रुड़की : नगर पंचायत कलियर के एक कर्मचारी ने अधिशासी अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर कर गबन कर लिया। जिसमें उसने ठेकेदारों के रजिस्ट्रेशन की फीस और एक कर्मचारी का दो माह का वेतन भी हड़प लिया। मामला संज्ञान में आने के बाद जेएम ने नायब तहसीलदार को जांच के निर्देश दिए। नायब तहसीलदार ने दफ्तर पहुंचकर अभिलेख मांगे तो उनको अभिलेख नहीं दिए गए। जिस पर उन्होंने नोटिस जारी कर दिया है।
नगर पंचायत कलियर में कार्यरत एक कर्मचारी ने अधिशासी अधिकारी शाहिद अली के फर्जी हस्ताक्षर कर दस ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन कर लिया। इतना ही नहीं रजिस्ट्रेशन के एवज में वसूल की गई फीस को भी गायब कर दिया। इसके अलावा एक कर्मचारी को उपनल का कर्मचारी बताकर उसके नाम से दो माह का वेतन भी निकाल लिया। इसी बीच एक फाइल अनुमोदन के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पास पहुंची। उन्होंने ईओ से इस बारे में जानकारी ली। ईओ ने हस्ताक्षर को फर्जी बताया। उन्होंने नगर पंचायत के एक कर्मचारी की करतूत बताया। इस पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल ने नायब तहसीलदार रुड़की प्रीतम ¨सह को मामले की जांच सौंप दी। नायब तहसीलदार गुरुवार को नगर पंचायत के कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने इस मामले से जुड़ी सभी पत्रावलियों को मांगा तो बताया गया कि वह फाइल दरगाह दफ्तर भेजी गई हैं। इस पर नायब तहसीलदार ने हैरानी जताई कि नगर पंचायत का रेकार्ड कैसे दरगाह के दफ्तर पहुंच गया। इसके बाद उन्होंने उक्त कर्मचारी को भी नोटिस थमाते हुए जवाब मांगा है। दो दिन में समस्त अभिलेख देने के निर्देश दिए हैं। नायब तहसीलदार ने बताया कि अभिलेख मिलने के बाद आगे की कार्रवाई हो सकेगी। इस कार्रवाई के बाद से नगर पंचायत में हड़कंप मचा हुआ है।