बीजिंग। आज जिस कोरोना वायरस के खतरनाक प्रकोप से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है, उसका केंद्र रहे चीन ने कुत्ते के मांस की बिक्री पर बैन लगा दिया है। दरअसल, कोरोना वायरस के कहर के बीच चीन ने कुत्ते को पालतू पशु की श्रेणी में डाल दिया है, जिससे उनका मांस खाने की परंपरा पर रोक लग जाएगी। चीन में हर साल एक करोड़ कुत्ते को मारकर उसका मांस भोजन के तौर पर खाया जाता है।
कोरोना वायरस को लेकर चल रही कई तरह की चर्चाओं के बीच चीन के कृषि मंत्रालय ने यह कदम उठाया है। इसमें यह भी कहा गया है कि सिर्फ आधिकारिक कारणों से ही कुत्तों का पालने की इजाजत होगी और उसका व्यापार हो सकेगा। गौरतलब है कि चीन के प्रांत वुहान में पशुओं के मांस की खुले बाजार में बिक्री होती थी और ऐसी चर्चाएं हैं कि कोरोना वायरस के प्रसार का कारण बना।
हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि करोना वायरस किसी जानवर से आया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी कह चुका है कि घरों में रहने वाले पालतू जानवरों से कोरोना वायरस श्कोविड-19श् के संक्रमण का अब तक कोई प्रमाण नहीं है। बता दें कि सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें हैं कि चीन में लोग जानवरों को मारकर खाते हैं, उसी से यह वायरस फैला है। मगर अब तक इन अफवाहों की पुष्टि नहीं की गई है। यहां तक कई शोध में तो इसे प्रकृति जनक वायरस बताया गया है। डब्ल्यूएचओ के डॉ. मरिया वैन कारखोव का कहना है कि इंसानों से पालतू जानवरों को कोरोना के संक्रमण के प्रमाण मिले हैं लेकिन उनसे संक्रमण होने का कोई प्रमाण नहीं है। उन्होंने कहा कि पॉजिटिव मरीजों से उनके घर के पालतू पशुओं के संक्रमित होने की हमें जानकारी है। हांगकांग में दो कुत्ते और बेल्जियम में एक बिल्ली कोरोना से संक्रमित हुई। न्यूयॉर्क के चिड़यिाघर में एक बाघिन पिछले दिनों संक्रमित हुई है।