगा।दुनिया के लोग यहाँ आएंगे
ओर सद्बुद्धि दे भगवान तो प्रत्येक गांव के 2 लोग लम्बगांव से देहरादून तक पद यात्रा कर अपनी लंबित प्रकरणों को पूरा करने का काम करे
जब टिहरी बांध बनाने के बाद 18000 करोड़ की सुरंग बनाने वाले लोगों को बताना चाहते हैं कि हमारे समझौता लागू करने के लिए 800 करोड़ मात्र चाहिए जो टिहरी बांध की कमाई का 109 साल यानि 39785 दिन होते हैं उसकी कमाई से 56 दिन का देना पड़ेगा।
जय बटुक भैरव,जय जय सेमनागराजा