*दूसरी बार हुए, निदेशक को आदेश कर्मियों को पुनः समायोजित किये जाने के सम्बंध में शासन से जारी हुवा, आदेश
वन्दना रावत शिखा पुंडीर की रिपोर्ट
देहरादून:उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक को 8 मार्च 2019 को एक बार फिर शासन से आदेश हुवे हैं कि उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र देहरादून से निष्कासित ऑउट सोर्स/संविदा कर्मियों को पुनः समायोजित किये जाने के सम्बंध में यथोचित कार्यवाही कार्यवाही किये जाने हेतु, शासन स्तर पर विभिन्न स्तरों यथा श्री राज्यपाल सचिवालय, मा. मुख्यमंत्री कार्यालय एवं मा. मंत्रियों के विभिन्न पत्र शासन को प्राप्त हुवे हैं। जिसमें, प्रश्नगत प्रकरण के सम्बंध में यथोचित कार्यवाही किये जाने की शासन से अपेक्षा की गयी है।
निदेशक को कार्मिक विभाग उत्तराखंड शासन के शासनादेश दिनांक 27 अप्रैल 2018 के दिशा निर्देशों के अनुसार नियमानुसार कार्यवाही करने के आदेश होने के बावजूद भी निदेशक की तानाशाही बरकरार। इस तानाशाही के कारण निष्कासित कर्मचारी देवेंद्र रावत का पूरा परिवार खत्म हुआ है लेकिन ना ही निदेशक के खिलाफ कोई कार्यवाही हुई और ना ही निदेशक की तानाशाही खत्म हुई 1 साल होने को है अंतरिक्ष उपयोग केंद्र से निष्कासित करमचारी अपनी मांगों के लिए दर-दर भटक रहे हैं
क्या उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक, इतने बड़े हैं जो तमाम शासनादेशों, उच्च अधिकारियों के आदेशों का पालन नहीं कर रहे?
क्या अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, उत्तराखंड शासन का उपक्रम नहीं?
क्या उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, निदेशक का घर है जो इस तरीके का व्यवहार अपनाये हुये हैं।