रुद्रपुर। नेपाल की पार्टी को एक किलो स्मैक की सप्लाई देने आ रहे दो तस्करों को एसटीएफ और खटीमा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संबधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।
उत्तराखंड एसटीएफ की कुमाऊं यूनिट और खटीमा पुलिस ने संयुक्त रूप से खटीमा क्षेत्र से एक किलो स्मैक के साथ दो अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपी बरेली से स्मैक की खेप नेपाल की पार्टी को सप्लाई करने आए हुए थे। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। घटनाक्रम के अनुसार पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि अंतराष्ट्रीय बॉर्डर भारत नेपाल क्षेत्र के खटीमा में स्मैक की भारी खैप सप्लाई होने जा रही है। सूचना पाकर टीम खटीमा पुलिस टीम को साथ लेकर वन खंडी महादेव मंदिर के पास पहुंची। मंदिर से कुछ दूरी पर संदिग्ध दिख रहे दो युवकों को हिरासत में लिया गया। तलाशी के दौरान आरोपी युवकों से एक किलो से अधिक स्मैक बरामद हुई। पूछताछ में आरोपियों से अपने नाम सगीर अहमद निवासी ग्राम महोलिया थाना अलीगंज जनपद बरेली, उत्तर प्रदेश तथा बाबू निवासी ग्राम महोलिया थाना अलीगंज जनपद बरेली, उत्तर प्रदेश बताया।
बच्ची से छेड़छाड़ के आरोप में बाबा गिरफ्तार
हरिद्वार। एक बाबा ने बस्ती में रहने वाली 5 साल की बच्ची से छेड़छाड़ कर दी। कक्षा तीन में पढ़ने वाली बच्ची ने रोतेकृरोते परिजनों को आप बीती बताई। जिसके बाद परिजनों की सूचना पर हरकत में आई पुलिस में बाबा को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम डायल 112 पर सूचना मिली कि बैरागी कैंप क्षेत्र में एक बाबा ने बस्ती में रहने वाली 5 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर कनखल भावना कैंथोला अधीनस्थों के साथ बैरागी कैंप पहुंची और घटना की जानकारी ली। शुरुआती छानबीन में पता चला कि बाबा ने बच्ची के साथ गलत हरकत की है। पुलिस ने तुरंत मासूम को मेडिकल के लिए भिजवाते हुए बाबा को हिरासत में ले लिया। परिजनों की तहरीर मिलने पर बाबा के खिलाफ पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है इस बीच बाबा ने सुबह हवालात की दीवार में सिर मार कर खुद को घायल कर लिया। पुलिस ने तुरंत बाबा को अस्पताल भिजवाया। इंस्पेक्टर कनखल भावना कैंथोला ने बताया कि बच्ची के परिजनों की तहरीर पर बाबा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
हल्द्वानी घटनाक्रम को लेकर इंडिया एलाइंस ने की राज्यपाल से मुलाकात
देहरादून। हल्द्वानी में हुए घटनाक्रम को लेकर इंडिया एलाइंस के घटक दलों ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से मुलाकात की। इस दौरान उन्हें हल्द्वानी हिंसा की न्यायिक जांच कराई जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा। साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने उन्होंने नैनीताल जिलाधिकारी और एसएसपी को तत्काल निलंबित करते हुए पद से हटाए जाने की मांग उठाई है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। इंडिया गठबंधन और सिविल सोसाइटी ने हल्द्वानी हिंसा की कठोर शब्दों में निंदा की। करन माहरा ने कहा कि उत्तराखंड के इतिहास में इस तरह की पहली घटना हुई है, ऐसे में अचानक इतने बड़े पैमाने में हिंसा का फैलना और हिंसा के कारणों की वजह से उत्पन्न हुई स्थिति की स्वतंत्रता और निष्पक्ष जांच की जरूरत है। उन्होंने इस घटना की न्यायिक जांच हाईकोर्ट के सेवारत या फिर सेवानिवृत्ति न्यायाधीश से कराए जाने की मांग की। माहरा ने कहा कि हिंसा की घटना में पहली नजर में प्रशासन की लापरवाही नजर आ रही है। उन्होंने नैनीताल जिले के पुलिस-प्रशासन के उच्च अधिकारियों को हटाने की मांग की। उन्होंने शासन प्रशासन की तरफ से एनएसए लगाए जाने के फैसले को जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया है।
हल्द्वानी से कर्फ्यू हटा,बनभूलपुरा में कर्फ्यू जारी
हल्द्वानी। हिंसा की आग में झुलसे हल्द्वानी के शांत होने पर शनिवार को कर्फ्यू हटा दिया है। इस पूरे घटनाक्रम के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उत्तराखंड के नैनीताल जिले का हल्द्वानी शहर गुरुवार 8 फरवरी को उपद्रवियों की हिंसा की आग हिंसा के तांडव में 300 के करीब लोग घायल हो गए थे। 5 लोगों की जान चली गई। करीब 100 वाहनों जिनमें पुलिस के वाहन भी शामिल थे। जिनमें उपद्रवियों ने आग लगा दी। उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एपी अंशुमान का कहा कि हल्द्वानी में स्थिति सामान्य है। बनभूलपुरा में कर्फ्यू जारी है। 3 एफआईआर दर्ज की गई हैं और पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। पांच लोगों की मौत हो गई है। तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। कई पुलिस अधिकारी घायल हो गए हैं। हल्द्वानी शहर के बनभूलपुरा इलाके में ही सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके मस्जिद और मदरसा बनाया गया था। कई नोटिस के बाद भी जब ये अवैध निर्माण नहीं हटाए गए तो नगर निगम प्रशासन के साथ 8 फरवरी को इसे हटाने गया था। इसी दौरान उपद्रवियों की भीड़ ने नगर निगम की टीम, पुलिस प्रशासन के लोगों और पत्रकारों पर जानलेवा हमला बोल दिया था। बनभूलपुरा थाने को आग के हवाले कर दिया गया था।
5 हजार से ज्यादा उपद्रवियों पर मुकदमा
हल्द्वानी। हिंसा के बाद बनभूलपुरा इलाके में पैरामिलिट्री की 10 कंपनियां तैनात हैं। पीएसी की 5 कंपनियां भी यहां सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही हैं। इसके साथ ही कुमाऊं मंडल की सभी थानों की पुलिस भी हल्द्वानी में तैनात है। पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन की टीम दंगाइयों को चिन्हित करने का काम कर रही है। हल्द्वानी नगर निगम और पुलिस द्वारा हल्द्वानी कोतवाली में 5000 से अधिक अज्ञात लोगों के साथ-साथ 19 नामजद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिला प्रशासन आगजनी और हिंसा में हुए नुकसान का आकलन करने में जुटा हुआ है।