अगर आप उड़ नहीं सकते है तो दोड़ो, अगर दौड़ नहीं सकते है तो चलो, अगर चल नहीं सकते है तो रेंग कर आगे बढ़ो, लेकिन आगे बढ़ो
Cooperate to include Uttarakhand in the 5th सचेडूले jeetmani painuli
उत्तराखंड को 5वीं अनुसूचि में समलित करने के लिए सहयोग करें
जीतमणि पैन्यूली
प्रतापनगर को अनुसूचित श्रेणी मे लाने के लिए जीतमणि पैन्यूली सम्पादक पहाड़ों की गूँज हिन्दी राष्ट्रीय समचार पत्र www.ukpkg.com www.pkgnews24.com www.fourthpillarofdemocracy.com ने गंगाजल कांवड़ फिकवाल पहिचान लेकर गंगोत्री से दिल्ली तक सद्भावना पदयात्रा 2 अगस्त 1991 से 22 अगस्त 91 तक की है जिसे केंद्रीय सूची मे लाने उत्तराखंड को ट्रायवल 5अनुसूची मे लाने।
प्रेस को संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिए, प्रतापनगर मे आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज पंचगव्य खोलने, प्रतापनगर मे पैराग्यल्डिंग इनसइट्यूट खोलने, बांध प्रभावित प्रतिपूर्ती प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा 10 लाख देने के लिए आंदोलन 26 जनवरी 2006 से 6 फ़रवरी 2006 तक करने के बाद 2010मे 5लाख/परिवार देने के लिए समझौता कराया।
उसे केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय से स्वीकृत करने के लिए पहाड़ोंकी गूँज द्वारा जहाँ प्रत्येक सप्ताह प्रकाशित कर आंदोलन रत है वहीं इसको स्वीकृत करने के लिए जनता को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर आर्थिक सहयोग करने की आवश्यकता है हम इस आंदोलन मे केंद्रीय सूची के लिए 1991 से और टिहरी बांध की समस्या से उत्पन्न कठिनाई से उभरने के लिए 2005 से पैन्यूली जी सन्देश मासिक पत्रिका के प्रकाशन कर लगातार प्रकाशित कर रहे है आंदोलन एक बीमार हाथी जैसा होता है उसे बीमारी मे हिलाते दुलाते दावा के लिए रूपये खर्चा करतें रहना चाहिए नहीं तो वह बैठ गया तो उसकी मृत्यु होजाती है एसे ही आंदोलन है।
जिसको प्रत्येक सप्ताह 1000 रूपये खर्चा संयोजक होने के नाते स्वयं धर्म समझ कर करना पड़ रहा है 20 वर्ष के प्रत्येक खर्चा करने से आंदोलन गतिमान है आगे इसको हिट एन्ड रन करने के लिए गूगल पे G-PAY no 9456334283 पर आर्थिक सहयोग दान रूप में,अख़बार मे शुभकामनायें, बधाई, अपने, एवं संस्थान की प्रगति आख्या प्रकाशित करने मे अपना योग दान आने वाली पीढ़ी को आप याद किये जाने के लिए दिया जाना चाहिए कि हम मनन करने वाले मनुष्य रहे है हम अपना नाम जिन्दा रखने के लिए सहयोग कर अपना नाम प्रकाशित कीजियेगा
।प्रतापनगर अपने आप में दुनियां मानवीय मूल्यों को जिन्दा रखने के लिए आगे रहा है। ऐतिहासिक कार्य करने के लिए सदैव आगे रहे। इलाके को से पशु बलि, कन्यविक्रय, शराब बंदी, नारी सशक्तिकरण, साक्ष्यरता, संस्कार बनाने के लिए सरस्वती इंटर कालेज लम्बगांव के प्रधानाचार्य राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध समाजसेवी विद्यादत्त रतूड़ी एवं स्टॉफ और जनता जनार्दन जीती जागती मिशाल है। इस लोकचार बनाये रखने के लिये हमें आगे आना होगा।