देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के बालावाला में देश का दूसरा साइंस कॉलेज स्थापित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को डोईवाला विधानसभा अंतर्गत बद्रीपुर क्षेत्र में 3 करोड़ 95 लाख की विभिन्न पेयजल योजनाओं, पाइप लाइनों के सुदृढ़िकरण आदि कार्यों का लोकार्पण एवं पांच करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान सीएम ने ऐलान किया कि आने वाले दिनों में बालावाला क्षेत्र में पटना के बाद देश का दूसरा साइंस कॉलेज स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह साइंस कॉलेज अभूतपूर्व होगा। इसे 450 करोड़ की लागत से तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए बालावाला इलाके में जमीन चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने जोगीवाला से लेकर रिस्पना पुल तक एक हजार करोड़ की लागत से फ्लाईओवर निर्माण को स्वीकृति प्रदान की है। इससे आने वाले दिनों में देहरादून से हरिद्वार की दूरी महज 30 मिनट में तय हो सकेगी। दिल्लीकृसहारनपुरकृदेहरादून एक्सप्रेसकृवे के बनने से आने वाले दिनों में ढाई घंटे में यह सफर पूरा हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास होगा कि इसके निर्माण में किसी के दुकान, प्रतिष्ठान का नुकसान न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर्रावाला में 300 बेड के अस्पताल का काम शुरू हो गया है जबकि सहसपुर में देश की पांचवी आधुनिकतम साइंस सिटी बनाई जाएगी। इसे बनने में तीन साल का समय लगेगा। उन्होंने कहा कि हमारी यह साइंस सिटी अद्भुत होगी। यह पूरी तरह से थ्री डी होगा। प्रवेश करने पर ऐसा आभास होगा जैसे जमीन के पांच से सात मीटर नीचे तक चले गए हैं। देश की किसी भी साइंस सिटी में ऐसा नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार वर्षा व बर्फबारी बेहद कम हुई है। ऐसे में पानी के स्रोत रिचार्ज नहीं हुए हैं। गर्मियों में इन हालातों में पेयजल संकट हो सकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गर्मियों के सीजन के मद्देनजर तैयारियां पूरी करें। आमजन को पेयजल की उपलब्धता में किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। जनता को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आगामी 18 मार्च को सरकार के चार वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। इस दिन सरकार की ओर से चार साल में किए गए कार्यों की जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर हमें बेफिक्र नहीं होना है। राज्य सरकार की ओर से कोरोना को लेकर 15 से ज्यादा टेस्टिंग लैब शुरू की गई हैं। उत्तराखंड की लैबों में आज एक दिन में पचास हजार टेस्ट करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि एक मार्च से 60 वर्ष से उपर के लोगों को भी वैक्सीन लगेगी लेकिन एक साथ सारी वैक्सीन नहीं आ सकती। दो चरण में यह वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही है। कुल 42 दिन में हर्ड इम्यूनिटी डेवलप होती है। इसलिए लोगों से प्रार्थना है कि कोरोना संक्रमण को लेकर पूरी तरह से सावधानी बरतें।