देहरादून, श्री बद्रीनाथ केदार नाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यधिकारी के पद पर कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड रुद्रपुर, उधम सिंह नगर के निर्माण इकाई कृषि उत्पादन मंडी समिति देहरादून में कार्यरत लोक प्रिय अधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल सचिव कृषि उत्पादन मंडी समिति देहरादून क़ो प्रतिन्युक्ति पर तैनात किये गये है।श्री बद्रीनाथ केदार नाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाये जाने पर स्थानीय लोगों खुशी की व्यक्त कर रहे है। Bktc कर्मचारी संघ के पूर्व संरक्षक जीतमणि पैन्यूली ने विजय थपलियाल की नियुक्ति पर उन्हें भगवान की सेवा करने के लिए आशीर्वाद मिलने के लिए शुभकामनायें दी एवं सरकार का पिछले रुके गए कार्य समय से पूरा करने के लिए थपलियाल की नियुक्ति के लिए आभार व्यक्त किया। पैन्यूली ने कहा कि श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति में सारे देश विदेश से ले कर उत्तराखंड क़ो रोजगार देने की अपार छमता है बस इसके विकास के लिए 35 ac मिलने के लिए कार्य वाही करने की आवश्यकता है
मुख्यकार्यधिकारी क़ो सभी मंदिरों का भर्मण कर स्थानीय लोगों की बात भी सुन कर कार्य करने की आवश्यकता है। क्योंकि मुख्य कार्य अधिकारी के आने से पूर्व मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अगले 30 साल के यात्रा व्यवस्था क़ो देखते हुए दोनों मंदिरों का प्राधिकरण बनाने के लिए कार्यवाही करने के आदेश देने की बात केदार नाथ निर्माण कार्य निरिक्षण करते हुए केदार नाथ के पंडा पुरोहित से कह गये है।इस पर पंडा समाज तीर्थ महा सभा के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण शुक्ला ने कहा है कि तीर्थ पुरोहित समाज हक़ हकूक वाले, सरकार के इस प्रकार के निर्णय लेने पर ख़ुश खुश नहीं है। वह इसका विरोध खुल कर करने वाले है।कि पहले देवस्थानम बोर्ड त्रिवेंद्र रावत सरकार में जहाँ मंदिर समिति के कर्मचारियों की वेतन,वहीं मंदिरों की पूजा सामग्री दिलाने के लिए विधायक,सांसद मोन होगये मंदिर समिति भंग पहले होगई। इस स्थिति में श्री बद्रीनाथ केदार मंदिर समिति के कर्मचारी संघ के संरक्षक, पहाड़ों की गूँज राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्र के संपादक जीतमणि पैन्यूली क़ो दोबार वेतन दिलाने के लिए मुख्यमंत्री से विक्तिगत रूप से कार्यवाही करानी पड़ी है इसके साथ साथ मई 2021 में श्री बद्रीनाथ भगवान के चरणअमृत के लिए गाय का दूध उपलब्ध नहीं होने पर देश विदेश से आये श्रदालुओं ने मंदिर में पूजा कार्य करने वाले पंडित हक़ हकूक वालों क़ो कोषा।इसकी जनकारी मिलने पर कोरोना आपात के समय लोकतान्त्रिक तरीके से अपनी मांग मनाने के लिए प्रतिबंद था।हमने 29 मई 2021 क़ो अपने ऐतिहासिक निवास स्थान लिखवार गांव भदूरा गंगोत्री से केदार नाथ मोटर मार्ग पर स्थित स्थान पर मोन व्रत धरना प्रदर्शन किया। तब व्यवस्था बनवाने का काम सरकार से करा ना पड़ा, यह उत्तराखंड देव भूमि की महिमा क़ो कम करने का काम जहाँ किया। वहीं चारों धाम के नाम की जगह पर उत्तराखंड देवस्थानम के नाम से विश्व प्रसिद्ध यमनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ मंदिर के नाम लोगों क़ो भुलाने का काम किया था।अब भी समिति वही भगवान की पूजा में दखल डालने का कार्य कर उत्तराखंड वासियों क़ो अपयस का भागीदार बनाने का प्रयास कर रहे है। जबकि वहां पर मंदिर समिति की सम्पतियों का प्रतिकर लेने अस्थाई, सीजनल कर्मचारियों क़ो 8 घंटे की जगह 23 घंटे उनका शोषण किया जा रहा है। उनको ओवर टाइम दिया जाने के लिए बोर्ड ने कोई कार्यवाही नहीं की है। न्यूनतम मानदेय पाने के साथ उनके रहने के स्थान वहां के विकास में तोड़कर उसके बनाने की कार्यवाही करने की हिम्मत मनोनीत बोर्ड नहीं जुटा पा रहा है। ऐसे में शासन से न्युक्ति पर आये अधिकारी की जुम्मेदारी बढ़ जाति है कि आदिकाल से भगवान क़ी पूजा हमारे पूर्वजों द्वारा सिमित साधनों से विधि विधान से करते हुए इन धामों क़ो विश्व प्रसिद्ध बनाये रखा है उसकी पूजा पद्धति में व्यवधान करने अधिकार सरकार क़ो जनता ने नहीं दिया है और नहीं देना चाहिए। यह श्री लक्ष्मी नारायण शुक्ला ने टेलीफोन से अबगत कराया। उनका कहना है कि धार्मिक स्थान क़ो व्यपारीक संस्थान,मंदिर क़ो नहीं बनाना चाहिए।