पावन पर्व दशहरा की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक यह पर्व हमें स्वस्थ और सदभावपूर्ण समाज के निर्माण के लिए आदर्श जीवन जीने का संदेश देता है।
राम रावण युद्ध में राम को विरथ देखकर विभीषण अधीर हो जाते हैं। राम के द्वारा विभीषण को जो उपदेश उस समय दिया, उससे विभीषण की शंका का निवारण होता है। जिस रथ से वास्तविक जीत होती है, वह रथ और ही है। ‘जेहि जय होइ सो स्यंदन आना‘। वह आंतरिक है। आध्यात्मिक है। नैतिक है। सदाचरित है। राम-रावण युद्ध में राम की धर्मबुद्धि, विवेक, नीति, मर्यादा और आत्मबल की ही रावण की पाप-बुद्धि, अविवेक, दुराचार और अनीति पर जय हुई है।
राज्यपाल ने प्रदेशवासियों से विजय दशमी के पर्व को आपसी प्रेम और सद्भावना के साथ मनाने का आह्वान किया।