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बौख टिब्बा में होने वाले “बौखनाग देवता के मेले” के दृष्टिगत पुलिस, प्रशासन व वन विभाग की टीम ने किया निरीक्षण।

Pahado Ki Goonj

*बौख टिब्बा में होने वाले “बौखनाग देवता के मेले” के दृष्टिगत पुलिस, प्रशासन व वन विभाग की टीम ने किया निरीक्षण।

उत्तरकाशी ।

आगामी 25 व 26 नवम्बर 2024 को राड़ी टॉप, बौख टिब्बा में होने वाले “बौखनाग देवता के मेले” के दृष्टिगत आज 17.11.2024 को *पुलिस उपाधीक्षक बड़कोट, श्री सुरेन्द्र सिंह भण्डारी के नेतृत्व में उत्तरकाशी पुलिस, राजस्व एवं वन विभाग की टीम द्वारा स्थानीय लोगों के साथ बौख टिब्बा में मेला स्थल का भौतिक निरीक्षण कर सुरक्षा एवं मेले से सम्बंधित तैयारियों व व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।*
समुद्र सतह से करीब तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित बौख टिब्बा का प्राकृतिक सौंदर्य देखने लायक है। गंगा और यमुना के बीच बसा बौखधाम (बौख टिब्बा) भगवान बाबा बौखनाग को समर्पित है यह स्थान उत्तरकाशी यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग राडी टॉप के पास स्थित है, यह बेहद सुंदर एवं रमणीय स्थल है। देवदार, बांज, बुरांश आदि पेड़ पौधों से घिरे स्थल, बौख टिब्बा में हर तीसरे साल ग्यारह गते मंगसीर को स्थानीय लोगों द्वारा बौख नागदेवता का मेला बड़े धूमधाम एवं आस्था के साथ आयोजित किया जाता है। हजारों की तादाद में श्रद्धालु मेले में शामिल होते हैं। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार सच्चे मन से नंगे पांव इस मेले में शामिल होने वाले नवदंपत्ति एवं संतान विहीन लोगों की संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी होती है। दर्जनों नवदंपत्ति एवं संतानहीन लोग संतान की कामना के साथ नंगे पैर ही खड़ी चढ़ाई चढ़कर बौख टिब्बा पहुँचते हैं। मेले से एक दिन पहले बौख टिब्बा के नीचे स्थान मोरल्टू में रात्रि में बौखनाग देवता का जागरण होता है।

 

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