मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को शास्त्री भवन, नई दिल्ली में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री जावड़ेकर से प्रदेश में संचालित सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान एवं मध्याह्न भोजन योजना आदि से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर व्यापक विचार विमर्श किया।
बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के अनुरोध पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा उधमसिंह नगर तथा हरिद्वार जनपद में 02 आदर्श महाविद्यालयों की स्थापना के लिये स्वीकृति प्रदान की। बैठक में एन.आई.टी. श्रीनगर में 02 परिसरों में निर्माण कार्य किए जाने, आर.टी.ई. में राज्य सरकार को धनराशि की प्रतिपूर्ति किए जाने एवं रमसा योजना के अंतर्गत शेष धनराशि रूपए 211 करोड़ अवमुक्त किए जाने पर भी सहमति बनी। केन्द्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर में आपदा प्रभावित निर्माण कार्यों के लिए अवशेष धनराशि प्रदान किए जाने एवं रूसा योजना के अंतर्गत महाविद्यालयों के उच्चीकरण एवं प्रयोगशाला आदि की स्थापना हेतु धनराशि उपलब्ध किए जाने पर भी केन्द्रीय मंत्री द्वारा सहमति प्रदान की है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने राज्य की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से लगे 27 विकासखण्डों में आवासीय विद्यालय स्थापित किए जाने के अनुरोध पर केन्द्रीय मंत्री श्री जावड़ेकर ने गम्भीरता पूर्वक विचार करने की बात कही। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने केन्द्रीय मंत्री से यह भी अपेक्षा की कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत निजी विद्यालयों एवं बच्चों को दी जाने वाली धनराशि भी सर्व शिक्षा अभियान की सामान्य गतिविधियों में सम्मिलित किया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी अनुरोध किया कि मा. उच्च न्यायालय में दायर जनहित याचिका के अनुरूप विद्यालयों में भौतिक संसाधन जैसे शौचालय, पेयजल, फर्नीचर, कम्प्यूटर, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, मिड डे मील एवं छात्रवृत्ति आदि की व्यवस्था हेतु धनराशि की अधिकता को ध्यान में रखते हुए इसके लिए अलग से धनराशि प्रदान करने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, सचिव डाॅ.भूपेन्द्र कौर औलख एवं श्रीमती राधिका झा भी उपस्थित थे।