रुद्रप्रयाग कार्तिक स्वामी, खुरड की देवरा यात्रा 27 मई को 29 मई को होगा भंडारा
रुद्रप्रयाग नगरपालिका परिषद के वार्ड नं. 3 में स्थित ग्राम खुरड़ के कार्तिक स्वामी मंदिर से देव सेनानी कार्तिकेय की देवरा यात्रा रविवार 27 मई 2018 को खुरड़ से आरंभ होगी। यात्रा उसी दिन सायं क्रोंच पर्वत स्थित कार्तिक स्वामी मंदिर के समीप बाड़ाखाल में पहुँचेगी, जहाँ यात्री रात्रि विश्राम करेंगे और अगले दिन बड़े सवेरे मंदिर में पहुँच दोनों देवताओं की भेंट होगी। इस अवसर पर खुरड़ मंदिर के पुजारी देवताओं की पूजा-अर्चना करेंगे।
यात्री 35 कि मी की इस यात्रा को परंपरानुसार पैदल ही तय करेंगे। यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं व बच्चों सहित श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। आयोजन समिति द्वारा इस देवरा यात्रा के लिए उत्साहपूर्वक तैयारी की जा रही है। समिति द्वारा जिलाधिकारी, जल संस्थान, नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को इस आयोजन में स्वच्छता, पेयजल, सुरक्षा, पथ-प्रकाश आदि व्यवस्थाओं को सुचारु करने का अनुरोध किया गया है। यात्रा में कोटेश्वर के महंत स्वामी शिवानंद जी महाराज तथा कोटेश्वर, बेला, सौड़, गंधारी, चापड़ और नगर क्षेत्र रुद्रप्रयाग के भक्तगण बड़ी संख्या में उपस्थित होंगे। जल संस्थान द्वारा देवरा यात्रियों के लिए पेयजल की व्यवस्था हेतु टैंकर की व्यवस्था, जिला प्रशासन ने सुरक्षा व नगरपालिका परिषद ने स्वच्छ्ता की चाक-चौबंद व्यवस्था की जिम्मेदारी ली है।
जनपद रुद्रप्रयाग में स्थित प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण क्रोंच पर्वत पर उत्तर भारत में देवसेनानी भगवान कार्तिकेय का एकमात्र मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना चापड़ गाँव के बुटोलावंशीय श्री हिमतू (हिम्मत सिंह बुटोला) ने की थी। बाद में चापड़, गंधारी, खुरड़, सन आदि गाँवों में भी कार्तिक स्वामी के मंदिरों का निर्माण किया गया लेकिन इसका मूल क्रौंच पर्वत स्थित कार्तिक स्वामी के मंदिर को ही माना जाता है, जो रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों के 380 से अधिक गाँवों का आराध्य देव एवं ग्राम देवता के रूप में पूजित हैं। इस मंदिर में पहुँचकर दर्शन-पूजन का बड़ा महत्व व महात्म्य पुराणों में वर्णित है।
आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं एवं भक्तजनों से अनुरोध किया है कि वे इस आयोजन में सम्मिलित होकर पुण्य अर्जित करें। 29 मई के प्रसाद वितरण एवं भंडारा में भी सभी भक्तजनों को आमंत्रित किया गया है।