दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन।दिल्ली को विकास के पथ पर बढ़ाने वाली,दिल्ली को नया रूप देने वाली ,दिल्ली चमकाने वाली ,दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रही,दिल्ली काँग्रेस की अध्य्क्ष शीला दीक्षित का निधन दिल्ली के लिए एक बड़ा झटका है, आज एस्कॉर्ट अस्पताल में उन्होंने अंतिम साँस ली,वो पिछले काफी समय से बीमार थी,शीला कपूर से शीला दीक्षित बनी एक तेज तर्रार महिला को अपनी शादी के लिए भी कठिनाइयों से जूझना पड़ा क्योंकि इनके ससुर एक बड़े राजनेता थे और साथ ही ब्राह्मण भी और ये कपूर थी लेकिन शीला कपूर ने सभी का विश्वास जीतकर अपनी एक अलग पहचान बनाई ,नेहरू गाँधी परिवार से इनकी नजदीकी रही,शीला दीक्षित के कार्यों का ही नतीजा रहा कि वो तीन बार दिल्ली की सीएम रही,दिल्ली में सड़क,फ्लाईओवर ,मेट्रो निर्माण में शीला दीक्षित का अहम योगदान रहा,आज वो भले ही इस दुनिया से विदा हो गयी हो लेकिन उनके द्वारा किये गए कार्य उनकी याद दिलाते रहेंगे,इस नश्वर संसार से जाना सभी को है लेकिन इस तरह से एक बड़ी उपलब्धि और बड़े नाम को छोड़कर जाना निश्चित तौर से हर इंसान की चाहत होती है,कहा जाता है कि राजनीति में सक्रिय रहने वाली शीला दीक्षित अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई के लिए बच्चों बचपन में उनके साथ बेहद कड़क रहती थी,लेकिन राजनीति में आने के बाद वो दिल्ली में एक सुलभ नेता रही,सबकी चहेती रही,आज 81 साल की उम्र में अपने निधन तक वो एक सक्रिय नेता बनी रही,कार्यकर्ताओं से लेकर हाईकमान और जनता का भरोसा उन्होंने जीता जो अपने आप में एक अद्भुत कला उनकी थी,राजनीति में हर नेता शीला दीक्षित नही हो सकते,वो बेशक एक महिला थी लेकिन उनकी कार्य करने की क्षमता और शैली बेहद अलग थी,वो एक दूरदर्शी नेता थी,ईश्वर शीला दीक्षित जी की आत्मा को शांति दे और उनके परिजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति दे।
ॐ शांति ॐ
चन्द्रशेखर पैन्यूली
प्रदेश में तैयार की जायेगी आंचलिक फिल्मों को सब्सिडी दियेजाने की नीति : मुख्यमंत्री
Sat Jul 20 , 2019