सचिवालय में मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय उद्योग मित्र समिति की प्राधिकृत समिति की प्रथम बैठक आयोजित हुई। बैठक में उत्तराखण्ड जैव विविधता परिषद् द्वारा बिना औपचारिकता पूर्ण किए उद्योगों को 5 प्रतिशत की दर से सैस का भुगतान करने के नोटिस दिये जाने की शिकायत पर मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि परिषद् द्वारा एक्ट के तथ्यों का व्यापक प्रचार प्रसार के साथ ही उद्योगपत्तियों के सुझावों का भी संज्ञान लिया जाय। हरिद्वार बाईपास फोरलेन के निर्माण कार्य में विलम्ब के मामले में मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि इस सम्बंध में विभाग व कार्यदायी संस्था आपसी समन्वय से कार्यो में तेजी लायें। देहरादून-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के सम्बंध में उन्होने एरा कम्पनी के पदाधिकारियों से कार्यों में शीघ्रता लाने को कहा।
उधम सिंह नगर के अन्तर्गत काशीपुर से रूद्रपुर के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-74 में फोरलेन राजमार्ग के सम्बंध में एन.एच.ए.आई. के अधिकारियों ने बताया कि कार्य प्रगति पर है। जल्द ही कार्य पूर्ण कर दिया जायेगा।
राजमार्ग संख्या 74 पर काशीपुर में प्रस्तावित महत्वपूर्ण बाईपासों पर सड़क निर्माण की कार्ययोजना बनाने के लिये उन्होने जिलाधिकारी उधम सिंह नगर को अपने स्तर से लगातार इसकी समीक्षा करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने लोनिवि के अधिकारियों को एन.एच. 74 में प्रस्तावित पुलों को प्राथमिकता के साथ तेजी से बनाने के लिए भी निर्देश दिये।
मुख्य सचिव ने नये विद्युत संयोजनों, विद्युतभार, बढ़ोत्तरी/कमी के प्रकरणों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण करने एवं इसकी लगातार समीक्षा करने के निर्देश भी दिये। उन्होने कहा कि आवेदन देने और फीस जमा कराने के गैप के कारण कार्य में विलम्ब न हो इसका ध्यान रखा जाय।
राज्य कर्मचारी बीमा निगम के अस्पतालों में डाक्टरों की कमी को दूर करने तथा अस्पतालों की संख्या बढ़ाये जाने के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होने उद्योगपतियों द्वारा ई0एस0आई0 डिस्पेंसरियों के समय में भी बदलाव की मांग को स्वीकार करते हुए कहा कि स्थानीय परिस्थियों के अनुसार इनके समय में बदलाव किया जायेगा।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि हर तीन माह में राज्य स्तरीय उद्योग मित्र समिति की बैठक आयोजित की जाय, उन्होने कहा कि जिला स्तरीय उद्योग मित्र की बैठक निर्धारित समय के अनुसार प्रत्येक जनपद में होती रहे ताकि स्थानीय उद्योगों से सम्बंधित समस्याओं का निस्तारण समय से होता रहे, इसके साथ ही इन्डस्ट्रीज एसोसियेशनों द्वारा सम्बंधित विभागों को भेजे जाने वाले पत्रों का समय पर उत्तर देना सुनश्चित करें ताकि उद्योगपत्तियों तथा शासन के बीच आपसी तालमेल बना रहे।
उन्होने जनपद हरिद्वार के भगवानपुर में फायर स्टेशन की स्थापना तथा सिडकुल हरिद्वार में फायर स्टेशन स्टाफ के लिये आवास निर्माण पर शासन से अनुमति मिलने पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव हरबंस सिंह चुग अरविन्द सिंह ह्यांकी, अपर सचिव डाॅ. पकंज कुमार पाण्डेय, मुख्य वन संरक्षक श्री मनोज चन्द्रन, उद्योग आयुक्त श्रीमती सौजन्या, अपर निदेशक उद्योग सुधीर चन्द्र नौटियाल सहित कुमांऊ-गढ़वाल चैम्बर आॅफ कामर्स, हिमालयन चैम्बर आॅफ कामर्स, उत्तराखण्ड उद्योग एसोशिएसन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।