ज्यादा पत्रकारों की जीरो ग्राउंड पर काम करते हुए कोरोना बीमारी में शहीद हुये है।
टिहरी गढ़वाल,पहाडों की गूंज, जय बद्रीविशाल आज दिनांक5 जून2021 छटवें दिन 14 डिग्री टेम्परेचर गुनगुनी ठंडक में
देहरादून,दिनांक 31 मई2021 से चल रहे 7वें मौनव्रत धरना प्रदर्शन प्रेस को विधायिका, न्यायपालिका, कार्यपालिका की भांति संवैधानिक व्यवस्था के दायरे में लाने के लिए सुब।ह6 बजे से9बजे तक अपने निवास स्थान लिखवार गावँ टिहरी बांध प्रभावित प्रतापनगर छेत्र में जारी रहा है।देश मे कोरोना मे जीरो ग्राउंड पर काम करने वाले पत्रकारों के हित के लिए धरने के माध्यम से के प्रधानमंत्री ,सूचना मंत्री, गृह मंत्री भारत सरकार से अनुरोध है कि देश के लोकतंत्र के हित मे प्रेस हमेशा विषम परिस्थितियों में कार्य करते रहने के चलते अपनी जान माल की हानि की परवाह किये बगैर स्वधर्म का पालन करते रहे हैं।देश के लोकतंत्र में प्रेस को छोड़कर तीनों स्तम्भ विधायिका न,न्यायपालिका, कार्यपालिका में सेवा देने वाले मंत्री न्यायाधीश ,आइ ए यस ,हार थक कर अपनी बात को कह कर मजबूती प्रदान करने के लिए प्रेस के सामने अपनी पीड़ा को बयां करते हैं। कहते हैं मोदी हैं तो मुमकिन है प्रधानमंत्री जी अपनी गलती से हमेशा सीखने का काम भी करते जो अभी देश के प्रधानमंत्री की लोकप्रियता में भारी गिरावट विश्व स्तर पर दर्ज हो रही है ।उसकी भरपाई प्रेस की भलाई से ही सम्भव है। दुनिया के देश के मीडिया भारत की छवि खराब करने का प्रयास करते आये हैं। उसको भारत के मीडिया ने बचाने का कार्य किया है।
देश मे लोकतंत्र के रक्षक सभी जगह से हार थक कर प्रेस को अपना हितैषी समझ कर अपने मन की बात कहते हैं।वहीं विदेशी मीडिया देश को बदनाम करने की साजिश रचने का काम करते हैं। स्वदेशी मीडिया से जुड़े लोग देश की छवि खराब होने से बचाने का काम करते हैं। हमारी केन्द्र, राज्य सरकारों से अपील है कि सुदृढ़ पत्रकार कल्याण कोष के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बनाया जाय। पत्रकारों को सरकारी कर्मचारियों की भांति सुभिधा दी जाय।
उनको सम्मान दिया जाय ।कोरोना काल मे काल के ग्रास हुए पत्रकारों को भी स्टेट के कर्मचारियों की भांति सुभिधा दी जाय
टिहरी बांध प्रभावित छेत्र की मनमोहक सुंदरता में होम स्टे योजना को रोजगार के लिए बृहद रूप में लागू कराने अथितियों की स्वास्थ्य की सुविधा देने के लिए प्रतापनगर के डाक्टरों ने स्व इच्छा व्यक्त की है
जीतमणि पैन्यूली की योजना है कि प्रत्येक घर को होम स्टे लोन सरकार की ग्रांटी पर दिया जाना संभव है
300 से ज्यादा पत्रकार लोगों को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा सरकार ने फ्रन्ट लाइन के वर्कर की श्रेणी में भी नहीं माना है। पत्रकारों को वैक्सीन भी नहीं लगाई गई है जिससे उनकी मौत के बाद उनके परिवारों की स्थिति ठीक नहीं है। उन्हें 50,00000 लाख रुपये बीमा दिया जाय।
मैं स्वयं 69 वर्ष की उम्र में जिरोग्राउंड पर काम करते हुए कोरोना की लड़ाई जीतकर समाज सेवा में अपने खर्चे पर जिंदा है ।
कोरोना पेशंट को बासी भोजन मैगी ,नूडल्स नास्ते वासी भोजन चावल में कच्चा जीरा डाल कर जिस तेल में महीनों पहले पकोड़े तले हुये थे उसका उपयोग कर स्वस्थ होने की जगह बीमारी को बढ़ावा दिया गया । वह तेल खाने में खिलाये गये।एक प्रकार की लूट त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार की उत्तराखंड में मची रही ।ऐसे अन्य जगहों में भी रही है।
टिहरी बांध प्रभावित छेत्र की मनमोहक सुंदरता में होम स्टे योजना को रोजगार के लिए बृहद रूप में लागू कराने के लिए अथितियों की स्वास्थ्य की सुविधा देने के लिए प्रतापनगर के डाक्टर कुल भूषण त्यागी ने सेवा करने के लिए स्व इच्छा व्यक्त की है। संयोजक
जीतमणि पैन्यूली की योजना है कि प्रत्येक घर को होम स्टे
का ऋण सरकार की ग्रांटी पर दिया जाना संभव है #7983825336