मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बुधवार को सचिवालय में हंस फाउंडेशन के सीईओ लेफ्टिनेंट जनरल एस. एम. मेहता के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की। इस अवसर पर बहुत से विषयों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार राज्य की जनता को हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराना चाहती है, इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामाजिक सरोकारों से जुड़े विषय भी शामिल हैं। हंस फाउंडेशन की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार के सहयोगी के रुप में हंस फाउंडेशन सराहनीय कार्य कर रहा है, और राज्य सरकार की ओर से हंस फाउंडेशन को हरसंभव सहयोग दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि हंस फाउंडेशन को राज्य सरकार की ओर से जिन-जिन क्षेत्रों में सहयोग की आवश्यकता है, राज्य सरकार उन सभी क्षेत्रों में सहयोग देने का हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक जिला अस्पताल में कम से कम दो बेड वाला आईसीयू उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि राज्य में कम से कम दो आई बैंक भी स्थापित किये जाएं, इस पर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हंस फाउण्डेशन इनमें सहयोगी की भूमिका निभा सकता है।
हंस फाउण्डेशन के सीईओ ले.ज. एस.एम.मेहता ने कहा कि हंस फाउण्डेशन की ओर से शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में माॅडल स्कूल के लिये अवस्थापना विकास एवं स्वास्थ्य सेवाओं के विकास के लिये भी कार्य कर रही है। हंस फाउण्डेशन के द्वारा 12 मेडिकल मोबाईल वैन चलाई जा रही हैं, जिन्हें शीघ्र ही बढ़ाकर 21 कर दिया जाएगा। ले.ज. मेहता ने आई-बैंक स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हंस फाउण्डेशन द्वारा हंस बाल आरोग्य कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत कैंसर एवं हृदय रोगों का ईलाज किया जाता है। परन्तु लोगों में जानकारी का अभाव होने के कारण आमजन इसका लाभ नहीं उठा पा रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी में ग्रेन प्रोसेसिंग यूनिट की जल्द ही शुरूवात की जाएगी।
इस अवसर पर सचिव श्रीमती राधिका झा एवं हंस फाउण्डेशन के डॉ जी. वी. राव, विजय जामवाल एवं सत्यपाल सिंह नेगी उपस्थित थे।