दोबरा चांठी पुल के लिये प्रताप नगर छेत्र स्वाभिमान मंच के अधीन डोबरा में धरना दिया गया ।परन्तु जागरूक जनता के छोटी समझ ने प्रतापनगर का विडागर्क करके रख दिया। इस पुल को बनाए जाने 2006 से इन प्रदर्शन कारियों को समय समय पर याद आती ही है।अब 11साल बीत गए पर पुल नही बना कारण इनकी जन सेवा के लिये इच्छा शक्ति का अभाव है। पुल तो इनके बस की बात नहीं वह तो अभियंता ओं पर निर्भर है। परन्तु रोडवेज की छोटी बस जिसमें मा बहिन बार त्योहार, स्कूल के बच्चे एवं बुजुर्गों के लिये निःशुल्क सेवा दी जारही है उसे अभी तक नही लगाया जा सका ।इनसे बाकी कार्य करने की उम्मीद करना कहाँ तक जायज लगसकता है।जहां जनता को निःशुल्क यात्रा के लिये 2 वर्ष पहले सरकार ने कार्य किया ।हमारे छोट भया को सुभिधा देना दिखाई नही देता ।आपसी अहम के चलते प्रतापनगर को पीछे धकेल दिया ।पुल जो विधायक के हॉथ में नहीं है उसे अगले मार्च तक बनाने के लिये उन्होंने कहा। धरना पर बैठे लोगों को डोब्रा चांठी पुल अगले मार्च तक तैयार होने का लाली पाप विधायक विजय सिंह पंवार ने दे दिया। ज्ञात होगा कि 26 जनवरी 2006 से भूख हड़ताल में 10 लाख दिलाने प्रतापनगर को जिला बनाने आदि केलिये समथर्न देकर आंदोलन को आगे बढ़ाने केलिये मैं विजयपंवार तैयार हूं। अगर मुझे विधायक बना दिया तो दोनों काम हो जाएंगे 26 जनवरी से 6फरबरी तक जनता ने खाना सोना हराम करदिया प्रत्येक घर के लोग 12 दिन तक लंबगांव में जमे रहे ।वहीं गुडू भाई ,विक्रम नेगी अपने टिहरी बांध के प्रबंधन से अच्छे संबंध होने के चलते जनता को आस जगी ।समय समय पर दोनों को विजय बनाया विधायक बनाया ।अब मा उच्च न्यायालय नैनिताल ने हमारी मांग मनाने के लिये सरकार को आदेश दिया है उसके 3माह 27 नवम्बर को पूरे होजाएंगे ,दोबारा चांठी के साथ न्यायालय के आदेश मनाने की यह मांग पूरी करने के लिये ये हमारे स्वाभिमान की रक्षा करने वालों साथी मुरारीलाल खण्डवाल ,माहवारी थलवाल,मुलायम सिंह आदि अन्य साथी तो 2005,6 की सर्दी में लोगों के 14 दिन की ठंड में भूख प्यास ।ओट अबतक सजा भोग रहे हम लोग कुछ राहत का सपना देखते परन्तु इनके अंदर का हनुमान को अब पुनः जगाना। होगा ताकि मनन करने वाला मनुष्य होता है हम मनुष्य बने रहे ।जानबर मनन नहीं करता हम। 16वीं सदी में जीने के लिये जानबर बनाने से बच्चे रहें।??????
जिलाधिकारी राज्य स्थापना दिवस के संस्कृतिक कार्यक्रम का
Wed Nov 8 , 2017