” नाच ना जाने आंगन टेडा ” ये कहावत अब सत्ता धारी चित्रार्थ कर रहे हैं l
अपने नाकामियों को छिपाने , भ्रष्टाचार पर पर्दा ड़ालने, बैंकों का दिवालियापन , नोट बन्दी , GST से हुए भारी जान और धन का नुकसान , आधार के उपयोग की विश्वसनियता आदि के लिए बस एक राम बाण दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं l…सब के लिए कोंग्रेश जिम्मेदार l
माननिय प्रधान मंत्री जी ने भी कल यही संसद के दोनो सदन मे किया …सब के लिए कोंग्रेश जिम्मेदार … तो पिछले 60 साल मे अच्छा हुआ हैं ..उसके लिए किसे श्रेय मिले …वो नहीं बता पाते ..अंग्रेजो से देश के लिए कौन कौन लडें और सत्ताधारी का क्या रोल था 1947 से पहले ??? आदि ,आदि क्यूँकी अब तक सब जो भी हुआ इस सरकार से पहले उसे तो गलत बताना ही हैं , क्यूँकी 60 साल कांग्रेस राज था ,वेसे कुछ अतिउत्साही सत्ताधारी के समर्थक 70 साल भी बोल देते हैं l क्यूंकी इन्हे तो सिर्फ कॉपी पेस्ट करना आता है l
अरे संसद मे सत्ता धारी ये बताने के लिए भेजे गए है कि जो विपक्ष प्रशन पूछे उसका सही जवाब दो ..विपक्ष पुछ रहा है कि राफेल डील मे लगभग
Rs.25000 करोड का घोटाला का आरोप लगा हुवा है उसकी जांच ना करा के आप बता रहे की बोफोर्स जो 1986-87 मे हुआ ज़िसमे हाई कोर्ट ने सबको बरी किया और जो सिर्फ Rs. 82 करोड का कथाकथित घोटाला था l उसकी कहानी सुना रहे हैं , आप बता रहे की गैस हमने कम कीमत पर ली ..गैस जब दुनिया मे सस्ती हैं तो कम मे ही मिलेगी,पर ये नहीं बता रहे की फिर घर घर मे गैस महंगी क्यूँ कर दी ? पेट्रोल का दाम कैसे बढ़ रहा है ? विपक्ष पूछ रहा है की आर्थिक व्यवस्था क्यूँ चरमरा गयी है l सत्ताधारी बोल रहे हैं कि NPA कांग्रेस की देन है ..अरे ये क्यूँ नहीं बोलते की जब नोट बन्दी , GST और सरकार की गलत निती के कारण व्यापार मे घाटा हो रहा है तो NPA बढ़ाना ही था l एसे बहुत सी बाते हैं l जिनका माननिय PM साहब जवाब ना दे कर बता रहे हैं कि दुनिया मे भारत के पासपोर्ट को नई पहचान मिली , उसमे भी ये नहीं बता रहे की किस किस देश मे भारत के लोगों को immigration checks के लिए पाकिस्तान और बांगला देश के लोगों के साथ ही नहीं खडा होना होता हैं l श्री विवेकानन्द और श्री गांधी का नाम तो एसे ले रहे जैसे उन लोगों ने इन्हे कोई प्रमाण पत्र दे दिया हैं मान लेते हैं की आपकी आवाज मे दम है , पर श्री अमिताभ बच्चन की फिल्मी स्टाइल मे इंकलाब ना लाये .. सर जी ये संसद है , ये कोई 3 घंटे की पिक्चर नहीं ..ये यथार्त है जहां अभिनेता नहीं कार्यकर्ता चाहिए होता है l
महोदय , 2019 मे लोकसभा चुनाव हैं ये बताये की अब तक आपकी सरकार ने किया क्या हैं और लोकपाल बिल लाये क्या जिससे की तथाकथित घोटालों की जांच हो सके ? खुद क्लीन चिट तो सभी देते हैं , लोकपाल से लिजिये क्लीन चिट तो लोगों का विश्वास जागेगा l
किसी के दिल को ठेश लगी तो क्षमाप्राथी हूँ .मगर जवाब देही तो सत्ता पक्ष की ही होती है …..
CA राजेश्वर पैन्युली