देहरादून। मंत्रिमंडल की बैठक मंगलवार सुबह उत्तराखण्ड मंत्री बैठक हुई। जिसमें कई फैसलों पर उत्तराखंड कैबिनेट की मुहर भी लगी है।वहीं प्रवर्तन सिपाही अब सड़क सुरक्षा के कार्यों में अहम भूमिका निभाएंगे। परिवहन विभाग अब प्रवर्तन सिपाहियों को यातायात के नियमों का उल्लंघन करने के लिए चालान काटने का अधिकार देने की तैयारी कर रहा है। इस संबंध में प्रस्ताव तैयार हो चुका है। जल्द ही इसे कैबिनेट के समक्ष अनुमति के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।प्रदेश सरकार ने कुछ समय पहले प्रवर्तन पर्यवेक्षकों के ढांचे में बदलाव किया है। अब इस संवर्ग में प्रवर्तन सिपाही व प्रवर्तन पर्यवेक्षकों के अलावा वरिष्ठ प्रवर्तन पर्यवेक्षक या प्रवर्तन सुपरवाइजर का पद सृजित किया गया है। शासन ने हाल ही में इनकी पदोन्नति व दंड संबंधी नियमावली को मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके हिसाब से प्रवर्तन संवर्ग के कार्मिकों को इसी वर्ष नवंबर में पदोन्नति भी दे दी गई है।अब इन कार्मिकों को फील्ड में उतारना है। दरअसल, विभाग ब्लाक स्तर तक प्रवर्तन दस्तों को तैनात करने की योजना बना रहा है। इस कड़ी में पहले चरण में 21 दस्ते बनाए जाने हैं। इनके लिए विभाग ने मोटरसाइकिल भी खरीद ली हैं। इन दस्तों को फील्ड में भेजने का फायदा तभी है जब इनके पास चालान के अधिकार हों।अभी चालान के अधिकार परिवहन कर अधिकारी स्तर के अधिकारियों तक ही सीमित हैं। इसे देखते हुए परिवहन मुख्यालय ने वरिष्ठ प्रवर्तन पर्यवेक्षकों को साधारण अपराध के उल्लंघन करने पर चालान करने का अधिकार देने के लिए नियमावली तैयार की है। इसमें इन्हें तेज रफ्तार, ट्रिपल राइडिंग, सीट बेल्ट, रेड लाइन जंपिंग, ओवरलोडिंग आदि मामलों में जुर्माना करने का अधिकार दिया जाना प्रस्तावित है। संयुक्त आयुक्त परिवहन एसके सिंह का कहना है कि इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। जल्द ही इसे अनुमति मिलने की उम्मीद है।
चारापत्ती लेने गयी महिलाओं पर हाथ का हमला,एक की मौत,तीन गंभीर
कोटद्वार। कोटद्वार रेंज में मंगलवार सुबह लालपुर क्षेत्र के जंगल में चारापत्ती लेने गई महिलाओं पर अचानक हाथी ने हमला कर दिया। इस दौरान एक महिला की मौत हो गई। वहीं, तीन महिलाएं गंभीर रूप से घायल हुई हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
डीएफओ दिनकर तिवारी ने बताया कि घटना सुबह करीब 11 बजे की है। गांव से लालपुर क्षेत्र से चार महिलाएं मवेशियों के लिए चारापत्ती लेने जंगल जा रही थीं, इस दौरान आबादी से करीब एक किलोमीटर दूरी पर ही हाथी ने उन पर हमला कर दिया।
इस दौरान लक्ष्मी चैधरी(48) पत्नी सुनील चैधरी की जान चली गई। वहीं, सुनीता जखवाल(40) पत्नी सुनील जखवाल, सुमन(37) पत्नी अजय कुमार और अनिता देवी(42) पत्नी मुकेश घायल हो गईं। घायलों का इलाज चल रहा है।
क्रिसमस के बाद बर्फबारी के आसार
देहरादून। उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक ठिठुरन लगातार बढ रही है। कहीं धुंध तो कहीं पाला परेशानी बढ़ा रहा है। मंगलवार सुबह भी मौसम का मिजाज बिगड़ा दिखाई दिया।
सुबह कई जगहों पर कोहरे की चादर दिखाई दी। जिससे ठिठुरन महसूस हुई। ऐसे में लोग पहले की अपेक्षा अधिक गर्म पकड़े पहनकर घरों से बाहर निकले। उधर, मसूरी के कंपनी गार्डन में पाला जमने से जमीन सफेद हो गई है। वहीं, बर्फबारी का इंतजार भी अब खत्म होने वाला है। मौसम विभाग ने मसूरी के साथ हीधनोल्टी, औली, हर्षिल समेत उच्च हिमालयी क्षेत्रों में 27 दिसंबर के बाद बारिश व बर्फबारी की संभावना जताई है।प्रदेश में भले ही कई दिनों से बारिश और बर्फबारी न हुई हो लेकिन तापमान में तेजी से गिरावट आ रही है। पहाड़ी इलाकों में कड़ाके की ठंड के चलते पाला मुसीबत बढ़ा रहा है तो मैदान में कोहरा परेशानी खड़ा कर रहा है।
दहशतः देर रात बाउंड्री तोड़कर घर के आंगन में घुसा हाथी
देहरादून।डोईवाला के नकरौंदा क्षेत्र में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को रात को भी नकरौंदा में किसान लखबीर सिंह के घर की बाउंड्री तोड़कर हाथी घर के आंगन में प्रवेश कर गया। जब घर के लोगों ने हाथी को भगाने का प्रयास किया तो हाथी उन पर हमला करने के लिए दौड़ पड़ा। इससे पहले रविवार की रात भी हाथी ने उनके खेतों की बाउंड्री तोड़ दी थी। यहां लगातार हाथी खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है।
खुलेआम मार्ग पर घूम रहे हाथी की लगातार आवाजाही से वन विभाग की गश्त की पोल भी खुल रही है। वन विभाग सोया हुआ है तो वहीं हाथी आबादी क्षेत्र में प्रवेश कर फसलों के नुकसान के अलावा अब लोगों पर हमला भी कर रहा है। जिससे ग्रामीणों में बेहद नाराजगी है। किसान लखबीर सिंह ने वन विभाग के उच्चाधिकारियों से हाथी की समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।पिछले कुछ दिनों से लगभग 14 हाथी इस क्षेत्र में सक्रिय हैं। यहां के किसानों की फसलों को तहस-नहस करने में लगे हैं। इस मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने भी अब आंदोलन की चेतावनी दी है।
किसान लखबीर सिंह ने बताया कि बीती रविवार रात्रि उनकी चहारदीवारी हाथी ने तोड़ दी और फसल को भी नुकसान पहुंचाया। उन्होंने बताया कि उनकी गेहूं की फसल को हाथी कई बार बर्बाद कर चुके हैं। प्रतिवर्ष उन्हें लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है।उन्होंने बताया कि अभी तक उन्हें ना ही पूर्व में हुए नुकसान का मुआवजा मिला है और ना ही वन विभाग इस मामले को लेकर गंभीर है। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह खालसा ने कहा कि यदि वन विभाग ने हाथी की रोकथाम के लिए ठोस कदम नहीं उठाया तो ग्रामीण धरना- प्रदर्शन करेंगे।
वहीं लच्छीवाला के वन क्षेत्राधिकारी घनानंद उनियाल ने कहा कि हाथियों की रोकथाम के लिए गश्त बढ़ा दी गई है। जल्द सोलर फेंसिंग को भी दुरुस्त किया जाएगा। उन्होंने बताया गांव के ही कुछ लोग इन तारों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिससे हाथी गांव में घुस कर फसल को चैपट कर रहे हैं।
केदारनाथ की सुरक्षा में लगाई आइटीबीपी
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में अब आइटीबीपी मंदिर की सुरक्षा करेगी। आइटीबीपी को धाम में तैनात कर दिया गया है। हालांकि वर्तमान में पुलिस भी केदारनाथ में तैनात है, लेकिन मंदिर की चार दीवारें स्वर्ण जड़ित होने के बाद शीतकाल में आईटीबीपी मंदिर की सुरक्षा करेगी। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक विशाखा भदाणे ने दी है।