देहरादून : धार्मिक शोभायात्राएं, राजनीतिक व अन्य संगठनों के रैली और जुलूस प्रदर्शन अब शहर की प्रमुख सड़कों, चौराहों और तिराहों से नहीं गुजरेंगे। पुलिस ने इन क्षेत्रों को जीरो जोन करते हुए इसकी अनुमति पर रोक लगा दी है। एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था ने इस संबंध में एसएसपी को प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
यातायात पुलिस के मुताबिक राजधानी में एक माह में करीब 35 से 50 जुलूस, प्रदर्शन होते हैं। जबकि चुनाव के समय और विधानसभा सत्र के दौरान इनकी संख्या डेढ़ सौ पार पहुंच जाती है। इन जुलूस-प्रदर्शन से शहर के विभिन्न सड़कों पर लंबा जमा लगता है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकार स्कूली बच्चों और एंबुलेंस को भी रास्ता नहीं मिलता।
इन समस्याओं को संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने शहर के प्रमुख चौराहे घंटाघर, दर्शनलाल चौक, तहसील चौक, प्रिंस चौक, सहारनपुर चौक, बुद्धा चौक के साथ राजपुर रोड, चकराता रोड, कांवली रोड और सहारनपुर रोड के निर्धारित क्षेत्रों को ऐसे आयोजनों के लिए जीरो जोन घोषित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एसपी ट्रैफिक या एसपी सिटी के स्तर पर भी ऐसे आयोजनों को किसी भी सूरत में अनुमति न दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
शक्ति प्रदर्शन बन चुकीं शोभायात्राएं
एडीजी अशोक कुमार का कहना है कि शहर में धार्मिक शोभायात्राएं वर्तमान में शक्ति प्रदर्शन का जरिया बन गई हैं। हर कोई धार्मिक संगठन दूसरे से ज्यादा बड़ा संगठन होने के लिए इस तरह का शक्ति प्रदर्शन करता है। इसके पीछे बड़ी मंशा चंदा जुटाने की भी होती है। मगर इन शोभायात्राओं से होने वाली परेशानी आम लोगों को उठानी पड़ती हैं।