देहरादून। उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। उत्तराखंड सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का ऐलान किया है। बता दें कि, चारों धामों के तीर्थ पुरोहित लंबे समय से देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग कर रहे थे। बताया जा रहा है कि जल्द उत्तराखंड के शीतकालीन सत्र में इस एक्ट को कैंसिल किया जा सकता है। वहीं, विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी के इस फैसले को काफी अहम माना जा रहा है।
तीर्थ पुरोहित महासभा अध्यक्ष संतोष त्रिवेदी ने कहा कि वे सीएम पुष्कर सिंह धामी के इस फैसले का स्वागत करते हैं। साथ ही बोर्ड को भंग करने पर धन्यवाद देते हैं। उन्होंने रहा कि हमें खुशी है कि सीएम धामी ने देवस्थानम बोर्ड को भंग किया, लेकिन हमें सत्र का इंतजार है। जिसमें इसे पूर्ण रूप से भंग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो कार्य पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया वो माफी लायक नहीं है और हम उन्हें माफ नहीं करेंगे। गौर हो, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड पर फिर से विचार के लिए कैबिनेट मंत्रियों की हाई लेवल कमेटी की रिपोर्ट सौंपी गई थी। इस रिपोर्ट के परीक्षण और अध्ययन के बाद सोमवार (29 नवंबर) शाम सतपाल महाराज ने रिपोर्ट को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपा था। तीर्थ पुरोहित बोर्ड के विरोध में 2019 से ही आंदोलन चल रहा था। लेकिन इन दिनों जिस तरह से उन्होंने अपना आपा खोया, उससे सरकार की चिंताएं बढ़ गई थी। विधानसभा चुनाव 2022 नजदीक होने के कारण देवस्थानम बोर्ड को भंग करना बीजेपी की मजबूरी थी।
पर्यटन मंत्री को देवस्थानम बोर्ड भंग करने की घोषणा की जानकारी नही
Tue Nov 30 , 2021