उत्तराखंड में बीजेपी सरकार के पास काम न धाम टीवी पर मैचा रहे कोईराहम।सच्चाई यह है कि बीजेपी के नेताओं के पास जनता की सेवाएं कारने का अनुभव नहीं है अखबार के माध्यम से माननीय सर्वोच्च न्यायालय अपने आप जनहित में संज्ञान लेता है।बीजेपी के नेताओं की आदत है अखबार की कटिंग से विपक्ष के प्रदर्शन की खबर संभाल लेंगे पर सरकार से न्याय की गुहार लगा रहे जनता, संघठनो की मांगों पर अपने आप संज्ञान नहीं लेंगें ।सर्वोच्च न्यायालय का स्पष्ट आदेश है कि समान कार्य के लिये सम्मान बेतन दिया जाय।24000 उपनल कर्मचारियों ने गुहार लगाई 13 जिलों में बैठकें की वहां के अखबार में रोज खबरें छपी उन्होंने ने पढ़ा पर जनता के लिये काम करने के लिये मोन साध रखा है।2 दिन से प्रदेश के सभी विभागों में कार्य रत उपनल संबिधा कर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ्यएवं अन्य सेवा बाधित हैं पर उनकी बात सुनने को सरकार का नुमाइंदा नहीं दिखाई दे रहा है।टीवी चेनल वाले बहस के लिये बुला रहे हैं ।टीवी चैनल पर अपनी अकर्मण्यता का बखान कर रहे हैं।आखिर कार जनता के प्रति जबाबदेही किस की है यह जनता पूछना चाहती है।कि अपनी कुर्सी पाने के लिये देश मे अनाधिकृत सरकार गिराकर सत्ता पाने के लिये छटपटा रहें हैं ।जनता की सेवाएं देने के लिए गाला फाड़ कर उल्टी सीधी बात कर कोहराम मचा रहे हैं।
उत्तराखंड सरकार में जयप्रकाश पांडये जैसे लोगों को आत्म हत्या करने के लिये मजबूर किया जारहा है
Mon Jan 8 , 2018