देहरादून। कोरोना की मार से तमाम सामाजिक क्षेत्र प्रभावित हो रहे है। धार्मिक और सामाजिक उत्सव तथा आयोजनों पर बे्रक लग चुका है वहीं पर्यटक स्थल भी वीरान पड़े है और पर्यटन व्यवसायी पूरी तरह से चैपट होता जा रहा है।
कोरोना के कारण लागू किये गये लाकडाउन से सभी सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों पर पूरी तरह से ब्रेक लग गया है। अप्रैल माह में होने वाली सभी शादियों को स्थगित किया जा चुका है। आवाजाही पर रोक के कारण होटल, रेस्टोरेंट और ढाबे सभी बंद पड़े है। जिसके कारण व्यवसाईयों को भारी नुकसान हो रहा है। पर्यटकों की आवाजाही शुन्य हो जाने के कारण सभी पर्यटक स्थल सुनसान पड़े है और व्यवसायी हाथ पर हाथ धरे बैठे है। उन्हे इस बात की चिंता सता रही है कि अगर आने वाले दो तीन महीने हालात ऐसे ही रहते है तो उनका तो भविष्य ही अंधकार में डूब जायेगा। क्योंकि यही यात्रा सीजन के कुछ महीने होते है जब वह पूरे साल की कमाई कर पाते है।
शहरी क्षेत्रों के वैडिंग प्वाइंटों में शादी के लिए करायी गयी बुकिंग अब रद्द करायी जा रही है जिसके कारण वैडिंग प्वांइट सचालकों को भारी नुकसान हो रहा है। वहीं शादी समारोहों में सहायक बैंड वालों व वीडियो ग्राफी का काम करने वालों के पास भी काम नहीं है। अल्मोड़ा के चितई गोल्ज्यू मंदिर में इस दौरान सैकड़ों शादियंा होती थी, जिन लोगोें ने पहले से ही रजिस्ट्रेशन कराये थे वह सभी रद्द किये जा रहे हेै। शांतिकुंज में होने वाली शादियंा भी रद्द कर दी गयी है। इन धार्मिक उत्सवों व सामाजिक कार्यक्रमों के कारण जिन लोगों की आजीविका चलती थी वह हजारों लोग अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित है।