मदन पैन्यूली-बड़कोट। रवांईघाटी के यमुनोत्री पृथक जनपद की मांग के लिए 15 अगस्त से बड़कोट तहसील परिसर में शुरू हुुई भूख हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही। रवांईघाटी को अलग जिला बनाए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को नौगांव विकास खंड की मुंगरसंति तथा पौंटी क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीण ढ़ोल-नगाड़ों के साथ तहसील परिसर में गरजे हैं। वहीं नगर क्षेत्र की
यमुनोत्री पृथक जनपद की मांग के लिए बड़कोट तहसील परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे लोगों के समर्थन में तथा रवांघाटी के यमुनोत्री पृथक जिले की मांग को लेकर मंगलवार को मुंगरसंति क्षेत्र के दारसौं, गैर, धारी, बजलाड़ी तथा पौंटी क्षेत्र के मोल्डा, पौंटी, डांडागांव, सुनाल्डी आदि गांव के बुजुर्ग, महिलाएं, नौजवानों सहित सैकड़ों ग्रामीण ढ़ोल-बाजों के साथ बड़कोट पहुंचे। जहां नगर के मुख्य मार्गों में जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। तहसील परिसर में पहुंचकर प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी तथा यहीं पर धरना दिया। सभी आंदोलनकारियों ने एक स्वर में पृथक जिले की मांग उठाई। साथ ही प्रदेश सरकार को भी चेताया है कि यदि उनकी मांग पर शीघ्र कार्यवही नहीं की जाती है तो वे आंदोलन को उग्र करने को विवश होंगे। वहीं दूसरी ओर तहसील परिसर में बीते 15 अगस्त से भूख हड़ताल पर बैठे अब्बलचंद कुमांई व बलवीर सिंह रावत व फकीरा लाल सातवें दिन भी भूख हड़ताल पर डटे रहे। अनशनकारियों का सुबह-शाम बड़कोट चिकित्सालय के चिकित्सकों द्वारा स्वस्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। इस मौके पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष अब्बलचंद कुमांई ने बताया है कि गांव से क्षेत्र वाईज जुलूस प्रदर्शन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के निधन के बाद स्थिगित कर दिए गए थे, जो अब शुरू हो गए हैं। अब हर रोज अलग-अगल गांव से जुलूस लेकर लोग तहसील पहुंचेंगे तथा प्रदर्शन करेंगे। अनशनकारियों के साथ बड़ी संख्या में लोग क्रमिक अनशन पर बैठे रहे। दूसरी ओर पुरोला मे भी पृथक जनपद की मांग को लेकर आंदोलन जारी है आंदोलनकारियों ने बाजार बंद करवा कर ढोल-नगाड़ों के साथ विशाल जुलूस निकाला