देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनज़र शहर में कंटेनमेंट ज़ोन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। राज्य में पिछले कुछ दिनों से लगातार नये मामले बढ़ते पाए जा रहे हैं। ताज़ा अपडेट्स बता रहे हैं कि ट्रैवल हिस्ट्री के बगैर भी संक्रमण फैल रहा है और इसके चलते शिक्षा विभाग में भी हड़कंप मच गया है। क्योंकि एक ही स्कूल की 6 छात्राएं एक साथ पॉज़िटिव पाई गई हैं। देहरादून के स्कूलों में हाल में और भी स्टूडेंट्स पॉजिटिव पाए जा चुके हैं।
उत्तराखंड में मंगलवार 3 मई को कोरोना के कम से कम 16 नये मामले सामने आए। सोमवार को राज्य में कुल एक्टिव केसों की संख्या 103 थी, जो मंगलवार के मामलों के बाद 114 हो गई। देहरादून में अब तक 80 से ज़्यादा केस एक्टिव बने हुए हैं। इसके अलावा, एक ही स्कूल के 6 बच्चों की टेस्ट रिपोर्ट भी पॉज़िटिव आने से हड़कंप मच गया है। कोरोना के बढ़ते केसों के बाद प्रशासन मिनी कंटेनमेंट ज़ोन बनाने की तैयारी में जुट गया है। देहरादून स्थित ब्राइटलैंड स्कूल के बाद अब वेल्हम गर्ल्स स्कूल की 6 छात्राओं को एक साथ पॉज़िटिव पाया गया है। शिक्षा विभाग ने तत्काल स्कूल पर प्रतिबंधात्मक एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं। वहीं, चिंता की बात यह भी है कि इन सभी छात्राओं की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है। शिक्षा विभाग बढ़ते कोविड-19 इधर, चारधाम यात्रा शुरू हो गई है तो कोविड का खतरा मंडराने लगा है। स्वास्थ्य विभाग के अब तक के आंकड़ों के मुताबिक बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों में ही कोविड केस सामने आ रहे है, जबकि मई के आखिर या जून में चौथी वेव के भी आने की संभावना है। एक्सपर्ट्स भी इसी तरह के अनुमान लगा रहे हैं। ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि ऐसा क्यों हो रहा है, केस को लेकर टेंशन में है। इससे पहले देहरादून के ब्राइटलैंड स्कूल में एक स्टूडेंट और फिर दून स्कूल में भी एक स्टूडेंट को कोरोना संक्रमण हुआ था। पिछले कुछ महीनों में कोविड प्रोटोकॉल में ढील की वजह से टेस्टिंग भी काफी कम हो गई है। एक्सपर्ट कह रहे हैं कि टेस्टिंग को बढ़ाना ज़रूरी है। इस पूरे मामले में स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि कोविड के नंबर बढ़ेंगे तो स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है। गौरतलब है कि चार धाम यात्रा के लिए इस बार न तो टेस्टिंग अनिवार्य की गई है और न ही वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र।