देहरादून : गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की लेक्चरर से ऑनलाइन लॉटरी जीतने का झांसा देकर जालसाजों ने 3.45 लाख रुपये ठग लिए। लेक्चरर से यह रकम दिल्ली के दो और मणिपुर के एक खाते में ट्रांसफर कराई गई है। पुलिस ने इस वारदात के पीछे दिल्ली के गैंग का हाथ होने की आशंका जताई है। एसओ क्लेमेनटाउन दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि एक टीम दिल्ली के लिए रवाना कर दी गई है।
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार में लेक्चरर के पद पर कार्यरत डॉ. रितु अरोरा पत्नी डॉ. अरविंद अरोरा का क्लेमेनटाउन थाना क्षेत्र में लेन नंबर तीन टर्नर रोड पर मकान है। आरोप है कि बीते 28 दिसंबर को उन्हे एक शख्स का फोन आया, जिसने डॉ. रितु अरोरा को बताया कि उन्होंने ऑनलाइन लॉटरी में करीब दस लाख रुपये की धनराशि जीती है। लेकिन, यह धनराशि पाने के लिए उन्हें बतौर टैक्स लगभग साढ़े तीन लाख रुपये देने होंगे। इसके लिए तैयार होने पर फोन करने वाले शख्स ने उन्हें अलग-अलग तीन बैंक अकाउंट के नंबर नोट कराए। जिसमें डॉ. रितु अरोरा ने एक जनवरी को धनराशि जमा करा दी। मगर, बाद में उन्हें जब लॉटरी की रकम नहीं मिली तो संबंधित मोबाइल नंबर पर फोन कर स्थिति जाननी चाही, मगर यह फोन लगातार बंद आ रहा था। शक होने पर उन्होंने क्लेमेनटाउन पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी।
एसओ ने बताया कि मामले में अज्ञात शख्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिन तीन बैंकों में पैसे जमा कराए गए हैं, उनमें से दो महिंद्रा कोटक व विजया बैंक दिल्ली में स्थित हैं, जबकि एसबीआइ का बैंक अकाउंट मणिपुर का है। मामले में संबंधित बैंकों से जानकारी जुटाने के साथ ही टीम को ठगों की धरपकड़ के लिए दिल्ली रवाना कर दिया गया है।