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कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने की 4 घोषणाएं

Pahado Ki Goonj
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने की 4 घोषणाएं
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस पर चार घोषणाएं करते हुए राज्य में शहीद सैनिकों को मिलने वाली अनुग्रह अनुदान राशि 10 लाख रूपये से बढाकर 50 लाख रूपये करने की घोषणा की है।  
आज यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) पर गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कारगिल शहीदों के परिवार जनों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल, विधायक श्रीमती सविता कपूर, बृज भूषण गैरोला और निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा ने भी शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने 4 घोषणाएं की। उन्होंने घोषणा की कि राज्य में शहीद सैनिकों को मिलने वाली अनुग्रह अनुदान राशि 10 लाख रूपये से बढ़ाकर 50 लाख रूपये की जायेगी। शहीद सैनिक के परिवारजनों को सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करने की अवधि को 2 साल से बढ़ाकर 5 साल किया जायेगा। शहीदों के आश्रितों को अब जिलाधिकारी कार्यालयों में समूह ग’ और समूह घ’ के अलावा अन्य विभागों में भी समूह ग’ और समूह घ’ के पदों पर नियुक्ति प्रदान की जायेगी। सैनिक कल्याण विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों को उपनल कर्मियों की भांति अवकाश प्रदान किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध में माँ भारती की रक्षा के लिये हमारे वीर जवानों ने पराक्रम और अदम्य साहस का परिचय दिया। भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में जिस प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा पार खदेड़ा, उससे पूरे विश्व ने भारतीय सेना का लोहा माना। कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल की यह विजय गाथा भी उत्तराखंड के वीरों के बिना अधूरी है और अपने 75 सपूतों का बलिदान ये वीर भूमि कभी नहीं भुलाएगी। आज भी प्रधानमंत्री ने कारगिल वॉर मेमोरियल, लद्दाख में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अग्निवीरों को सरकारी सेवाओं में आरक्षण का प्रावधान किया जायेगा, इसके लिए एक्ट लाया जायेगा। कार्यक्रम में सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चैधरी, मेजर जनरल सम्मी सबरवाल (से.नि), लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनि कुमार (से.नि), मेजर जनरल के.एस राणा (से.नि), ब्रिगेडियर कीर्ति बहल (से.नि), ब्रिगेडियर हरीश सेट्ठी (से.नि), निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर अमृत लाल (से.नि), एमडी उपनल ब्रिगेडियर जे.एस. बिष्ट (से.नि), जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका, एसएसपी अजय सिंह एवं अन्य सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और शहीदों के परिवार जन उपस्थित थे।आगे पढ़ें 

जलाशयों के डिसिल्टिंग को रॉयल्टी फ्री करने की नीति बनायेः मुख्य सचिव
देहरादून। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जलाशयों के डिसिल्टिंग (सिल्ट या मिटृी उठान) को रॉयल्टी फ्री करने हेतु नीति बनाने के निर्देश दिए हैं।
आज यहां सचिवालय में व्यय वित्त समिति की बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी नेउत्तराखण्ड के बौर, हरिपुरा, तुमारिया, नानकसागर जैसे जलाशयों में अत्यधिक सिल्ट जमाव की समस्या के समाधान, तथा इन जलाशयों में पर्यटन गतिविधियों एवं मत्स्य पालन को बढ़ावा देने की दिशा में जलाशयों के डिसिल्टिंग (सिल्ट या मिटृी उठान) को रॉयल्टी फ्री करने हेतु नीति बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने इस सम्बन्ध में सिंचाई विभाग को सभी सम्बन्धित विभागों से अनापत्ति लेने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि यदि विभाग द्वारा बौर व हरिपुरा जलाशयों के सिल्ट का कर्मिशयल उपयोग नही किया जा रहा है तो इन जलाशयों के सिल्ट उठान को रॉयल्टी फ्री करने की नीति तैयार करने की दिशा में तत्काल कार्य आरम्भ किया जाए। इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव ने सिंचाई विभाग को 15 दिन का समय देते हुए वन विभाग के साथ सयुंत्तफ निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जलाशयों को पचास साल से भी अधिक का समय हो गया है. ऐसे स्तिथि में जलाशयों की क्षमता निरंतर घटती जा रही है. जलाशयों में अत्यधिक सिल्ट आने से भविष्य में किसानों को सिंचाई के लिए पानी के अभाव और बाढ़ जैसे चुनौतियों के समाधान, जलाशयों में पर्यटन गतिविधियों एवं मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए डिसीलटिंग जरूरी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा पर्यटन हब के रूप में भी इस क्षेत्र को विकसित किया जाना है। उत्तराखण्ड शासन की महत्वकांक्षी योजना 13 जनपद 13 पर्यटन स्थल में भी बौरकृहरिपुरा जलाशय को सम्मिलित किया गया है। इन जलाशयों में पर्यटन की गतिविधियों को बढावा देने हेतु पर्यटन विभाग द्वारा विगत वर्षों से पर्यटकों हेतु नौकायान एवं अन्य जल क्रीडाओं का आयोजन किया जा रहा है जिसमें भारी संख्या में पर्यटकों का आवागमन बना रहता है। उत्तफ जलाशयों के पहुँच मार्ग कच्चे होने के कारण पर्यटकों के सुगम आवागमन में अत्याधिक कठिनाईयां उत्पन्न हो रही है जिसके लिए यह योजना बनाई गई है। योजना का वित्त पोषण मिसिंग लिंक फंडिग तहत किया जा रहा है। आज की व्यय वित्त समिति में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने मोहकमपुर देहरादून में न्यायिक कार्मिकों के लिए बनने वाले 32 आवासीय भवनों के निर्माण का भी अनुमोदन दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि उत्तफ आवासीय भवनों में अनिवार्य रूप से सोलर पैनल की व्यवस्था की जाए तथा ग्रीन बिल्डिंग की अवधारणा पर कार्य किया जाए। बैठक में सचिव पशुपालन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, सिंचाई एव सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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भारत-चीन सीमा पर एलएसी के पास उत्तराखण्ड का लाल शहीद


देहरादून। आईटीबीपी के निरीक्षक चन्द्र मोहन सिंह सामरिक महत्व के क्षेत्र में विशिष्ट पैट्रोलिग के दौरान वीर गति को प्राप्त हो गये।
आज यहां देहरादून निवासी आईटीबीपी निरीक्षक चन्द्र मोहन सिंह भारत -चीन सीमा पर एक सामरिक मह्त्व के क्षेत्र मे विशिष्ट पैट्रोलिंग के दौरान वीर गति को प्राप्त हो गए हैं। जानकारी के अनुसार 25 जुलाई को एक विशेष सूचना पर शॉर्टकृरेंज पेट्रोलिंग के दौरान एलएसी के पास भारत अग्रिम चैकी से आगे करग्युपा नाला पार करते वक्त निरीक्षक चन्द्र मोहन सिंह साथियो के लिए टम्प्रेरी ब्रिज बनाकर और अपने साथियों को नाला क्रॉस कराते समय गिर गये और पानी के बहाव में बह गये। इस दौरान 100 मीटर की दूरी पर भारत’ अग्रिम चैकी के आईटीबीपी द्वारा उन्हें बचाया गया और पास के आर्मी अस्पताल युमडों में उपचार हेतु भर्ती कराया गया, जहाँ पर ईलाज के दौरान वो वीरगति को प्राप्त हो गये। चन्द्र मोहन सिंह के निधन से आईटीबीपी के समस्त फोरमेशन में शोक की लहर दौड़ गई है। निरीक्षक चन्द्र मोहन (55 वर्ष) देहरादून में डोईवाला तहसील स्थित दुर्गा चैक, जौली ग्रांट के रहने वाले हैं। चन्द्र मोहन भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में 24 सितम्बर1987 में बतौर कांस्टेबल (जीडी) के पद पर भर्ती हुए थे , वर्तमान में वे निरीक्षक (जीडी) के पद पर तैनात थे। सेवा के दौरान ग्रहण किए गए अनुभवों से इस बल में अपने अधीन पदाधिकारियों को समय समय पर मार्गदर्शित किया। इस अवधि के दौरान जिस मेहनत, लग्न एवं उच्च कोटि की व्यवसायिक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए अपनी ड्यूटी का निर्वाह किया है, उससे निःसन्देह बल उनकी सेवाओं को भुला ना सकेगा। वाहिनी में तैनाती के दौरान इन्होंने अपनी ड्यूटियों के अतिरिक्त अन्य सौंपी गई ड्यूटियों को समय समय पर बड़ी मेहनत लग्न एवं उत्कृष्ट कार्यक्षमता के साथ पूर्ण करते हुए अपनी समर्पित और कर्तव्यनिष्ठता के लिए जाने जाते थे। मार्शल आर्ट में दक्षता के साथ साथ उन्होंने अपने कार्य से देश का नाम रोशन किया था। चन्द्र मोहन सिंह अंतिम संस्कार गृह निवास जौली ग्रांट, देहरादून में संपन्न किया जाएगा।

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कांवड मेले को लेकर दून पुलिस सतर्क

देहरादून। कांवड़ यात्रा को लेकर दून पुलिस सर्तकर्ता बनाये हुए है। इस क्रम में शुक्रवार को पुलिस ने बम डिस्पोजल स्क्वॉड तथा डॉग स्क्वॉड की टीम के साथ मिलकर कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है। वहीं कांवड़ियो मसूरी में न घुसने देने पर उनके हंगामा किये जाने की सूचना मिली है।
कांवड मेला ड्यूटी को सकुशल सम्पन्न कराये जाने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा समस्त थाना प्रभारियों को अपनेकृअपने क्षेत्र में संदिग्धों की धरपकड हेतु सघन चेकिंग कराये जाने हेतु निर्देश निर्गत किये गये हैं। इस क्रम में आज दून पुलिस द्वारा बम डिस्पोजल स्क्वॉड तथा डॉग स्क्वॉड की टीम के साथ ऋषिकेश त्रिवेणी घाट के आरती परिसर, नाव घाट, आस्था पथ एवं बस अड्डा ऋषिकेश परिसर की दुकानो, बसों व ट्रॉजिट कैंप में सघनता से चेकिंग अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान लोगों को सतर्क रहते हुए किसी भी संदिग्ध वस्तु मिलने पर तत्काल इसकी सूचना निकटतम पुलिस चैकी या पुलिस कंट्रोल रूम को देने हेतु जागरूक किया गया।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज कुछ कांवड़ियों द्वारा मसूरी में न घुसने देने पर मसूरी में हंगामा काटा गया है। जो कुछ देर बाद अपने गंतव्य को रवाना हो गये थे।

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पुल बहने से फंसे यात्री,हेलीकाप्टर से किया रेस्क्यू


उत्तरकाशी। देर रात्रि रुद्रप्रयाग मदमहेश्वर घाटी में अत्यधिक बारिश से ग्राम गौंडार के बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल बहने के कारण सम्पर्क मार्ग टूट जाने से वहां पर गए लोग फंस गए थे। सूचना के उपरांत पुलिस, एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें वहां पहुंची, जिनके द्वारा यहां पहुंचे लोगों को सुरक्षित निकालने का कार्य किया जा रहा है। मदमहेश्वर धाम से तकरीबन 6-7 कि.मी. नीचे नानू  स्थान पर तैयार किए गए अस्थायी हेलीपैड से हेलिकॉप्टर द्वारा रांसी गांव तक छोड़ा जा रहा है, जहां से वापसी का सफर सड़क मार्ग से किया जा रहा है। यहां से अब तक कुल 68 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।तहसीलदार को राजस्व टीम के साथ भेज दिया गया है। जानकीचट्टी यमुनोत्री के बीच रातभर अफरातफरी मची रही। जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम के बीच छह किलोमीटर हिस्से में यमुना नदी का रौद्र रूप।आगे पढ़ें 

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निवर्तमान पार्षद पति तिनका ने फिर बेची नगर निगम की भूमि, मामला दर्ज
देहरादून। निर्वतमान पार्षद पति राकेश उर्फ तिनका ने एक बार फिर 94 लाख में नगर निगम की जमीन बेच दी। शातिर तिनके के खिलाफ रायपुर थाने में धोखाधडी व शहर कोतवाली में गैगस्टर एक्ट में मुकदमें दर्ज हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुणाल वालिया पुत्र प्रदीप वालिया निवासी 48 बी रेसकोर्स द्वारा थाना रायपुर में प्रार्थना पत्र दिया कि आमवाला तरला की निवर्तमान पार्षद पति राकेश तिनका पुत्र बीरबल, निवासी ऋषि नगर सहस्त्रधारा रोड, रायपुर द्वारा उनसे सहस्त्रधारा रोड स्थित एक भूखण्ड को अपना बताकर उनसे उक्त भूखण्ड का सौदा किया तथा इसके एवज में उनसे 94 लाख रुपये प्राप्त किये गये। उक्त भूखण्ड के सम्बंध में जानकारी करने पर उसको ज्ञात हुआ कि उक्त भूमि नगर निगम की है। जिस पर राकेश तिनका से सम्पर्क करने पर उसके द्वारा धनराशि वापस करने की बात कहते हुए उन्हें 14 लाख रूपये वापस किये गये । जिसके सम्बंध में उससे बात करने पर वह पैसे देने में आना-कानी करते हुए तरह-तरह के बहाने बनाने लगा। पुलिस ने कुणाल वालिया की तहरीर के आधार पर थाना रायपुर में अंतर्गत धारा 420 भारतीय दंड संहिता में अभियोग पंजीकृत किया गया है। शातिर किस्म के तिनके के खिलाफ दो दिन पहले भी नगर निगम की जमीन बेचने का मुकदमा दर्ज किया गया था। यही नहीं पुलिस के अनुसार राकेश तिनका एक शातिर किस्म का अपराधी है, जिसके विरुद्ध जनपद के विभिन्न थानो में पूर्व में भी धोखाधडी व अन्य अपराधों के कई मुकदमें दर्ज हैं। तिनके को पूर्व में गुंडा अधिनियम में भी जिला बदर किया जा चुका है।

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टैक्सी चालक से मारपीट में दस दिन बाद भी दर्ज नहीं हुआ मुकदमा
देहरादून। राजपुर रोड पर टैक्सी चालक के साथ मारपीट करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस ने दस दिन बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया। जबकि पीडित ने राजपुर थाने से लेकर एसएसपी तक गुहार लगायी लेकिन कहीं कोई सुनवायी नहीं हुई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मित्र लोक कालोनी बल्लूपुर निवासी ध्रपद पंुंज ने राजपुर थाने व एसएसपी कार्यालय में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसके पास एक स्वीफ्ट डिजार कार है जिसको वह टैक्सी में चलाता है तथा उसके ड्राइवर का नाम नोबत राम पुत्र शिव दयाल है। उसने बताया कि 14 जुलाई को शाम साढे तीन बजे ड्राइवर मसूरी से सवारियों को लेकर आ रहा था। जब वह राष्ट्रीय दृष्टि विकलांग संस्थान से आगे मोड पर वर्षा के कारण पानी एकत्रित हो रखा था जिसके कारण ड्राइवर ने टैक्सी की गति को कुछ कम कर दिया। तभी पीछे से आ रही एक कार मारूति इको ने उसकी टैक्सी को पीछे से टक्कर मार दी जिसके कारण टैक्सी क्षतिग्रस्त हो गयी। दूसरी कार से उसका ड्राइवर अपने साथियों के साथ बाहर निकल आया तथा उन्होंने उसके ड्राइवर के साथ मारपीट शुरू कर दी। ड्राइवर ने जब फोन कर पुलिस को बुलाना चाह तो हमलावरों ने उसको ऐसा नहीं करने दिया और फोन कर अपने चार पांच अन्य साथियों को भी मौके पर बुला लिया। जब कार में बैठी सवारियों ने बीच बचाव कराने का प्रयास किया तो उन्होंने उनके साथ भी मारपीट शुरू कर दी। किसी तरह से उसके ड्राइवर न कार को भगाकर अपनी व सवारियों की जान बचायी लेकिन हमलावरों ने उनको पीछा कर बहल चैक के पास टैक्सी को रोककर टैक्सी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। जिसके बाद उसने राजपुर थाने में प्रार्थना पत्र दिया लेकिन उसकी कोई सुनवायी नहीं हुई। जिसके बाद 20 जुलाई को उसने एससपी कार्यालय में भी प्रार्थना पत्र दिया लेकिन उसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जनता का  कहना है कि इस पर सड़क निर्माण एजेंसी पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। जिसकी गलती से जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है।

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 भारी बारिश से कई एकड़ कृषि भूमि आपदा की चपेट में
टिहरी। जिले में भारी बारिश से बालगंगा नदी रौद्र रूप धारण किए हुए हैं। बालगंगा तहसील के विनयखाल क्षेत्र में एक बार फिर से बारिश ने तबाही मचाई है। भारी बारिश के चलते क्षेत्र के तोली, तिंगढ़, जखाना के ग्रामीणों की कई एकड़ कृषि भूमि आपदा की चपेट में आई है। वहीं विनयखाल जखाना मोटर मार्ग के सड़क मार्ग का कई हिस्सा वास आउट होकर नदी में समा चुका है। ग्रामीणों का जिला मुख्यालय सहित मुख्य बाजारों से संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। गौर हो कि टिहरी जिले में बारिश से काफी नुकसान हुआ है। भारी बारिश के चपेट में ग्रामीणों के कई पैतृक घराट भी नदी में समा गए हैं। टिहरी जिले के बालगंगा तहसील के अंतर्गत विनयखाल बूढ़ाकेदार क्षेत्र में बीते देर रात हुई भारी बारिश ने एक बार फिर से तबाही मचाई है। भारी बारिश से तोली,तिनगढ़,जखाना समेत आसपास के गांव के ग्रामीणों की कई एकड़ कृषि भूमि सहित सड़क मार्ग संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं। वहीं विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है और घराटों को काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं दूसरी ओर भारी बारिश के चलते बालगंगा नदी रौद्र रूप में आने से बूढ़ाकेदार मुख्य बाजार पुल के पास निवासरत लोगों को रात के अंधेरे में अपने घरों की छोड़ना पड़ा। भारी बारिश के कई जगहों पर मार्ग नदी के कटाव से नदी में समा चुके हैं। सड़क मार्ग अवरुद्ध होने से ग्रामीणों का जिला मुख्यालय सहित मुख्य बाजारों से संपर्क पूरी तरह से कट चुका है।
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अतिवृष्टि से यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर को भारी नुकसान,कई आसपास के क्षेत्र को खाली कराया
उत्तरकाशी। भारी बारिश ने जनपद में काफी तबाही मचाई है। यमुनोत्री- जानकीचट्टी में नदी उफान पर आ गई, जिसे देखते हुए एसडीआरएफ ने आसपास का क्षेत्र को खाली कराया। यमुनोत्री क्षेत्र में अधिक बारिश होने के कारण जल स्तर काफी बढ़ गया है जिसके चलते जानकीचट्टी पार्किंग में नदी का पानी आने से कुछ दोपहिया वाहन भी बह गए। एसडीआरएफ की टीम मौके पर तैनात है।
दूसरी तरफ गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भटवाड़ी से आगे स्थान थिरांग के पास पहाड़ी से मलबा पत्थर आने से बाधित हो गया है।  मलबे में एक मोटर साइकिल भी दब गई। हालांकि साइकिल चालक सकुशल है। उत्तराखंड में भारी बारिश आफत बनकर बरस रही है। यमुना नदी के उदगम में अतिवृष्टि के कारण यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर को भारी नुकसान हुआ है।  मंदिर सु रक्षित है। राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची है। बीआरओ द्वारा हेल्गुगाड से जेसीबी भेजी गई है। मंदिर समिति के कार्यालय, रसोई आदि को भी नुकसान की उक्त जानकारी देते हुए पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि जनहानि नहीं लेकिन परिसंपित्तयों को नुक्सान पहुंचा है। बताया कि यमुना नदी के मुहाने पर एकत्रित मलबा बोल्डर पत्थरों की वजह से मंदिर परिसर को अधिक नुकसान हुआ है।जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर राममंदिर के निकट रजिस्ट्रेशन केंद्र भी क्षतिग्रस्त हो गया है।इसके अलावा यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट बंद होने से बड़कोट से सरकारी अमला अभी यमुनोत्री धाम नहीं पहुंच पाया।

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महिला को ब्लैकमेल कर दुष्कर्म,बीस लाख रूपए भी ऐंठे
देहरादून। थाना बसंत विहार क्षेत्र अंतर्गत एक विधवा महिला ने महाराष्ट्र निवासी एक युवक पर अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर दुष्कर्म करने का आरोप गया है। महिला का आरोप है कि युवक ने उसे ब्लैकमेल कर 20 लाख रुपए लिए है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।  
पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि वह मुंबई में अपने पति के साथ रहती थी,लेकिन सितंबर 2020 में पति को हार्ट अटैक आने से मृत्यु हो गई। जिसके बाद वह अपने 7 साल के बच्चे के साथ देहरादून में शिफ्ट हो गई। पति की मौत के बाद दोस्त महाराष्ट्र निवासी युवक ने उससे नजदीकियां बनाई। साल 2023 में युवक ने पीड़िता को धमकी दी की उसके पास उसकी कुछ अश्लील वीडियो है जिसे वह इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर देगा। युवक ने पीड़िता से रुपए की मांग कर दी। जिसके बाद पीड़िता ने मामले की शिकायत ऑनलाइन के माध्यम से महाराष्ट्र पुलिस से की। लेकिन शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।उसके बाद आरोपी जून 2023 को उसके देहरादून घर (फ्लैट) आया और पीड़िता को बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद पीड़िता की अश्लील फोटो और वीडियो प्रसारित करने की धमकी देकर 20 लाख रुपए ले लिए। थाना बसंत विहार प्रभारी महादेव उनियाल ने बताया है कि महिला की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और ब्लैकमेल सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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सामाजिक रिश्ते तार-तारः पिता ने लूटी नाबालिग बेटी की इज्जत
देहरादून।  विकासनगर-कालसी के अंतर्गत एक नाबालिग से दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़िता की मां ने राजस्व पुलिस को तहरीर देकर आरोपी पति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
 कालसी तहसील क्षेत्र की एक महिला ने राजस्व पुलिस को तहरीर देकर बताया कि वह कुछ दिन पूर्व गांव मे किसी के साथ काम करने गई थी।उसकी नाबालिग बेटी छानी में गायों को घास पत्ती देने गई थी, उसका पति शराब पीकर नशे की हालत में आया और उसकी नाबालिग बेटी को जबरदस्ती खींचकर पास के छानी में ले जाने लगा। उसने बेटी को किसी तरह छुड़ाया। इसके बाद पहले भी बेटी के साथ दुष्कर्म का पता चला। नायब तहसीलदार कालसी मनोहर अंजुवाल ने बताया कि महिला द्वारा तहरीर प्राप्त हुई है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है ।पीड़िता का मेडिकल कराया जाएगा और केस को रेगुलर पुलिस को सौंपा जा रहा है।

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नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री ने हिमालयी राज्यों के लिए विशिष्ट नीतियां बनाने का किया अनुरोध *-ऊर्जा की कमी को पूरा करने हेतु राज्यों को 25 मेगावाट से कम क्षमता की जल विद्युत परियोजनाओं के अनुमोदन तथा क्रियान्वयन की अनुमति प्रदान करने का किया अनुरोध *-लघु जल विद्युत परियोजनाओं […]

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