बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने आज कहा कि अमित शाह ने नक्सलबाड़ी से अपनी यात्रा इसलिए की थी कि वहां से आंदोलन की शुरुआत हई थी। वहां राजू महाली और गीता महाली के घर भोजन किया था। कल टीएमसी ने इन दोनों को अगवा कर लिया और सुबह वे लोग आये और उन्होंने अपनेआप को टीएमसी का सदस्य बताया। उनके घर के आगे पुलिस भी खड़ी है। रविशंकर प्रसाद ने कहा, “पश्चिम बंगाल में खौफ का माहौल है। बीजेपी कार्यकर्ताओं पर दबाव डाला जा रहा है। हम ममता जी से पूछना चाहते हैं कि क्या दबाव से लोकतंत्र को जीता जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि पहले बाबुल सुप्रियो पर हमला हुआ। रूपा गांगुली पर हमला हुआ। लेकिन शारदा और नारद की कार्रवाई रुकेगी नहीं वो सबूत पर हो रही है। मगर उसके लिए साधारण आदिवासियों को क्यों भुगतना पड़ रहा है। प्रसाद ने दावा किया कि वह (ममता) लोकतंत्र के प्रवाह और भाजपा के प्रति लोगों के समर्थन को दबाव और हिंसा के माध्यम से नहीं रोक सकती हैं। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या तृणमूल कांग्रेस सारदा चिटफंड मामले और नारद रिश्वत प्रकरण में अपने सांसदों की संलिप्तता की सीबीआई जांच को लेकर हताश है।