देहरादून, पहाडोंकीगूँज,भारत धर्म और संस्कृति को बढ़ावा देने का देश है जहाँ जीवों पर दया करने के लिए हजारों साल पहले गौतमबुद्ध महान तपस्या करने वाले महापुरुष ने भगवान के रूपमे पूजा कर उनसे मनते मनाये जाने की परंपरा है ।
आज देश महामारी झूझ रहा है महामारी के भय से अपनी माँ के पास उसके कष्टों में पाल पोष कर बड़ा किया हुआ बच्चा सेवा करने के लिए चाहते हुए भी नहीं जा पा रहा है।
अपने घर में बच्चों को समझा कर रखें कि आज कल महामारी फैलाने के उद्देश्य से बड़ी संख्या में दवाओं के नाम पर बीमारी बांटने का काम देश के दुश्मन कर रहे हैं किसी भी व्यक्ति से कोई सामान नहीं लें
देश के दुश्मन इस समय सेवा करने के बजाय देश को महामारी में कोरोना के बचाव के नाम पर सपने में भी इस की कल्पना भी नहीं कि जासकती है उस काम को अंजाम दे कर अन्य बीमारियों को पैदा करने के लिए समाज में मानव के रूप में राक्षश बनकर दवाओं के दो रंग नीले और पीले के पतों पर पैक किया गया है।
उन कैप्सूल के अन्दर विषैली कील भरे हुए बच्चों को बांट रहे हैं।
यह बे खोप सरकार के अधिकारियों के नाक के नीचे दिखाई देने वाले घृणित कार्यो को अंजाम दिया जा रहा है यह vd o वाइरल होरहा हैं जिनको यह कार्य करने के लिए भेजा गया है उनके पीछे किस कम्पनी का हाथ है।उन देश द्रोही कम्पपनयोंको कड़ी सजा मिलनी चाहिये।