राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने ‘गांधी जयंती’ व ‘शास्त्री जयंती’ की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री जी को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।
अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि सत्य व अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुके हैं। गांधी जी के नेतृत्व में स्वाधीनता आन्दोलन न केवल देश को राजनीतिक आजादी दिलाने का संघर्ष था बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक व भावात्मक संघर्ष भी था जिसने लोगों में वैचारिक चेतना जगाई। उसी का परिणाम है कि हमने अंग्रेजी शासन से आजादी पाने के साथ ही अनेकों सामाजिक बुराईयों से भी आजादी पाई।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्री जी को नमन करते हुए राज्यपाल ने कहा है कि शास्त्री जी का सादगी, सरलता, देशभक्ति तथा ईमानदारी से भरा जीवन-आचरण, हम सभी के लिए प्रेरक है। ‘जय जवान-जय किसान’ के उनके उद्घोष ने सन् 1965 की कठिन स्थितियों में पूरे देश में ऊर्जा व उत्साह का संचार किया था।
‘‘गांधी जी स्वच्छता को ईश्वर की आराधना मानते थे। महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए इस समय देश में स्वच्छता का महायज्ञ चल रहा है। इसमें हम सभी को अपने योगदान की आहुति देनी है। गांधीजी और शास्त्री जी के प्रति यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी