नैनीताल। जनपद में लगातार हो रही बारिश के के बीच आपदा प्रबंधन टीम एवं एसडीआरएफ को मय आपदा उपकरणों के तत्काल आपदाग्रस्त क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है। इस दौरान कल्सिया नाले के पास, फतेहपुर मुखानी, गोला नदी बनभूलपुरा, इंद्रानगर, गोला लालकुआं, करकट नाला कालाढूंगी, पूछड़ी सुंदरखाल,पनोद धनगढ़ी रामनगर, शेर नाला चोरगलिया, चोपड़ा मल्लीताल, खैरना सहित विभिन्न क्षेत्रों से 915 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जिला प्रशासन ने पहुंचाया है। वहीं, मलबे में दबे शवों को पुलिस टीम के द्वारा ऑपरेशन रेस्क्यू कर शवों को निकाला जा रहा है। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी खुद मौके पर पहुंच राहत बचाव कार्यों की निगरानी कर रही हैं। अपर जिला अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि आपदा से सबसे ज्यादा नुकसान नैनीताल जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में हुआ है। कई मकान बह गए हैं। इसके अलावा घरों में मलबा घुसने से सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। नैनीताल जनपद में अभी तक 30 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि अभी भी बहुत लोग लापता हैं। जिनकी तलाश जारी है। अपर जिला अधिकारी ने बताया कि हल्द्वानी से पहाड़ों को जाने वाले सभी संपर्क मार्ग टूट चुके हैं। इसके अलावा लैंडस्लाइड के चलते कई जगह राष्ट्रीय राजमार्ग और आंतरिक मार्ग भी बंद हैं। सड़क मार्ग को खोलने के लिए जेसीबी की मशीनें के अलावा पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। लगातार हो रही बारिश राहत-बचाव कार्य में देरी का कारण बन रही है।