हरिद्वार। प्रवर्तन निदेशालय ने रुड़की में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक एजुकेशनल सोसाइटी की करीब एक करोड़ रुपए की संपत्ति को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है। जिस एजुकेशनल सोसाइटी पर कार्रवाई हुई है, उसके रुड़की में दो संस्थान हैं। उनपर आरोप है कि इन शैक्षिक संस्थानों ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति यानी एसटी-एसटी के छात्रों के फर्जी तरीके से अपने कॉलेज में दाखिल दिखाए और फिर उन छात्रों के नाम पर करोड़ों रुपए की छात्रवृत्ति हड़प ली। आरोप है कि इसी तरह घोटाला कर इन संस्थानों ने हरिद्वार जिले के रुड़की और आसपास के इलाके में कई चल-अचल संपत्ति अर्जित की है।
उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की जांच राज्य पुलिस ने की थी। पुलिस की जांच में करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया था। इतना बड़ा घोटाला सामने आने के बाद ईडी ने इस मामले में धन शोधन अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई की थी।
उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले के तार राज्य के बाहर जैसे यूपी और हिमाचल से भी जुड़े हुए मिले थे।
पौड़ी लोकसभा क्षेत्र के तीन और दिग्गजों ने छोड़ी कांग्रेस
देहरादून। उत्तराखण्ड कांग्रेस के नेता लगातार चुनाव के ऐन समय पार्टी का दामन छोड़ रहे है। जिससे कांग्रेस में हताशा और निराशा का माहोल है। साथ ही जहां एक ओर भाजपा ने अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। वहीं कांग्रेस बिखरते कुनबे को बचाने का प्रयास कर रही है। एक बार फिर गढवाल लोकसभा सीट से अब कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष केसर सिंह नेगी, नवल किशोर और दीपक ने कांग्रेस को बाय बोल दिया है। इसका प्रतिकूल प्रभाव न सिर्फ गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में देखने को मिल सकता है।बल्कि पूरे प्रदेश के लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव के दौरान देखने को मिल सकता है।
जहां एक ओर केसर सिंह नेगी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं। नवल किशोर 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर पौड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। पौड़ी ब्लाक प्रमुख दीपक ने भी कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है। ऐसी चर्चाएं जोरों पर हैं कि अब कांग्रेस छोड़ने वाले ये तीनों बड़े नेता जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
इस मामले में पार्टी के जिलाध्यक्ष विनोद नेगी का कहना है कि तीनों ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हो रहे थे। जिस पर कांग्रेस से भी इन्हें 6 साल के निष्कासित करने के लिये एक पत्र उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को भेजा है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद नेगी ने कहा कि हाल ही में पार्टी छोड़ चुके मनीष खंडूड़ी के ये तीनों करीबी थे. इनके पार्टी छोड़ने की ये भी एक वजह है तीनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप और फिर सोशल मीडिया के जरिये कांग्रेस छोड़ने की सूचना इनके द्वारा दी गई।
कांग्रेस में किसी भी क्षण हो सकता है हरिद्वार और नैनीताल के प्रत्याशियों का एलान
देहरादून। उत्तराखंड की हरिद्वार और नैनीताल लोकसभा सीट पर कांग्रेस अब किसी भी क्षण प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। दोनों सीटों पर प्रत्याशी को लेकर खींचतान जारी है। जिसके चलते प्रत्याशियांे के नामों की घोषणा में अब तक अड़चन आ रही थी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन के बाद सोमवार को राहुल गांधी दिल्ली लौट रहे हैं। इसके बाद ही प्रत्याशी के नाम का एलान हो सकता है।हरिद्वार सीट से पूर्व सीएम हरीश रावत अपने पुत्र वीरेंद्र रावत के लिए टिकट मांग रहे हैं। जबकि प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा इसके लिए शीर्ष नेताओं से भी मुलाकात कर चुके हैं। जबकि नैनीताल सीट से कई दावेदार है। इनमें यशपाल आर्य, भुवन कापड़ी, महेंद्र पाल, रणजीत रावत, प्रकाश जोशी के नाम की चर्चा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि जल्द ही पार्टी दोनों सीटों पर प्रत्याशी घोषित करेगी।भी यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक है। हालांकि राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह भी है कि हरिद्वार से निर्दलीय विधायक टिकट की लाइन में है।