देहरादून। उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार कुछ कड़े फैसले ले सकती है। विहिप मार्गदर्शक मंडल की बैठक में भाग लेने हरिद्वार पहुंचे मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संकेत दिया है कि राज्य में कोरोना की गाइडलाइन ओ गाइडलाइन को और अधिक सख्त किया जा सकता है तथा सरकार नाइट कर्फ्यू लगाने पर भी विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में जिस तरह से कोरोना के नए केस बढ़ रहे हैं वह अत्यंत चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि कुछ जिलों में हर दिन 200 से 300 नए मामले सामने आ रहे हैं तथा कुछ स्कूल कॉलेज और संस्थानों में बड़ी संख्या में संक्रमित लोग मिल रहे हैं ऐसी स्थिति में अतिरित्तफ सावधानी जरूरी है।
उल्लेखनीय है बीते दिनों में कोरोना के हर रोज 500 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं और यह आंकड़ा एक हजार तक पहुंचने वाला है। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या पांच हजार तक पहुंच चुकी है जिसमें राजधानी दून में सर्वाधिक मामले आए हैं और हरिद्वार दूसरे नंबर पर है। दून में 22 तथा हरिद्वार में 4 व नैनीताल में 7 कंटेनमेंट जोन घोषित किए जा चुके हैं। राज्य में कुल मरीजों की संख्या एक लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है तथा अब 1744 लोगों की मौत हो चुकी है।
आईआईटी रुड़की जहां 100 से अधिक नए संक्रमित मिले हैं के अलावा ओएनजीसी, एफआरआई, दून स्कूल सहित अनेक स्थानों पर बड़ी संख्या में मामले सामने आए हैं जो कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड का प्रभाव है। ऐसे में सरकार अब सर्वाधिक प्रभाव वाले जिलों में नाइट कर्फ्यू लगा सकती है। वहीं स्कूलों को खोलने पर भी पुनर्विचार किया जा सकता है।
सरकार कोविड की कनई गाइडलाइन लागू कर सकती है जिससे सार्वजनिक स्थानों व बाजारों में भीड़ को कम किया जा सके तथा कोरोना गाइड लाइन का पालन न करने वालों पर सख्ती किया जाना आदि शामिल है। हरिद्वार में कुंभ मेले के कारण नाइट कर्फ्यू भले ही ना लगाया जाए किंतु राजधानी दून व नैनीताल में नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है।