योगी जी उत्तर प्रदेश सम्भल संभल नहीं रहा आज की खबरों की झलक,एसडीएम अमित कुमार को ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए
सम्भल। बार बार शिकायतों के बाद भी डीलर अपनी करतूतो से बाज नहीं आ रहे, उपभोक्ता राशन को परेशान रहते है, लेकिन डीलर उन्हे आश्वासन देकर या दबंगई दिखाकर टरका देते है। योगी सरकार में भी ऐसे राशन डीलरो को किसी का खौफ नहीं है, आपूर्ति विभाग जांच के नाम पर खानापूर्ति कर अपनी कार्यवाही पूर्ण कर लेते और बेचारे उपभोक्ता सिर्फ परेशान होने के सिवा कुछ नहीं कर पाते। ऐसे ही एक राशन डीलर पर जांच कर कार्यवाही की मांग को लेकर लोगो ने प्रदर्शन किया।
मौहल्ला कोट पूर्वी साहनी वाला फाटक
सम्भल। नगर पालिका ने चुनावों से पूर्व जो वादे किए थे, उनमें से कुछ जरूरी वादे अब तक पूरी नहीे हो सके। आए दिन पशु बिजली के खंभो पर करंट उतरने से मरते जा रहे है। पर नगर पालिका को इसकी चिंता
नही है। चुनाव से पहले वादा किया गया था कि सभी पोलो पर प्लास्टिक या रबर के कवर चढाए जाएंगे, जिससे करंट न उतर पाए और किसी पशु या इंसान को इससे खतरा न हो। परंतु चुनावो के बाद पालिकाध्यक्षा इस वादे की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है।
सम्भल। दहेज का सामान उठाने आए लडकी पक्ष के लोगों का वरपक्ष के लोगो से जमकर भिडंत हो गई, खूब लाठी डंडे चले जिसमे एक महिला घायल हो गई है। सिकंदरपुर थाना हयातनगर
सम्भल। लायंस क्लब मे चुनावी सभा का आयोजन किया गया। जिसमंे वर्ष 2018-19 मे सर्वसम्मति से चैयरमैन डा प्रशांत वाष्र्णेय की उपस्थिति मे अध्यक्ष पद के लिए लायन अरविंद वाष्र्णेय को, सचिव पद के लिए लायन डा उर्वशी वाष्र्णेय को व कोषाध्यक्ष पद के लिए लायन कमल कौशल को चुना गया। अध्यक्ष अरविंद वाष्र्णेय ने सबको धन्यवाद देते हुए एक नई उर्जा के साथ लांयस क्लब सम्भल द्वारा सामाजिक कार्य करते रहने का प्रण लिया।
सम्भल। विश्व हिंदू परिषद की बैठक ज्ञानदीप मंदिर मे आयोजित हुई। बैठक को संबोधित करते हुए अजय शर्मा ने कहा कि कल पूर्वाहन 11 बजे से पंजाबी मंदिर मौहल्ला कोट मे विहिप के विभाग सम्भल की बैठक होगी। सम्भल विभाग मे जिला सम्भल, अमरोहा, एवं बबराला की सभी समितियो के दायित्ववान कार्यकर्ता भाग लेगे।
सम्भल। लेखपालो का मांगो को लेकर कार्य बहिष्कार और धरना लगातार जारी है, जनता के कार्य अटके हुए है, शासन द्वारा मांगो की तरफ अब तक ध्यान नही दिया गया है। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आहवान पर लेखपालो ने धरना देते हुए छह सूत्रीय मांगो में कहा कि उनकी वेतन में वृद्धि की जाए, इसके अलावा वेतन विसंगति की बात भी ज्ञापन के माध्यम से सीएम के सामने रखी। पेंशन मंे विसंगति की समस्या को समाप्त करने साथ लेखपाल सेवा नियमावली मे संशोधन की मांग की। भत्तों में वृद्धि के लिए लेखपालों ने एक स्वर मे आवाज उठाई। लेखपालों द्वारा मांगो को लेकर कई दिनो से धरना जारी है और कार्य भी बाधित है।
सम्भल। महिला को बचाने के चक्कर में गुन्नौर नगर पालिका परिषद के ईओ अखिलेश तिवारी गाडी पलटने से घायल हो गए। पीछे से आ रहे अन्य कर्मचारियो ने जब हादसे को देखा तो किसी तरह उपचार के लिए अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। गुन्नौर ईओ अखिलेश तिवारी संग हादसे की खबर फैली तो पूरे जिले से मिलने वाले लोग उन्हे देखने पहुंचने लगे। हालत बेहतर है, चालक को भी गंभीर चोटे आई है।
सम्भल। एक के बाद एक सम्भल से उसके अधिकार छिनते जा रहे है, पहले मुख्यालय हाथ से गया तो उसके बाद न्यायालय, अब धीरे धीरे यहां से हर चीज चंदौसी तरफ शिफट हो रही है। चंदौसी बहजोई विकास कर रहे है और सम्भल पिछडता जा रहा है। सम्भल को उसके अधिकार दिलाने के लिए आंदोलन हुए, प्रदर्शन हुए लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। अब परिवार न्यायालय की स्वीकृति भी चंदौसी को मिलने से यहां की जनता नाराज है। इस मुददे पर समाजसेवी शाहनवाज सम्भली ने कहा कि सम्भल का नाम जब जिले की सूची मंे आया था तो लगने लगा था कि अब विकास दूर नहीं, लेकिन धीरे धीरे पता चला कि जिला सिर्फ नाम का है, क्योकि तीन तहसीलो को मिलाकर जिस जिले को मायावती ने बनाया था उसे अधिकारो से विहीन कर दिया गया। सुमित वर्मा ने कहा कि अब सम्भल मे भविष्य नजर नहीं आ रहा, प्रशासनिक रूप से भी यह क्षेत्र कमजोर हुआ है और आर्थिक रूप से भी पिछड रहा है, कारोबार चैपट है और सम्भल जिस चीज के लिए मशहूर था वह भी दूर होती जा रही है। परिवार न्यायालय की स्वीकृति चंदौसी में होने के बाद रविराज चाहल ने कहा कि पहले जिला सत्र न्यायालय सम्भल मे ना होकर चंदौसी मे स्वीकृत होना एक तरह से ना हक तलफी है। ऐसा कमजोर राजनैतिक बिसाद के कारण हुआ हे, जिस समय सपा की सरकार थी प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अधिक दिलचस्पी नही दिखाई, जिसके कारण सम्भल की जनता को इसका खामियाजा आज भी भुगतना पड रहा है। केबिनेट मंत्री इकबाल महमूद की उस समय सरकार मे कुछ खास नहीं चली और जिला मुख्यालय का मामला पूरे पांच साल तक ऐसे ही लटकाए रखा गया। अब बीजेपी सरकार ने इसमे रूचि दिखाई और परिणाम सामने है।
सम्भल। मामूली विवाद मे घायल हुए आधा दर्जन के करीब लोगो को जिला अस्पताल मे त्वरित इलाज न मिलने से उनमें दो की हालत काफी खराब हो गई। खून बह जाने के कारण आज वो जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे है। सफेद हाथी की तरफ खडा जिला अस्पताल आज भी रेफर अस्पताल की तर्ज पर काम कर रहा है। भाजपा सरकार के समय में भी कोई बदलाव दिखाई नहीं दे रहा।
सम्भल। रोडवेज पर अव्यवस्थाओ का यह हाल है कि यात्री शिकायतों का चिटठा लेकर तो खडे है लेकिन सुनने वाला कोई नही होता, कार्यालय पर हर वक्त ताला पडा रहता है। बसे कब और कैसे चलेगी, इसकी जानकारी भी यात्रियो को देने वाला ना तो वहां कोई चार्ट है और न ही कोई कर्मचारी। दो दिन पूर्व ही बात देखिए, शाम सात बजे के लिए मुरादाबाद के लिए जाने वाली बसें बंद होने से यात्रियो ने हंगामा काटना शुरू कर दिया, लेकिन किसी ने उनकी नही सुनी तो इधर उधर प्राइवेट सवारियो के माध्यम से वे गंतव्य तक पहुंचे। यह सब इसलिए हो रहा है क्योकि रोडवेज प्रभारी इकबाल का तबादला बदायूं को हो गया है, तब से अब तक यहां किसी भी प्रभारी को नियुक्त नहीं किया गया। एक व्यक्ति मुरादाबाद से यहां व्यवस्था संभालने आता तो है, लेकिन वह कब आता है और कब जाता है इसका कुछ पता नहीं, रोडवेज कार्यालय पर हर वक्त ताला ही देखने को मिलता है। इन सब अव्यवस्थाओ का सबसे ज्यादा असर यात्रियो पर पड रहा हे, क्योकि बदायंू और अमरोहा की ओर से आने वाली बसे रोडवेज के भीतर प्रवेश करने से पहले ही बाहर का रास्ता पकड लेती है, ना कोई रोकने वाला है और न ही कोई टोकने वाला। रात्रि के समय व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाती है, चंदौसी चैराहे पर यदि बस मे सवारियां होती है तब चालक बस रोक लेता है, अन्यथा तेज गति मे ंसम्भल पार कर दिया जाता है। रोडवेज से जुडी समस्याओं के बारे में शिकायतो का पुलिंदा यहां की जनता के पास है लेकिन शिकायत किससे की जाए, यह समझ नहीं आता।
सम्भल। पहले तो प्राथमिक विद्यालय मे बच्चो के लिए महिला रसोइया खाना बनाए और उसके बाद ग्राम प्रधान के घर का चोखा बर्तन करे। यह कैसे सम्भव हो सकता है। लगातार प्रताडना झेल रही रसोइया के जब सब्र का बांध टूट गया तो उसने एसडीएम को शिकायती पत्र देकर सीधे ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह लगातार उसे स्कूल के हेडमास्टर से कहकर निकलवाने की धमकियां दे रहा है। वह परेशान है, मानसिक प्रताडना का बोझ अब उससे सहन नहीं हो रहा। ग्राम प्रधान पर तत्काल कार्यवाही कराने की महिला रसोइया ने मांग की है। विकास खंड पंवासा, ग्राम शेर खां सराय, आलम सराय देहात, प्राथमिक विद्यालय मे तारावती पत्नी तोताराम बतोर रसोइया काम करती है। एसडीएम अमित कुमार को ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए शिकायत करते हुए अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि वह दस वर्षों से यहां कार्यरत है। समय पर स्कूल आती है और भोजन इत्यादि की जिम्मेदारी पूर्ण कर सबसे अंत मे जाती है। परंतु ग्राम प्रधान चुनावी रंजिश रखते हुए उससे कहता है कि तुम मेरे घर पर भी चोखा बर्तन किया करो। उसने जब इंकार किया तो लगातार स्कूल से हटवाने की धमकियां दे रहा है और नाजायज दवाब बना रहा है। अभद्र व्यवहार रोज की बात हो चुकी है। जिससे वह आजिज आ चुकी है। उसने ग्राम प्रधान से जान का खतरा बताते हुए कार्यवाही की गुहार लगाई।